नीमचमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश नीमच 07 अगस्त 2025 गुरुवार

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डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी मण्डल नीमच की कामकाजी बैठक सम्पन्न
नीमच। डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी मण्डल नीमच की कामकाजी बैठक बुधवार 6 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय पर सम्पन्न हुई, जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष वंदना खण्डेलवाल एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हेमन्त हरित ने आगामी कार्यक्रमों – तिरंगा यात्रा, विभाजन की विभीशिका, 10 से 14 तक हर घर तिरंगा अभियान, शहीद स्मारक की सफाई व पुश्पांजलि, सैनिकों का सम्मान व शहीद हुए सैनिकों के परिवारों का सम्मान, 15 अगस्त को झण्डावंदन कार्यक्रम आदि की विस्तृत जानकारी दी।
बैठक की शुरूआत भारत माता, डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी एवं पं.दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई। मण्डल अध्यक्ष मोहनसिंह राणावत ने स्वागत भाशण प्रस्तुत किया। बैठक में नपाध्यक्ष स्वाति चौपडा व ज्योति सिसौदिया मंचासीन थीं।
इस अवसर पर आदित्य मालू, उमंग सुराह, दीपक पुरोहित, पवन सैनी, रचना गर्ग, कृश्णा मेहरा, अंकुश जैन, विश्णु राठौर, अशोक जोशी, आलोक सोनी, रोशन वर्मा, विनीत पाटनी, नीरज अहीर, विरेन्द्र पाटीदार, धर्मेश पुरोहित, अजय वलेचा, लोकेश चांगल, मनीश बामनबर्डी, अरूणा तलरेजा, गिरीराजसिंह चौहान, निशान्त अम्ब सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। बैठक का संचालन मुखर्जी मण्डल महामंत्री विक्की छाबडा ने किया। अन्त में आभार शान्तिलाल गुप्ता ने व्यक्त किया।

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उच्चशिक्षा विभाग के विभिन्न विकास कार्यो के लिए उच्च शिक्षा मंत्री से मिले विधायक परिहार
नीमच। मंगलवार को विधानसभा भोपाल में नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार ने उच्च शिक्षामंत्री इंदर सिंह परमार से भेंट कर नीमच विधानसभा के तीनो महाविद्यालयों के विकास कार्यो को लेकर भेंट की तथा महाविद्यालयों में चल रहे विकास कार्यो की शेष राशि की मांग की। उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जीरन महाविद्यालय में मल्टी स्पोर्ट्स हाल हेतु 1 करोड़ 38 लाख की राशि,गर्ल्स कॉलेज में माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा को पूर्ण करने के लिए स्टेडियम हेतु 12 करोड़ की राशि तथा स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में विकास कार्यो हेतु 4 करोड़ की राशि विभाग द्वारा दी गयी है जिसके लिए श्री परिहार ने माननीय मुख्य मंत्री का आभार मानते हुवे उच्च शिक्षा मंत्री धन्यवाद ज्ञापित किया तथा महाविद्यालयों में शेष कार्यो के लिए अनुपूरक राशि की मांग की जिस पर उच्च शिक्षामंत्री जी ने कहा समस्त कार्य पूर्ण किये जाएंगे विभागीय प्रस्ताव शीघ्र भेजे ताकि जल्दी मूर्त रूप दिया जा सके।

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सी.आर.पी.एफ.के सी.टी.सी.नीमच में मेडिटेशन प्रशिक्षण कार्यशाला सम्‍पन्‍न

नीमच 6 अगस्‍त 2025, महानिरीक्षक, प्राचार्य, सी.टी.सी. नीमच श्री संदीप दत्ता, (म.प्र.) के निर्देशानुसार 4 से 6 अगस्‍त 2025 तक केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान, नीमच, के.रि.पु.बल में समग्र कल्याण और एकीकृत अमृता मेडिटेशन (आई.ए.एम.तकनीक) प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला में केन्द्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय के कमान्‍डेंट श्री जितेन्द्र कुमार गुप्ता (पी.एम.जी.), उप कमान्‍डेंट श्री आशीष भटनागर, सहायक कमान्‍डेंट श्री राजेश पंचाल, श्री विशाल कुमार चौहान, श्री मनोज कुमार, एवं संयुक्त अस्पताल, के.रि.पु.बल नीमच में पदस्थ अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों एवं जवानों ने सहभागिता की।

