मंदसौर
संचार मित्र योजना को लेकर सांसद सुधीर गुप्ता ने लोकसभा में किया प्रश्न

संचार मित्र योजना को लेकर सांसद सुधीर गुप्ता ने लोकसभा में किया प्रश्न
मंदसौर। सांसद सुधीर गुप्ता ने प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में प्रश्न करते हुए कहा कि सरकार ने ‘संचार मित्र’ नामक एक नई योजना शुरू की है और उक्त योजना की मुख्य विशेषताएँ, योजना के लक्ष्य और उद्देश्य क्या हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का इस योजना के प्रायोगिक चरण में मिली उत्साहजनक प्रतिक्रिया को देखते हुए इसे राष्ट्रव्यापी कार्यान्वयन हेतु विस्तारित/बढ़ाने का विचार है और यह योजना देश को दूरसंचार अनुसंधान, विकास और विनिर्माण केंद्र बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में किस प्रकार संहायक होगी।
प्रश्न के जवाब में संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने बताया कि सरकारी संचार मित्र स्कीम योजना शुरू की है और इस योजना का उद्देश्य युवा शक्ति भारत के युवाओं को डिजिटल सशक्तिकरण और सामाजिक संपर्क के उत्प्रेरक के रूप में शामिल करना है। संचार मित्र के रूप में नामित किए गए छात्रों द्वारा समुदायों, शैक्षणिक संस्थानों, सार्वजनिक स्थानों आदि में सक्रिय रूप से जागरुकता अभियान चलाना अपेक्षित होगा, जिसमें नागरिक-केंद्रित दूरसंचार सेवाओं, दूरसंचार फ्रॉड की रोकथाम और मोबाइल सुरक्षा डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा देना और जिम्मेदार दूरसंचार उपयोग को प्रोत्साहन देने जैसे प्रमुख दूरसंचार-संबंधी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह स्कीम उन तकनीकी संस्थानों के छात्रों के लिए है जो दूरसंचार, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर, साइबर सुरक्षा या इसी प्रकार के कार्यक्रम संचालित करते हैं और इस स्कीम में भाग लेने के लिए सहमत हैं। उन्होंने बताया कि इस स्कीम को देशव्यापी कार्यान्वयन के लिए शुरू किया गया है। एलएसए – दूरसंचार विभाग के फील्ड कार्यालयों, ने इस स्कीम में भागीदारी के लिए संस्थानों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। संचार मित्रों को साइबर सुरक्षा, दूरसंचार क्षेत्र में उभरती प्रौद्योगिकियों, दूरसंचार नीतियों और विनियमों आदि जैसे विषयों पर विभिन्न प्रशिक्षण दिए जाएंगे। चयनित संचार मित्रों को अनुसंधान एवं विकास और नवाचार परियोजनाओं, आईटीयू मानकों और नीतिगत कार्यों, तकनीकी सम्मेलनों, उद्योग की भागीदारी आदि का अनुभव प्राप्त करने का अवसर भी मिलेगा। यह स्कीम कुशल और प्रेरित कार्यबल तैयार करके भारत के दूरसंचार अनुसंधान, विकास और विनिर्माण हब बनने के विजन को पूरा करने में भी योगदान देती है।