मंदसौर जिलासीतामऊ

छोटी काशी उमड़ा आस्था का सैलाब, प्रयागराज महाकुंभ के का जल से भक्तों ने किया बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक

छोटी काशी में उमड़ा आस्था का सैलाब, प्रयागराज महाकुंभ के का जल से भक्तों ने किया बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक

सीतामऊ।प्रकृति के देवता देवाधिदेव महादेव कि पूजा अर्चना का पवित्र माह श्रावण में बाबा भोलेनाथ के देवालयों में भक्तों कि भीड़ उमड़ रही है। श्रावण के दुसरे सोमवार को नगर सहित अंचल क्षेत्र के शिवालयों में आस्था व श्रद्धा का सैलाब प्रातः से लेकर शाम तक जलाभिषेक पूजा अर्चना की धूम लगी रही। नगर के समीप कोटेश्वर महादेव एवं गंगेश्वर महादेव, हंडिया बाग गौशाला महादेव स्थल पर धार्मिक मेले के आयोजन का नजारा दिखाई दिया। नीलकंठ महादेव वृटकेश महादेव जबरेश्वर महादेव, सहित विभिन्न शिवालयों में रुद्राभिषेक भजन कीर्तन के साथ ही महा आरती एवं महाप्रसादी वितरण के आयोजनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर धर्म लाभ उठाया हिंदू आर्मी रक्षक एवं समरसता संकल्प मंच के तत्वाधान में कावड़ यात्रा का शानदार आयोजन रखा गया जो प्रातः 11 बजे मोङी माता प्रांगण से प्रारंभ होकर कोटेश्वर महादेव पहुंची जहां कावड़ यात्राओं ने जलाभिषेक एवं पूजा अर्चना की इस आयोजन में नगर की धर्म प्रेमी जनता बड़ी संख्या में नागरिकों युवाओं एवं महिलाओं ने भाग लिया समिति द्वारा कोटेश्वर महादेव में सभी भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के अतिथि सत्कार एवं वापस लाने हेतु वाहन व्यवस्था की गई थी पुलिस प्रशासन भी सक्रिय और मुस्तैद रहा कावड़ यात्रियों का जगह-जगह स्वागत सत्कार किया गया, पूरा नगर शिव मय बना।

भाजपा मंडल महामंत्री जितेंद्र सिंह तोमर एवं हिंदू रक्षक आर्मी के हितेश राय मालानी भाऊ ने बताया कि कावड़ यात्रा का मुख्य उद्देश्य सर्वे भवन्तु सुखिन कि कामना को लेकर तथा नई भावी पिढी़ सनातन धर्म को पहचानें और उनमें संस्कारित वातावरण पैदा हो, हमारी सब सनातन संस्कृति ऐसी संस्कृति जो मनुष्य को हर अच्छे पहलू से जोड़ती हैं। सनातन संस्कृति में संस्कार पूर्ण वातावरण के साथ साथ वैज्ञानिक आधार भी जुड़े हुए हैं। ऐसे ही श्रावण मास के पवित्र माह प्रकृति के देव देवाधिदेव महादेव को समर्पित माह है। भक्ति और आस्था के माध्यम से देवाधिदेव महादेव के दर्शन आशीर्वाद के सथ-साथ मनुष्य को प्रकृति से अदभुत संयोग है। इससे जुड़ने वाले और मनुष्य में एक नई ऊर्जा का संचार होता है।

इस अवसर राजूराम पंथी ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस वर्ष कावड़ यात्रा में प्रयागराज से लाया गया गंगा जमुना सरस्वती का जल भर गया वह मोडी माता जी मंदिर से गायत्री परिवार के साधकों द्वारा से विधि विधान से पूजा कराई और कन्या स्वरूप से कावड़ उठाई गई माता जी का पूजन कर कन्या से कावड़ उठाकर कावड़ यात्रा की शुरुआत की गई जो भारी जुलूस के साथ कोटेश्वर महादेव नगर के विभिन्न मार्गो से होती हुई यात्रा पहुंची जहां पर भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक किया गया एवं महाप्रसादी वितरित की गई।

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