इस अवसर पर कमान्‍डेंट श्री जितेन्द्र कुमार गुप्ता ने कहा, कि हम सब जानते है, कि हमारी जीवनशैली दिन-ब-दिन अधिक व्यस्त होती जा रही है, विशेष रूप से सुरक्षाबलों के जवानों के लिए, जो देश की सेवा में 24×7 तत्पर रहते है। ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाना और आत्मिक शांति प्राप्त करना बेहद आवश्यक हो जाता हैं।

उन्‍होने कहा, कि ध्यान कोई साधारण अभ्यास नहीं हैं। यह एक आन्तरिक विज्ञान है, जो मन को स्थिर करता है, विचारों को नियंत्रित करता है और हमें जीना सिखाता है। ध्यान हमारे भीतर छिपी ऊर्जा, साहस और सहनशीलता को जागृत करता है। उन्‍होने कहा, कि मैं इस सत्र का हिस्सा बनकर स्वयं भी यह अनुभव कर पाया हूँ कि कुछ ही मिनटों के अभ्यास से मन हल्का और शांत हो सकता है। यह न केवल व्यक्तिगत जीवन में उपयोगी है, बल्कि यह हमारे कार्यों में भी निर्णय लेने की क्षमता, एकाग्रता और धैर्य को बढ़ाता हैं।

कमान्‍डेंट श्री गुप्‍ता ने सभी का आव्‍हान किया, कि इस प्रकार के ध्यान अभ्यास को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाए। यह मानसिक, शारीरिक और आत्मिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। यह जानकारी के.रि.पु.बल नीमच(सी.टी.सी.) द्वारा दी गई।

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प्रदेश में चलेगा सोलर पंप स्थापित करने का सघन अभियान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की समीक्षा

नीमच 6 अगस्‍त 2025, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने निर्देश दिए हैं, कि प्रदेश में किसानों के खेतों पर कुसुम योजना के अंतर्गत विभिन्न प्रावधानों का किसानों को लाभ दिलवाते हुए सोलर पंप स्थापना में पूर्ण सहयोग किया जाए। इसके लिए नवकरणीय ऊर्जा विभाग और सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय से कार्य कर लक्ष्य पूर्ण करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समत्व भवन मुख्यमंत्री निवास में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिए। बैठक में नवीन और नवकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री राकेश शुक्ला की उपस्थित थे।

बैठक में बताया गया, कि प्रदेश में इस वर्ष सोलर पंप स्थापित करने का अभियान प्रारंभ हो चुका है। इस कार्य की प्रगति की मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने विस्तार पूर्वक समीक्षा की।

बैठक में जानकारी दी गई, कि प्रदेश में आगामी वर्ष तक 10 लाख सोलर पंप स्थापित किए जाएंगे। चरणबद्ध रूप से यह कार्य किया जा रहा है। किसानों को खेतों में सोलर पंप की स्थापना से जहां सामान्य बिजली के उपयोग पर होने वाले अत्यधिक व्यय से मुक्ति मिलेगी वहीं इस नवाचार से अन्य किसान भी प्रेरित होंगे। यह कार्य प्रदेश में गति प्राप्त करेगा। इसके लिए किसानों में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास भी किए जाएंगे। आने वाले समय में यह भी संभव होगा कि किसान उत्पादित ऊर्जा का विक्रय कर सकेंगे। बैठक में मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन एवं संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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जिला स्‍तरीय शांति समि‍ति की बैठक आज

नीमच 6 अगस्‍त 2025, स्‍वतंत्रता दिवस, जनजातीय दिवस, जन्‍माष्‍टमी, गणेश चतुर्थी, डोल ग्‍यारस, मिलाद-उन-नबी, अनंत चतुर्दशी (गणेश विसर्जन), नवरात्री प्रारंभ, महाअष्‍टमी, विजयादशमी, दशहरा, महर्षि वाल्मिकी जयंती, दीपावली, गोवर्धन पूजा जिले में आपसी भाई चारे एवं सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मनाने के संबंध में जिला स्‍तरीय शांति समिति की बैठक 7 अगस्‍त 2025 को शाम 4 बजे कलेक्‍टोरेट सभागृह में आयोजित की जा रही हैं। कलेक्‍टर श्री हिमांशु चंद्रा की अध्‍यक्षता में आयोजित इस बैठक में समिति के सभी सदस्‍यों और जिला अधिकारियों से इस बैठक में उपस्थित होने का आगृह किया हैं।

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रुद्राक्ष वितरण के साथ 27 दिवसीय शिव महापुराण एवं पार्थिव शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं कार्यक्रम का विश्राम,

