मऊगंज में भी सामने आया एक और बिल घोटाला, 40 मिनट के कार्यक्रम में खर्च किए 10 लाख

मऊगंज में भी सामने आया एक और बिल घोटाला, 40 मिनट के कार्यक्रम में खर्च किए 10 लाख
✍🏻 विकास तिवारी
रीवा। मऊगंज जनपद पंचायत में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजित 40 मिनट के कार्यक्रम में गद्दा, चादर, नाश्ता व पानी की बोतलों के लिए 10 लाख रुपये खर्च किए जाने का मामला सामने आया है। जनपद पंचायत अध्यक्ष नीलम सिंह और सदस्य सिद्दीकी ने आरोप लगाया है कि जनपद पंचायत सीईओ ने गत 17 अप्रैल के इस आयोजन में गद्दा, चादर, नाश्ता व पानी की बोतल के लिए करीब 10 लाख रुपये का भुगतान एक फर्म को कर दिया है। इसकी शिकायत मऊगंज कलेक्टर से की गई है। मऊगंज कलेक्टर अजय जैन ने जांच टीम गठित कर दी है। वहीं, भुगतान प्राप्त करने वाली संबंधित फर्म के मालिक का कहना है कि यह एक आयोजन का नहीं, बल्कि चार आयोजनों के खर्च का बिल है।
40 मिनट का कार्यक्रम, बिल 10 लाख-:
जिला पंचायत अध्यक्ष नीलम सिंह के अनुसार, खैरा ग्राम पंचायत में 17 अप्रैल को हुए कार्यक्रम में प्रदेश के पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गिरीश गौतम प्रमुख अतिथि थे। करीब 150 अन्य लोग मौजूद रहे। नीलम का कहना है कि कार्यक्रम में सम्मिलित मेहमानों को पानी की एक भी बोतल नहीं दी गई। न किसी को नाश्ता कराया और न ही भोजन। कार्यक्रम में खर्च के लिए ढाई लाख रुपये मंजूर किए गए थे, लेकिन बिना प्रशासनिक अनुमति के 10 लाख रुपये का बिल लगाकर भुगतान कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बिलों के लिए प्रशासनिक एवं लेखा जोखा समिति से मंजूरी भी नहीं ली गई।
जिला पंचायत सीईओ व उनकी टीम करेगी जांच-:
कलेक्टर अजय कुमार जैन ने कहा कि अध्यक्ष व जनपद सदस्य का पत्र मिलने के बाद जांच के लिए निर्देशित किया गया है। इसकी जांच जिला पंचायत सीईओ व उनकी टीम करेगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
एक नहीं, बल्कि चार आयोजनों के खर्च का है बिल- आयोजक-:
प्रदीप एंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि मऊगंज में हमने कार्यक्रम में टेंट, गद्दे, माइक सेट व मंच की व्यवस्था की थी, जिसका भुगतान लिया है। खैरा में 30 गद्दे व 30 चादर की आपूर्ति की गई थी। होटल से नाश्ता की व्यवस्था की थी, जिसका बिल अलग से लगाया है। जिन-जिन बिलों को आधार बनाकर शिकायत की जा रही है, उनमें मुख्यमंत्री के दो कार्यक्रम, योग दिवस का कार्यक्रम व जल गंगा संवर्धन अभियान का कार्यक्रम शामिल हैं।