मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 01 अगस्त 2025 शुक्रवार

/////////////////////////////

श्री विशाल डाबी ने मन से मंदसौर वेबसाइड के माध्यम से भलाई की सप्‍लाई संस्‍था शुरू की

श्री डाबी ने अनाथों, बुजुर्गों और गरीब बच्‍चों के लिए मदद का जज्‍बा जगाया

जन सहयोग से भलाई की सप्‍लाई संस्थान चलाकर बदल दी अनाथों की जिंदगी

मंदसौर 31 जुलाई 25/ मंदसौर, शामगढ़ के निवासी श्री विशाल डाबी द्वारा जिला स्तरीय प्रयोजन मन से मंदसौर वेबसाइड के माध्यम से भलाई की सप्‍लाई नाम की एक संस्‍था का संचालन किया है। अनाथों और गरीबों की मदद का सिलसिला शुरू किया है। इसको ‘भलाई की सप्‍लाई’ नाम दिया गया है। इस संस्‍थान के माध्‍यम से अनाथों, बुजुर्गों और गरीब बच्‍चों के लिए मदद करते है। कल तक जो बच्‍चे अनाथ और गरीब होने से सड़कों पर भीख मांगते थे, वही बच्‍चे आज स्‍कूल जा र‍हे हैं। बेसहारा बुजुर्गों को अब रात को भूखा नही सोना पड़ता। इसकी वजह है ‘भलाई की सप्‍लाई’ जो इनका सहारा बन चुकी है।

‘भलाई की सप्‍लाई” की शुरूआत

ट्रेन कि यात्रा के दौरान हुईं, यात्रा के दौरान एक दिव्‍यांग व्यक्ति से मुलाकात हुई, जो कि सर्दी से कांप रहा था। उसकी हालत देख श्री विशाल ने अपनी जैकेट उतार कर पहना दी। इसके बाद ही मदद का जज्‍बा और मजबूत हो गया और ‘भलाई की सप्‍लाई’ की नींव की शुरुआत हुई।

बन चुके हैं कई ग्रुप

‘भलाई की सप्‍लाई’ करने वाले सेल्‍फी लेते हैं और आपस में शेयर करते हैं, जिससे दूसरों को भी प्रेरणा मिलती है। इसी से शामगढ़ के बाद मंदसौर में दो ग्रुप बन चुके हैं। इसी कड़ी में अब नीमच, रतलाम से होते राजस्‍थान के प्रतापगढ़ तक में ‘भलाई की सप्‍लाई’ का आगाज हो चुका है।

करते हैं बर्थ सेलीब्रेशन

ऐसे बच्‍चे जो अनाथ और बेसहारा है, उनके बर्थ डे पर साथियों के साथ रेस्‍टोरेंट ले जा कर केक काटने के साथ ही जश्‍न मनाया जाता है और रेस्‍टोरेंट में ही खाना खिलाया जाता है।

नए-नए ग्रुप बन रहे

अब तो मंदसौर में ही दो ग्रुप बन गए हैं, जो कि भलाई की सप्‍लाई कर रहे हैं। इसी तरह नीमच, रतलाम के अलावा प्रतापगढ़ (राजस्‍थान) तक से फोन आए है, जो ऐसे ही ग्रुप बना रहे हैं।

शामगढ एवं सुवासरा में करते है मेडिकल का संचालन

आज शामगढ़ के साथ-साथ मेडिकल का सुवासरा, गरोठ, आलोट, मंदसौर तक ग्रुप बन चुके हैं और सेवा संचालित कर रहे हैं। शामगढ़ के साथ सुवासरा में भी शासकीय भवन मेडिकल उपकरण हेतु प्रदान किया गया है, जो की शासकीय अस्पताल में है।

शुरुआत में इन्होंने पक्षियों के लिए जल पात्र वितरण, गायों के लिए पानी की टंकियां, गली-गली मोहल्ले मोहल्ले में रखवा, ठंड में लोगों को कंबल बांटना, बच्चों को स्वेटर बांटना, स्कूली बच्चों को स्कूल बैग, पाठ्य सामग्री बांटना का प्रयास किया। उसके बाद इस काम में जनता का सहयोग मिलने लगा। कोविड से पहले भलाई की सप्लाई के द्वारा निशुल्क कोचिंग भी चलाई जाती थी। जिसमें की 90 बच्चों को पढ़ाया जाता था।