-शिव के प्रति सच्ची श्रद्धा रखे बिना आत्म कल्याण नहीं – रुद्रदेव जी त्रिपाठी,

नीमच 6अगस्त।( केबीसी न्यूज़ )। देवों के देव महादेव शिव के प्रति हमारा लगाव भक्ति सच्ची होना चाहिए ।परमात्मा के लिए सच्चा समर्पण रखेंगे तो जीवन में हमारा आत्म कल्याण होगा। कई बार श्रद्धा बदलते रहते हैं ।जहां अभी हमें लाभ दिखता है हम उस देवी देवता की उपासना करने लगते हैं। ऐसे मनुष्य कभी भी परमात्मा की कृपा प्राप्त नहीं कर सकते हैं। जीवन में यदि मोक्ष पाना है तो ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्धा और विश्वास बनाए रखना होगा। यह बात गुरुदेव रुद्रदेव जी त्रिपाठी (जावद वाले) ने कहीं।वे श्री हरि सत्संग मंडल एवं भक्तगण के तत्वाधान में गोमाबाई रोड स्थित लायन्स डेन सभागार में 26 जुलाई से 6 अगस्त तक आयोजित 27 दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि परमात्मा के प्रति हमारा समर्पण विश्वास सच्चा होना चाहिए। क्षणिक लाभ के लिए इधर-उधर नहीं जाना चाहिए। ईश्वर की उपासना से यह लाभ होगा या दूसरे धार्मिक स्थान पर जाने से यह लाभ होगा। मनोकामना पूरी होगी ऐसे प्रबल में नहीं फंसना। ऐसा करने से भले ही कुछ समय के लिए लाभ मिल जाए लेकिन हमारी गति बिगड़ना तय है। रुद्राक्ष वितरण का उद्देश्य परमार्थ और भलाई का लक्ष्य है कि सभी का जीवन सुखी रहे। माता-पिता बहने साड़ी चूड़ी कंगन का मैचिंग करती है लेकिन भगवान की भक्ति का मैचिंग पर ध्यान नहीं देती है बच्चों के नाम महापुरुषों या भगवान के नाम पर रखना चाहिए तभी हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है। भक्ति करते हैं तो लेकिन कभी-कभी परमात्मा हमारी परीक्षा भी लेता है इसलिए संकट की घड़ी में हमें कभी घबराना नहीं चाहिए ।परमात्मा हमारा अवश्य भला करेंगे । गुरु आज्ञा का सदैव पालन करना चाहिए तभी हमें जीवन में सफलता मिल सकती है ।भजन भोजन पूजन और शयन एक ही आसान पर करना चाहिए कभी आसन बदलना नहीं चाहिए तभी हमारे को उसका लाभ मिल सकता है ।पार्थिव शिव पूजन का फल कभी निष्फल नहीं जाता है उसका फल अवश्य मिलता है। शंकर भगवान के मंदिर में मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पूजन करें तो उसका पुण्य लाभ मिलता ही है। मन पवित्र था तो केवट को राम के चरणों का प्रक्षालन करने का भी अवसर मिला था इसलिए हमें सदैव मन में पवित्रता रखनी चाहिए। किसी के भी प्रति दुर्भाव नहीं रखना चाहिए। शुभ कार्य के लिए मुहूर्त नहीं देखना चाहिए और लड़ाई झगड़े के कार्यों में विलंब करें तो हमारी ही भलाई होती है लड़ाई झगड़े से सदैव बचना चाहिए। राम का राजतिलक 1 दिन के लिए टाल दिया गया तो दूसरे दिन राम को वनवास मिल गया था इसलिए शुभ कार्य कभी टालना नहीं चाहिए। भोले बाबा जल अभिषेक से प्रसन्न होते हैं और हमारे पाप नष्ट करते हैं ।हमें किसी से भी कड़वे शब्द नहीं बोलना चाहिए। कड़वे शब्द बोलने से पाप बढ़ता है और हमारे कर्म बिगड़ते हैं। मन में दोष हो तो भी किसी का बुरा नहीं करना चाहिए ।शिव पुराण कथा के श्रवण का धर्म लाभ 100 अश्वमेध यज्ञ के बराबर मिलता है। इसलिए 100 काम छोड़कर शिव पुराण कथा अवश्य श्रवण करना चाहिए । हरि अनंत हरि कथा अनंत होती है। शिव पुराण का प्रसंग 27 दिन तो क्या सात जन्मों में पूरा नहीं होता है ।शिव कथा श्रवण कर इसे जीवन में आत्मसात करें तो जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आ सकते हैं सरकार बदल सकती है लेकिन महादेव की सरकार सदैव रहती है। सनातन धर्म का पालन करना चाहिए तभी हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है ।संपत्ति रूपी धन के नशे में हम सब को भूल जाते हैं। संपत्ति और धन पर कभी अहंकार नहीं करना चाहिए यह आज है और कल नहीं रहता है, 84 लाख योनि के बाद मानव जन्म मिलता है इसका सदुपयोग करना चाहिए।

