जबरेश्वर महादेव मंदिर पर कांग्रेस ने भूवनेश्वर सिंह चौहान ने सह पत्नी महा आरती की


सीतामऊ। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी सावन मास में देवालयों में बाबा भोलेनाथ के दर्शन आशीर्वाद प्राप्त करने को लेकर भक्तों का तांता लगने लगा। नगर के श्री राधा बावड़ी ,श्री हाडियां बाग लघु तीर्थ, रामेश्वरम बालाजी धाम, नीलकंठ महादेव, वटकेश्वर महादेव, मनकामेश्वर महादेव,वैद्यनाथ महादेव, मोतीकुआ मुक्तेश्वर महादेव, तितरोद दरवाजा बावड़ी, मोड़ी माताजी मंदिर प्रांगण, नांदिया बावड़ी ब्रह्म विष्णु महेश , जबरेश्वर महादेव, नीलकंठेश्वर महादेव रतनकुंड आदि देवालयों में भक्तों द्वारा देवाधिदेव महादेव कि पूजा अर्चना शिव महिम्न कही शिव तांडव स्तोत्र शिव रुद्री, पाठ तो कहीं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक कर महा आरती कर प्रसादी वितरण कि जा रही है।

इसी कड़ी में भक्तों द्वारा श्रावण के द्वितीय सोमवार को भी नगर के महावीर चौक में विराजे प्राचीन वैद्यनाथ महादेव कि पूजा अर्चना तथा भव्य शिव महिम्न स्तोत्र पाठ एवं महा आरती कर दर्शन आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं वहीं रतकुंड स्थित नीलकंठ महादेव कि पूजा अर्चना अभिषेक के साथ ढोल ताशे डमरू का भक्तों द्वारा वादन कर महा आरती कि गई। महंत जितेंद्र जी महाराज के सानिध्य में भक्त श्री अनिल पांडे श्री पुरणदास बैरागी, संजय लाला जाट श्री लक्ष्मीनारायण मांदलिया, रोहित गुप्ता भावेश राव लक्ष्मीनारायण कारा गणेश टांक, आदित्य सेठिया सहित कई मातृशक्ति पुरुष भक्तों ने महा आरती कर दर्शन आशीर्वाद प्राप्त किया। नगर के बस स्टैंड स्थित जबरेश्वर महादेव मंदिर पर भगवान भोलेनाथ का आकर्षक श्रंगार कर शाम 4 बजे से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया।तत्पश्चात महा आरती कर प्रसादी वितरण कि गई।

अभिषेक का पुण्य लाभ धनोतिया परिवार रणायरा के श्री जगदीश धनोतिया गोपाल धनोतिया द्वारा प्राप्त किया गया इस अवसर पर श्री मांगीलाल उदिया,श्री दिनेश सेठिया अनिल कुमार पाण्डेय, राधेश्याम घाटिया,कैलाश घटिया काका रमेश घाटिया लक्ष्मीनारायण मांदलिया, घनश्याम कामरिया, जगदीश रत्नावत, धर्मेंद्र कनक जैन, राकेश सेठिया, पुरणदास बैरागी मुकेश घाटीया, श्याम सुंदर शर्मा, पुजारी कथा प्रवक्ता पंडित श्री नंदकिशोर द्विवेदी बांके बिहारी सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष भक्तों तथा कांग्रेस नेता श्री भूवनेश्वर सिंह चौहान दिपाखेड़ा ने सह पत्नी के बाबा महादेव के दर्शन कर सर्वे भवन्तु सुखिन कि कामना करते हुए महा आरती कि गई।