बाढ़ के समय भी जन सहयोग से कार्य किया। प्रति वर्ष तीन ट्राईसाईकिल दिव्यांग व्यक्तियों को जन सहयोग से प्रदान करते हैं, 10 लाख से ज्यादा के मेडिकल उपकरण जन सहयोग से एकत्रित किए। जिनका लाभ जनता को मिल रहा है। इसी के साथ-साथ नगर परिषद के साथ जुड़कर स्वच्छ भारत के अंतर्गत डस्टबिन वितरण किया।

===============

Stop Diarrhoea Campaign” सह दस्तक अभियान के अन्तर्गत निरन्तर की जा रही है बच्चों की जांच एवं प्रदान की जा रही है स्वास्थ्य सेवायें

मंदसौर 31 जुलाई 25/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि शासन के निर्देशानुसार 22 जुलाई 2025 से जिले में भी “Stop Diarrhoea Campaign” सह दस्तक अभियान आयोजित किया जा रहा है जो 16 सितम्बर 2025 तक चलाया जायेगा। एसआरएस 2021-22 के अनुसार, भारत में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु का 6.8 प्रतिशत कारण डायरिया है। यह आंकड़ा इस बात का स्पष्ट संकेत है कि डायरिया एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बना हुआ है। विषय की गंभीरता को देखते हुए अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान साक्ष्य आधारित गतिविधियों पर केन्द्रित है जिसका प्रभाव प्रदेश में बाल मृत्यु दर में कमी के रूप में परिलक्षित हुआ है। अभियान में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत शासन के निर्देशों को भी समाहित किया गया है। इस दौरान इन बच्चों में गंभीर कुपोषण, अनीमिया, निमोनियां, निर्जलीकरण, संक्रमण, की पहचान त्वरित उपचार एवं आवश्यकतानुसार रेफरल के साथ-साथ उन्हें विटामिन ए घोल पिलाना, ओ.आर.एस, पैकेट, जिंक टेबलेट का वितरण सेवा अदायगी की जायेगी।

===========

सूचना का अधिकार 2005 अधिनियम पर मास्टर ट्रेनर ने लोक सूचना अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण

मंदसौर 31 जुलाई 25/ ई दक्ष प्रबंधक द्वारा बताया गया कि कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग भारत सरकार द्वारा आयोजित आर.सी.वी.पी नरोन्हा प्रशासनिक अकादमी भोपाल के मार्गदर्शन में ई दक्ष केंद्र मंदसौर में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें जिले के विभिन्न कार्यालय से लोक सूचना अधिकारी, सहायक लोक सूचना अधिकारी एवं शाखा प्रभारी को मास्टर ट्रेनर श्री सत्येंद्र राठौर द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के उद्देश्य पृष्ठभूमि तथा प्रावधानों से अवगत कराया गया।

प्रशिक्षण में मुख्य रूप से लोक सूचना अधिकारी को सूचना प्रदान करने के संबंध में उनकी भूमिका, बाध्यता, छूट, अपील तथा पेनल्टी आदि के बारे में बताया गया। अधिनियम लागू होने के बाद हुए सभी संशोधन एवं प्रशिक्षणार्थियों के प्रश्नों का निराकरण एवं उपाय बताए गए। अधिकारियों को अधिनियम के अधीन बनाए गए नियमों को सुचारू पालन करने के लिए कार्यालय में रिकॉर्ड प्रबंधन का महत्व एवं उपाय बताए गए। मास्टर ट्रेनर श्री सत्येंद्र राठौर ने प्रशिक्षण के दौरान नवीन ई सर्विस पोर्टल के माध्यम से आरटीआई के ऑनलाइन आवेदनों को किस प्रकार निराकरण किया जाएगा उसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।

===========

जिला स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता 1 अगस्त को होगी

पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में 123 टीमों के 369 प्रतिभागी पर्यटन के ज्ञान को परखेंगे