शिव महापुराण कथा के मध्य रुद्र देव जी ने मार्कंडेय ऋषि

देव ऋषि नारद मुनि सहित विभिन्न धार्मिक विषयों का वर्तमान परिपेक्ष्य में महत्व प्रतिपादित किया।

शिव महापुराण पोथी पूजन आरती में गुर्जर गौड ब्राह्मण महिला मंडल, नवदुर्गा महिला मंडल इंदिरा नगर, स्वच्छता मिशन ग्रुप ,कन्हैयालाल माली, बाबूलाल गुप्ता, हरीश उपाध्याय ,गोपाल व्यास, विजय जोशी ,

बीएल धनोतिया, जगदीश महेश्वरी ,योगेश ओझा , माली ,सत्यनारायण कुमावत, सत्यनारायण पाराशर ,ललिता पांडे, राधेश्याम पाटीदार, लक्ष्मी नारायण सोलंकी,

दिलीप दुबे,आशा परमार, मधु शर्मा ,सविता तुगनावत ,हेमा जोशी, मीना धनोतिया ,राधा गहलोत, रेखा सोनी ,राधा त्रिवेदी व मालती सोनारआदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। आरती के बाद प्रसाद व 11 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा 27 दिन तक अभिमंत्रित रुद्राक्ष वितरण कियें गयें।

कार्यक्रम की श्रृंखला में सुबह वेद पाठ, हवन , शिव पुराण कथा, शिवलिंग पूजन अभिषेक, पार्थिव पूजन अभिषेक,सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र जाप, काल सर्प पूजन हवन शांति सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए ।

इनका किया सम्मान-

शिव महापुराण कथा आचार्य पंडित रुद्रदेव त्रिपाठी, संगीत कलाकार मंडल के हारमोनियम प्लेयर भजन गायक कलाकार राम प्रकाश दुबे , बैंजो प्लेयर चंद्रशेखर ऊंटवाल , तबला वादक कैलाश गंधर्व, बांसुरी वादक बलराम पाण्डेय, कमल वैष्णव पप्पू भाई गौमाना, राजकुमार सैनी, लक्ष्मी लाल सोलंकी, कमलेश आगाल चित्तौड़गढ़, रुद्राभिषेक करने वाले विद्वान पंडित ब्राह्मण कन्हैयालाल शर्मा, मुकेश भारद्वाज ,हरि जोशी, मृत्युंजय त्रिपाठी ,विष्णु दत्त, प्रकाश शर्मा ,नंदलाल शर्मा, पंकज जानी पेटलावद, भगवती लाल शर्मा ,रुपेश शर्मा, शंकर भाई आदि का शाल श्रीफल से आयोजन समिति द्वारा सम्मान किया गया।

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सामायिक श्रेष्ठ क्रिया इसकी महत्ता समझे-आचार्य प्रशमेशप्रभ सुरीश्वर जी,

सामयिक के मध्य घर की चिंता का भाव नहीं होना चाहिए,

आचार्य भगवंत के प्रवचन प्रवाहित

नीमच 6अगस्त। (केबीसी न्यूज़) । जैन धर्म के आगम शास्त्रों में श्रावक श्राविकाओं के छह आवश्यक कर्तव्य बताए गए हैं इन कर्तव्य में पहला एवं सबसे श्रेष्ठ कर्तव्य सामायिक की क्रिया करना बताया गया है। सामायिक ऐसी क्रिया है जो मात्र 48 मिनट में समता का गुण लाती है। क्रोध लोभ लालच आदि पाप कर्म से बचाती है। इसलिए श्रावक श्राविकाओं को प्रतिदिन सामायिक की करना चाहिए।

यह बात आचार्य प्रशमेश प्रभ सुरीश्वर जी महाराज ने कही। वे श्री जैन श्वेतांबर भीड भंजन मंदिर मंडल ट्रस्ट पुस्तक बाजार नीमच के तत्वाधान में जैन भवन मेंआयोजित चातुर्मास अमृत प्रवचन श्रृंखला की धर्म सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रभु महावीर ने जब राजगृही नगरी के राजा क्षणिक को सामायिक की महत्ता बताई तो राजा क्षणिक ने सामयिक के पुण्य को खरीदने की चेष्टा की। राजा क्षणिक पुण्या श्रावक के घर पहुंचे और उन्होंने उसे सामायिक का पुण्य मांगा तो श्रावक ने उसे देने से मना कर दिया क्योंकि सामयिक का पुण्य किसी भी प्रकार के धन से नहीं खरीदा जा सकता है ।गुरु भगवंतो की नगरी में आगमन हो तो सामायिक उपाश्रय

