
अपने शिक्षकों से भारतीय थलसेना (आर्मी) के सैनिक मंगलेश खारोल मिलने के लिए आए
कराड़िया । अपने विद्यालय एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कराड़िया में विद्यालय के अपने शिक्षकों से भारतीय थलसेना (आर्मी) के सैनिक मंगलेश खारोल मिलने के लिए आए।
खारोल ने कहा कि इस दौरान मैं कक्षा दसवीं में था,बड़े जोश और उत्साह के साथ हमारा मिलना हुआ मुझे बड़ा गर्व महसूस हुआ जब कोई विद्यार्थी विद्यालय में शिक्षा के आता है और सेवा के लिए प्रस्थान कर जाता है, बस वही भाव सार्थक होता देख में स्वयं को काबू नहीं कर पाया और मैने अपने मोबाइल से यह फोटो लेने के लिए एक विद्यार्थी को कहा, भाई मंगलेश खारोल इसी विद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी करने के पश्चात अपने बड़े भाई श्री राकेश जी खारोल (मध्य प्रदेश पुलिस इंस्पेक्टर) पद चिन्हों पर चलते हुए, आपने भी अपने जीवन को देश सेवा में लगाने का निश्चय किया ,
मैंने भाई मंगलेश से कहा कि आप इतनी दूर अटारी बॉर्डर (पंजाब) से मिलने आए और आपका बच्चों से परिचय बिना मुझे अच्छा नहीं लगेगा कुछ मोटिवेशन इस छात्रों को मिलेगा, तब फिर आपने अपने अनुभव से अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण को शब्दों में बयां किया, किस तरह से बार बार असफलता को नजरअंदाज किया ओर अपने लक्ष्य का पीछा किया अन्ततः सफलता ने कदम चूम लिए मौका मिला देश सेवा का मन मुताबिक कर्म मिल गया और लग गए इस मातृभूमि की सेवा में बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने और लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया।
अगर एक छात्र भी सफल होता है अपने जीवन में तो सर मेरा आना सार्थक है…
जीवन पुष्प चढ़ा तेरे चरणों में,
मांगे मातृभूमि से यह वर !
तेरा वैभव अमर रहे मां ,
हम दिन चार रहे न रहे !
-नरेंद्र पांचाल .