मंदसौर 31 जुलाई 25/ जिला स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी डॉ. विनीता प्रधान ने बताया कि मंदसौर मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक स्थल ,कला, संस्कृति, मेले, उत्सव, त्योहार, प्रमुख इमारतें नदियां, बोलियां फिल्म निर्माण आदि बातों का ज्ञान बताने के लिए मंदसौर जिले की शासकीय तथा अशासकीय संस्थाओं की 123 टीमें जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय में 1 अगस्त 2025 को आयोजित हो रही जिला स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पहुंचेगी। 123 टीमों में कक्षा 9वी से 12वीं तक में पढ़ने वाले 369 विद्यार्थी अपने विद्यालय के मार्गदर्शक शिक्षक के साथ शामिल होंगे। प्रतियोगिता को आयोजित करने के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा गठित विभिन्न समिति के प्रभारी एवं सदस्यों की बैठक उत्कृष्ट विद्यालय मंदसौर में आयोजित की गई। जिसमें अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक श्री लोकेंद्र डाबी ने प्रतियोगिता की नियमावली तथा प्रतियोगिता को ठीक ढंग से आयोजित करवाने के संबंध में सबको मार्गदर्शन दिया। पर्यटन क्विज़ प्रतियोगिता की मास्टर ट्रेनर श्रीमती कीर्ति सक्सेना उच्च माध्यमिक शिक्षक लौह पुरुष सरदार पटेल उ. मा. वि मंदसौर ने इस अवसर पर प्रतियोगिता आयोजन की संपूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत की तथा बताया कि प्रतियोगिता दो चरण होगी।

पहले चरण में 100 प्रश्नों का प्रश्न पत्र प्रत्येक टीम को हल करना होगा जिसके लिए 2 घंटे का समय रहेगा। द्वितीय चरण 10 राउंड में संपन्न होगा जिसमें प्रथम चरण में चयनित सर्वाधिक अंक पाने वाली छह टीमें भाग लेगी। क्विज प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी ने बताया कि जो प्रतिभागी भाग लेने के लिए उत्कृष्ट विद्यालय पहुंचेंगे उनके लिए पंजीयन हेतु पांच काउंटर बनाए गए हैं जिन पर उपस्थिति के हस्ताक्षर प्रवेश पत्र एवं नाश्ता तथा भोजन का कूपन प्रदान किया जाएगा। प्रतियोगिता के प्रथम चरण में लिखित परीक्षा हेतु आठ कक्षों में बैठक व्यवस्था की गई है तथा अनुभवी शिक्षक गण को पर्यवेक्षण का कार्य सौंपा गया है। वहीं द्वितीय चरण के ऑडियो विजुअल राउंड हेतु विद्यालय के मल्टी एक्टिविटी हाल में व्यवस्था की गई है। परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थियों का एवं शिक्षक का मोबाइल पूर्णत: वर्जित रहेगा। प्रतिभागियों को पर्यटन से संबंधित आकर्षक फिल्म भी दिखाई जाएगी तथा सभी प्रतिभागियों को पर्यटन विकास निगम की ओर से सहभागिता का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा एवं प्रतियोगिता के द्वितीय चरण में चयनित टीमों को प्रमाण पत्र के साथ पर्यटन विकास निगम की ओर से पर्यटन हेतु कूपन भी दिए जाएंगे । यह प्रतियोगिता प्रतिभागियों के ज्ञानवर्धन के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी।

==================

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त वितरण 2 अगस्‍त को

“पीएम किसान दिवस” के रूप में मनाया जाएगा

मंदसौर 31 जुलाई 25/ अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत वर्ष में कुल 6 हजार रूपये की राशि तीन समान किस्तों में प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20 वीं किश्त वितरण का कार्यक्रम प्रधानमंत्री द्वारा 2 अगस्‍त 2025 को वाराणसी, उत्तरप्रदेश से किया जाएगा। 20वीं किस्त वितरण दिवस को “पीएम किसान दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।

कलेक्‍टर श्रीमती गर्ग ने प्रभारी परियोजना अधिकारी गरोठ श्रीमती राय की दो वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकी

मंदसौर 31 जुलाई 25/ कलेक्‍टर श्रीमती अदिती गर्ग ने कदाचरण की दोषी पर्यवेक्षक श्रीमती चन्दा राय को म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 16 के तहत आगामी दो वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की लघु शास्ति से दंडित किया गया है।

प्रभारी परियोजना अधिकारी (मूलपद-पर्यवेक्षक) परियोजना- गरोठ क्र. 02 श्रीमती चन्दा राय के द्वारा श्रीमती सुन्दरबाई से सेवा पृथक्करण कार्यवाही को रोकने के एवज में रिश्वत की मांग की गई।

