राष्ट्रीय स्वच्छ वायु (एनसीएपी) की स्थिति को लेकर सांसद गुप्ता ने लोकसभा में किया प्रश्न

राष्ट्रीय स्वच्छ वायु (एनसीएपी) की स्थिति को लेकर सांसद गुप्ता ने लोकसभा में किया प्रश्न
मंदसौर – सरकार द्वारा वर्ष 2019 में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु (एनसीएपी) महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया गया। सरकार द्वारा इसके आरंभ से अब तक कुल कितने शहरों में सिटी एक्शन प्लान (सीएपी) कार्यान्वित किया गया है। जिन शहरों में एनसीएपी लागू किया गया है वहां वायु गुणवत्ता में सुधार लाने में यह कितना सफल रहा है। उन्होने कहा कि सरकार ने एनसीएपी के अंतर्गत विभिन्न बहु-क्षेत्रीय हस्तक्षेपों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकारों, नागरिक निकायों के साथ किसी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं और चालू वित्तीय वर्ष के लिए सीएपी के कार्यान्वयन हेतु केन्द्रीय सरकार द्वारा विभिन्न राज्य सरकारों के लिए संस्वीकृत और जारी की गई निधि का ब्यौरा क्या है।
प्रश्न के जवाब में पर्यावरण, वन और जनवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्तवर्धन सिंह ने बताया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जनवरी 2019 में शुरू किए गए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) का उद्देश्य 24 राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के 130 शहरों (मानकों को पूरा न करने वाले शहरों और दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों) में वायु गुणवता में सुधार लाना है। एनसीएपी एक बहु-क्षेत्रीय पहल है जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों, शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) और अन्य हितधारकों के समन्वित प्रयास शामिल हैं। यह शहर, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की स्वच्छ वायु कार्य योजनाओं के माध्यम से स्रोत-विशिष्ट उपशमन संबंधी उपायों पर बल देता है। उन्होने बताया कि 130 शहरों में से, 10 लाख से अधिक आबादी वाले 48 शहरों/शहरी समूहों को वायु गुणवत्ता प्रदर्शन अनुदान के रूप में पंद्रहवें वित्त आयोग के मिलियन प्लस सिटी चैलेंज निधि के तहत वित्त पोषित किया जाता है, और शेष 82 शहरों को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की प्रदूषण नियंत्रण योजना के तहत वित्त पोषित किया जाता है। वायु गुणवत्ता सुधार उपायों को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण अंतर वित्तपोषण के रूप में 130 शहरों को 13,036.52 करोड़ रुपये का कार्य-निष्पादन आधारित अनुदान प्रदान किया गया है। एनसीएपी के अंतर्गत स्वीकृत और जारी की गई धनराशि का राज्य-वार ब्यौरा अनुबंध में दिया गया है। एनसीएपी के अंतर्गत 130 शहरों द्वारा की गई लक्ष्यित कार्रवाइयों ने सकारात्मक परिणाम दर्शाए हैं, जिनमें से 103 शहरों में वर्ष 2017-18 की तुलना में वर्ष 2024-25 में पीएम 10 की सांद्रता में कमी देखी गई है, जिनमें से 64 शहरों में आधार वर्ष 2017-18 की तुलना में पीएम 10 के स्तर में 20ः से अधिक की कमी देखी गई है और इनमें से 25 शहरों में 40ः से अधिक की कमी देखी गई है। कुल 22 शहरों ने राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानकों (एनएएक्यूएस) को पूरा किया है।