में करना चाहिए। सामायिक के मध्य घर परिवार की चिंता का भाव नहीं होना चाहिए केवल समता में रहना चाहिए मात्र 48 मिनट तक हम समता में रहकर पूरे नियम के साथ पंचखाण लेकर सामायिक करेंगे तो यह फलदाई होगी। मन में पवित्र विचार हो तब सामायिक का पुण्य फल मिलता है। साधु की क्रिया का 100%प्रतिशत फल मिलता है लेकिन श्रावक की क्रिया का फल 50%प्रतिशत ही मिल पाता है। श्रावक के सांसारिक पापों पाप कर्म रहते हैं। साधु के पुण्य कर्म ज्यादा रहते हैं। राजनीति राजकर्म का पहला सिद्धांत यह है कि राज कार्य में पिता का भी विश्वास नहीं कर सकते हैं।आचार्य भगवंत श्री विजय प्रशमेश प्रभ सूरीश्वरजी मसा एवं मुनिराज श्री नीति प्रभ विजयजी मसा आदि ठाणा 2 एवं साध्वी जी श्री श्रुतवर्धना श्रीजी मसा एवं साध्वी जी श्री विरति‌ प्रिया श्रीजी मसा आदि ठाणा 9 का का चातुर्मास में सानिध्य प्राप्त हो रहा है ।आचार्य श्री के प्रवचन जैन भवन में सुबह 9 बजे होंगे , । इस अवसर पर धर्म सभा का वरिष्ठ श्री संघ सचिव मनीष कोठारी संचालन किया। गुरु वंदना विजय छाजेड़ द्वारा करवाई गई।

श्री संघ पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाओं ने आयम्बिल एकासना बियासना उपवास तपस्या पूर्ण करने का संकल्प भी लिया।श्री भीड़ भंजन श्रीसंघ में चातुर्मास के लिए पधारे आचार्य भगवंत नुतन आराधना भवन पर विराजित पूज्य आचार्य भगवंत एवं साध्वी जी मसा के प्रवचन में समय पर पधारकर दर्शन वंदन का धर्म पुण्य लाभ लेवें ,

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धर्म की शरण ही सच्ची शरण होती है,

साध्वी सौम्या दर्शना जी आदि ठाना 4 की महावीर जिनालय विकास नगर में चातुर्मास धर्म श्रृंखला प्रवाहित,

नीमच ,6अगस्त ।(केबीसी न्यूज़) । परमात्मा के वचन कभी खाली नहीं जाते हैं वह फलदाई होते हैं। श्री कृष्ण ने धर्म के सहारे 1हजार वर्ष की आयु को पूर्ण किया था। वे सत्य व धर्म की शरण में रहे,धर्म की शरण सच्ची शरण होती है।यह बात साध्वी सौम्या दर्शना श्री जी महाराज साहब ने कहीं। वे श्री जैन श्वेतांबर महावीर जिनालय ट्रस्ट एवं चातुर्मास समिति विकास नगर के तत्वाधान में साध्वी सौम्या दर्शना श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा 4के चातुर्मास में आयोजित धर्म सभा में बोल रही थे। उन्होंने कहा कि जो धर्म की शरण को स्वीकार करता है उसका संसार की कोई भी शक्ति कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। धर्म की शरण में रहने कारण श्री कृष्ण जीवन में कभी पराजित नहीं हुए हैं सदैव उन्होंने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और विजय श्री को प्राप्त किया था।साध्वी अक्षय दर्शना श्री जी महाराज साहब ने कहा कि धर्म के कारण द्वारिका नगरी में रहने वाले प्रत्येक यादव वंशी का विनाश हो गया था लेकिन श्री कृष्ण और बलराम ने धर्म के शरण में दीक्षा संयम पालन किया था तो उनको जीवनदान मिल गया था। पुण्य व श्रद्धा से सामायिक स्वीकार होती है।

चातुर्मास धर्म सभा में महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष राकेश जैन आंचलिया ,चातुर्मास समिति संयोजक राजमल छाजेड़, सचिव राजेंद्र बंबोरिया सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।

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