प्रभारी परियोजना अधिकारी (मूल पद-पर्यवेक्षक, तृतीय श्रेणी) श्रीमती चन्दा राय का उक्त कृत्य म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के उपनियम एक एवं तीन के अनुपालन नहीं करने से कदाचरण की श्रेणी में आता है। प्रभारी परियोजना अधिकारी (मूल पद-पर्यवेक्षक, तृतीय श्रेणी) श्रीमती चन्दा राय का व्यवहार अत्यन्त अशोभनीय एवं शासन की छवि धुमिल करने वाला है। एवं निष्ठा संदिग्ध होना भी प्रमाणित है। इस कारण आगामी दो वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने की लघु शास्ति से दंडित किया गया है।

============

जिले में अब तक 490.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

मंदसौर 31 जुलाई 25/ जिले में इस वर्ष अब तक औसतन 490.6 मि.मी. वर्षा दर्ज की गयी है। जब कि पिछले 24 घन्टों में मंदसौर जिले में 7.8 मिमी वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 24 घन्टों में मंदसौर में 2.0 मि.मी., सीतामऊ में 0 मि.मी., सुवासरा में 6.0 मि.मी., गरोठ में 24.8 मि.मी., भानपुरा में 32.0 मि.मी., मल्हारगढ़ मे 4.0 मि.मी., धुधंड़का में 0 मि.मी., शामगढ़ में 6.0 मि.मी., संजीत में 3.0 मि.मी., कयामपुर में 8.0 मि.मी. एवं भावगढ़ में 0 मि.मी वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है।

विगत 1 जून से अब तक वर्षा मापक केन्द्र मंदसौर में 536.0 मि.मी., सीतामऊ में 406.4 मि.मी. सुवासरा में 350.2 मि.मी., गरोठ में 498.2 मि.मी., भानपुरा में 1217.8 मि.मी., मल्हारगढ़ मे 278.0 मि.मी., धुधंड़का में 368.0 मि.मी., शामगढ़ में 441.4 मि.मी., संजीत में 376.0 मि.मी., कयामपुर में 391..3 मि.मी. एवं भावगढ़ में 534.0 वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। गांधीसागर बांध का जल स्‍तर अब तक 1292.51 फीट है।

===================

मुल्तानपूरा में गिलैन बैरे सिंड्रोम के संदिग्ध मरीजों की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच कर उपचार किया जा रहा

गिलैन बैरे सिंड्रोम के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें

मंदसौर 31 जुलाई 25/ मुख्‍य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि विकासखंड मन्दसौर के मुल्तानपूरा में गिलैन बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barré Syndrome – GBS) से संदिग्ध मरीजों की पहचान की गई है। यह एक गंभीर तंत्रिका रोग है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपनी ही नसों पर हमला करती है, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, झुनझुनी या पक्षाघात जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।

गिलैन बैरे सिंड्रोम के संभावित लक्षण

गिलैन बैरे सिंड्रोम के संभावित लक्षण के अंतर्गत हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन, मांसपेशियों में तेजी से बढ़ती कमजोरी, चलने-फिरने में असमर्थता, सांस लेने या निगलने में कठिनाई, चेहरे की मांसपेशियों में कमजोरी आदि लक्षण हो सकते है।

मुल्तानपूरा में विशेष सर्वे एवं स्क्रीनिंग अभियान प्रारंभ कर दिया गया है। रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) द्वारा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया गया है एवं आवश्यक नमूनों की जांच की जा रही है। मेडिकल कॉलेज मन्दसौर के विशेषज्ञ चिकित्सकों के सहयोग से मरीजों के उपचार की निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन से अपील की गई है कि घबराएं नहीं, समय पर लक्षणों की पहचान एवं उपचार से GBS का इलाज संभव है। अधिक जानकारी हेतु CMHO कार्यालय, मन्दसौर या स्वास्थ्य नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिकों से अपील

स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति में लक्षण दिखाई दें तो बिना देर किए निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल से संपर्क करें। बच्चों, बुजुर्गों तथा हाल ही में किसी बुखार या वायरल बीमारी से ग्रस्त लोगों में विशेष सतर्कता रखें। किसी भी अफवाह से बचें तथा केवल प्रमाणिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें। मुल्तानपूरा एवं आसपास के क्षेत्रों के नागरिक सतर्क रहें और लक्षण नजर आने पर स्वास्थ्य टीम को तुरंत सूचित करें।

==================

वर्षा ऋतु में होने वाली बिमारियों की रोकथाम हेतु बरते सावधानियां

मंदसौर 31 जुलाई 25/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जानकारी देते हुवे बताया कि वर्षा ऋतु में मुख्य रूप से दूषित जल के उपयोग के कारण होने वाली बीमारियों ही प्रमुख रूप से देखी जाती है। दूषित जल के सेवन से टाइफाईट पीलिया, डायरियों, पैचिस एवं हेजा जैसी बीमारिया भी फैलती है। अतः भोजन बनाने में एवं पेयजल के रूप में शुद्ध उबला हुआ जल का उपयोग करें। कुछ भी खाने के पहले व शौच के पश्चात साबुन से अवश्य हाथ धोवे।

शुद्ध पेयजल की कमी के कारण देश में जल जनित रोगो से सबसे अधिक यानि लगभग 80 प्रतिशत मौतें होती है। बारिश में यह समस्या बढ़ जाती है। पानी और अस्वच्छ आदतों से फैलने वाली बीमारियों को मौटे तौर पर दस्त/कृमि संक्रमण / त्वचा और आंखों के रोग / मच्छरों एवं मक्खियों से फैलने वाले रोग सम्मिलित है।

दस्त रोग दूषित पानी के कारण प्रायः दस्त रोग फैलता है। मुख्य रूप से बच्चों मे यह अधिक गंभीर रूप धारण कर सकता है। यह रोग इसलिये भी गंभीर है क्योकि शरीर में से पानी निकल जाने से बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है। दस्त रोग की रोकथाम हेतु प्रायः शुद्ध पेयजल एवं शुद्ध भोजन का उपयोग करे। सड़े गले फल एवं खाद्य पदार्थों का उपयोग ना करे, खाना खाने से पहले एवं शौच के बाद साबुन से अवश्य हाथ धोवे, खुले में शौच न करे, शौचालय का उपयोग करे। घर के आसपास साफ सफाई रखे, दस्त लग जाने पर ओ.आर.एस. एवं जिंक सल्फेट गोली का उपयोग चिकित्सक की सलाह अनुसार करे। खाने-पीने की वस्तुओं को ढंक कर रखे। मक्खीयों से बचाव करे, हरी सब्जी एवं फलों को उपयोग करने के पहले साफ पानी धोकर उपयोग करे।

आंखों का रोग मानसून के दौरान बहुत से लोगो को आंखो के रोग हो जाते है, आंखो में खुजली एवं आखे लाल हो जाती है। चिपचीपी हो जाती है, सफेद और पिले रंग का पदार्थ जमा हो जाता है। इस रोग को आई फ्लू, कंजक्टिवाईटिस, या आखे आना के रूप में जाना जाता है। कंजेक्टिवाइटिस का संक्रमण आपसी संपर्क के कारण फैलता है, इस रोग का वायरस संक्रमित मरीज के उपयोग की किसी भी वस्तु जैसे, रूमाल, तौलिया, टॉयलेट की टॉटी, दरवाजे का हैंडल, टेलीफोन के रिसीवर से दूसरों तक पहुंचता है, कम्प्युटर कीबोर्ड भी इसे फैलाने में सबसे बड़ा सहायक साबित होता है। आंखे आने पर बार-बार अपने हाथ एवं चेहरे को ठंडे पानी से घोवे, परिवार के सभी सदस्य अलग-अलग तोलिये, एवं रूमाल का उपयोग करे स्वच्छ पानी का उपयोग करे बार बार आंखों को हाथ ना लगावे धूप के चश्मे का प्रयोग करे चिकित्सक को दिखाये।

मलेरिया / डेंगू रोग बरसात मे मलेरिया/डेगू रोग भी फैलता है। जिसमें मरीज को ठंड लगकर बुखार आता है प्रायः बरसात के दिनों में जल जमा हो जांता है, जो खेत, तालाब, गड्डे, खाई, घर के आस पास रखे हुवे टुटे फुटे डब्बे, पुराने टायर, पशु के पानी पिने का होद इत्यादि। इस प्रकार के भरे हुवे पानी में प्रायः मच्छर के लार्वा पैदा होते है जो बाद में मच्छर बनकर रोग फैलाते है। मलेरिया से बचाव हेतु घर के आसपास जल जमा ना होने दे रूके हुवे पानी में मिट्टी का तेल या जला हुवा आईल डाले। कूलर, फुलदान, फ्रिज ट्रे आदि को सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करे। सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करे। किट नाशक का छिडकाव करवाये, मलेरिया रोग हो जाने पर खून की जांच अवश्य करावे एवं चिकित्सक की सलाह से पूर्ण उपचार ले।

======================

दफ्तरी प्रक्रिया में लंबित न रहें नागरिकों की समस्याएं : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

समाधान ऑनलाइन में सुलझे अनेक लंबित प्रकरण

प्रभारी प्राचार्य निलंबित, 4 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस, बीमा कम्पनी पर अर्थदण्ड

समस्याओं को तत्परता से निराकरण करने वाले जिले और अधिकारियों को दी बधाई

मंदसौर 31 जुलाई 25/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नागरिकों की ऐसी समस्याएं जो बहुत समय से किसी प्रशासनिक प्रकिया के कारण लंबित हैं और उससे हितग्राही अपने अधिकार को प्राप्त करने से वंचित हो रहा है तो प्रशासन से जुड़े प्रत्येक अधिकारी का यह दायित्व है कि उस लंबित कार्य का बिना देर किए समाधान निकालें। सीएम हेल्पलाइन लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए संचालित व्यवस्था है। इस हेल्पलाइन और समाधान ऑनलाइन जैसे कार्यक्रमों तक प्रकरण आने की जरूरत ही नहीं होना चाहिए। जिस स्तर पर समाधान संभव है उस समस्या को उसी स्तर पर हल करने पर पूरा प्रयास किया जाए। यह अधिकारियों का दायित्व भी है और जिम्मेदार प्रशासन का प्रत्यक्ष प्रमाण भी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में समाधान ऑनलाइन के माध्यम से विभिन्न जिलों के नागरिकों की लंबित समस्याओं का समाधान कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाधान ऑनलाइन में आए विभिन्न प्रकरणों में लापरवाही के दोषी एक प्रभारी प्राचार्य के निलंबन, 4 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने और बीमा कम्पनी पर अर्थदण्ड लगाने के निर्देश दिये।

अनेक समस्याओं का हुआ समाधान

दुग्ध विक्रय पर प्रोत्साहन: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिवनी जिले के पशुपालक श्री कुंदन गिरी गोस्वामी को दुग्ध विक्रय पर प्राप्त होने वाली राशि का भुगतान न होने के प्रकरण में समाधान ऑनलाइन के माध्यम से भुगतान करवाया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के माध्यम से प्रदेश में दुग्ध विक्रेताओं को लाभान्वित करने के बारे में जिला स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। जबलपुर दुग्ध संघ को 6 करोड़ रुपए की राशि और ग्वालियर दुग्ध संघ को 2 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की गई है। प्रदेश में दुग्ध के विक्रय पर 2 से लेकर 6 रुपए तक बोनस देने और नई सहकारी समितियों के गठन की पहल हुई है। दुग्ध संकलन में वृद्धि हुई है। प्रदेश में जहां 934 नई दुग्ध संग्रहण समितियां बनी हैं, वहां लगभग 25 हजार दुधारू पशु भी बढ़े हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कलेक्टर्स को जिलों में शिविर लगाकर दुग्ध उत्पादन बढ़ाने, गौवंश के संरक्षण और सांची ब्रांड को अधिक लोकप्रिय बनाने के प्रयास करने को कहा।

स्वरोजगार योजना की सब्सिडी मिली: मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन के उद्यमी श्री पीयुष काबरा को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में प्राप्त ऋण की सब्सिडी प्राप्त न होने के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए दोषी कर्मचारी को दंडित करने के निर्देश दिए। इस प्रकरण में आवेदक श्री काबरा को राशि प्राप्त हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वरोजगार योजना और अन्य योजनाओं में हितग्राहियों को समय-सीमा में लाभान्वित करने के निर्देश दिए।

विद्यार्थियों को समय पर मिले डिग्री

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर निवासी डॉ. शरद कुमार शर्मा के मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर से डिग्री प्राप्त न होने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए समस्त विश्वविद्यालयों द्वारा दीक्षांत समारोह आयोजित कर विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभिन्न पाठ्यक्रमों के उत्तीर्ण विद्यार्थियों को समय पर उपाधि प्राप्त हो जाए इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग और चिकित्सा शिक्षा अपने स्तर पर कार्यवाही सुनिश्चित करें।

बीमा कंपनी पर अर्थ दण्ड

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शाजापुर जिले के श्री प्रेमसिंह जादौन को बीमा राशि का भुगतान करवाया। इस प्रकरण में बीमा कम्पनी ने फसल बीमा दावे के भुगतान में विलंब किया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संबंधित बीमा कम्पनी पर अर्थदण्ड रोपित करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नरसिंहपुर जिले के दाल मिल संचालक श्री नीलेश साहू को नियमानुसार मिलने वाली मण्डी शुल्क से छूट प्राप्त न होने के प्रकरण में समाधान करवाया। साथ ही इस तरह के लंबित मामलों में मण्डी फीस की प्रतिपूर्ति करवाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाधान ऑनलाइन में सागर जिले के एक प्रकरण में गुमशुदा बालिका की वापसी की कार्यवाही के लिए पुलिस प्रशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में अभियान संचालित कर ऐसे प्रकरणों में प्राथमिकता से की जाए।

समाधान ऑनलाइन के माध्यम से अनूपपुर जिले की आवेदक सरोजदेवी नामदेव को पेंशन राशि प्राप्त हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लंबित पेंशन प्रकरण में शीघ्र कार्यवाही करने को कहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शिवपुरी जिले की छात्रा को प्रतिभा योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने के निर्देश दिए।

प्राचार्य निलंबित

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विदिशा जिले के छात्र श्री सुमित साहू को छात्रवृत्ति राशि का भुगतान करवाया। इस प्रकरण में संबंधित प्रभारी प्राचार्य को निलंबित किया गया है।

समाधान ऑनलाइन में प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राही को दूसरी और तीसरी किश्त का भुगतान न किए जाने पर तत्कालीन एवं वर्तमान मुख्य नगरपालिका अधिकारी खरगौन को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गये। मुख्यमंत्री की पहल पर आवेदक श्री महेश राठौर को योजना की राशि प्राप्त हुई।

समाधान ऑनलाइन में प्रकरण आने पर रीवा जिले के आवेदक श्री मनीष तिवारी के नलजल योजना से पानी न मिलने के आवेदन पर समाधान की कार्यवाही की गई। समाधान की कार्यवाही करते हुए जल निगम रीवा ने क्षतिग्रस्त पाइप लाइन को दुरस्त कर जल प्रदाय सुनिश्चित किया गया।

हरदा जिले के श्री मिथुन वर्मा द्वारा मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में अनुदान न मिलने की शिकायत की गई थी। समाधान ऑनलाइन में प्रकरण आने पर हितग्राही को जिला पंचायत ने राशि का भुगतान कर दिया है। इस प्रकरण में जिला परियोजना प्रबंधक मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं मुख्य प्रबंधक अग्रणी बैंक हरदा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

ये जिले और विभाग रहे अव्वल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम में जन समस्याएं तत्परता से हल करने वाले जिलों, शासकीय विभागों और अधिकारियों को बधाई दी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जानकारी दी गई कि प्रदेश में आमजन की समस्याओं को हल करने में गुना जिला अव्वल है। प्रथम आठ जिलों में गुना, सिंगरौली, रायसेन, कटनी, सीहोर, शाजापुर, अलीराजपुर और अनूपपुर शामिल हैं। जिन विभागों ने सीएम हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों को प्राथमिकता से हल करने का कार्य किया है उनमें ऊर्जा, नगरीय विकास एवं आवास, खाद्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और गृह विभाग शामिल हैं। जहां ऊर्जा विभाग ने 91 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण किया वहीं नगरीय विकास, खाद्य, पंचायत और गृह विभाग ने 88 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण करने में सफलता प्राप्त की है।

श्रेष्ठ अधिकारी

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने नागरिकों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहकर समाधान की कार्यवाही करने वाले तीन अधिकारियों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। इन तीनों अधिकारियों ने प्राप्त शिकायतों पर शत-प्रतिशत निराकरण की कार्यवाही की है। इन अधिकारियों में श्री के.के. दुबे, पुलिस उप निरीक्षक, थाना रावतपुरा जिला भिण्ड, श्री महेंद्र शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी लोकनिर्माण मुरैना और श्री सचिन साहू सहायक यंत्री नगरीय प्रशासन, भोपाल शामिल हैं।

समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाना सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon
Whatsapp
ज्वॉइन करें
site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}