तीसरे सोमवार 28 जुलाई को पूरे लाव लश्कर के साथ बाबा नीलकंठेश्वर महादेव जी की शाही सवारी

तीसरे सोमवार 28 जुलाई को पूरे लाव लश्कर के साथ बाबा नीलकंठेश्वर महादेव जी की शाही सवारी
तितरोद–अतिप्राचीन,, सिद्ध,,चमत्कारीक श्री नीलकंठेश्वर महादेव की भव्य शाही “शिव-डोला” इस बार 28 जुलाई श्रावण माह के तीसरे सोमवार को पूरे लाव लश्कर के साथ निकलेगा जिसकी तैयारियां प्रारम्भ हो चुकी है।। तितरोद में निकलने वाली शाही शवारी क्षेत्र की सबसे भव्यतम शाही शवारीयो में शुमार है और प्रतिवर्ष तितरोद सहित आसपास के गाँवो के हजारो लोग तितरोद की शाही शवारी देखने हेतु तितरोद आते है और इस बार भी पूरी भव्यता के साथ बाबा नीलकंठेश्वर महादेव जी की शाही सवारी निकलेगी।।
शाही शवारी के यह रहेंगे मुख्य आकर्षण–क्षेत्र का सुविख्यात श्री श्याम बेंड खेजड़िया,, दिल्ली के कलाकारों द्वारा श्री राधा-कृष्ण जी की झांकी,,श्री शिव-पार्वती जी झांकी,,अघोरी नृत्य दल,,कालिका माता की विराट झांकिया शवारी का मुख्य आकर्षण रहेगी साथ ही प्रथम बार शाही शवारी में मण्डफिया नरेश श्री सांवलिया सेठ के जीवंत विग्रह की झांकी प्रस्तुत करने भी उज्जेन के कलाकार आ रहे है, इसके अतिरिक्त श्री महावीर बेंड तितरोद, सितामउ के प्रसिद्ध जादूगर छोटे सरकार कठलाना का मैजिक शो,जय भवानी ढोल पार्टी तितरोद, भस्म रमैया आरती मण्डल सेमलिया रानी द्वारा ताशा, ढोल की धमाकेदार प्रस्तुति शाही शवारी में रहेगी। आलोट के बाहुबली हनुमान जी व अन्य झांकिया भी आकर्षण का केंद्र रहेगी। शाही शवारी में श्री राम मंदिर अयोध्या की झांकी के साथ भगवान शिव की प्रतिमा की मनमोहक झांकी भी रहेगी। छोटे बच्चों हेतु सेठ-सेठानी एवं मिकी-माउस कार्टून टोली ,भूतों की टोली व 03 डीजे पार्टियां साथ रहेगी। फूल-पन्नी उड़ाने वाली तोप, रँगीन फोग एवं आतिशबाजी भी होगी। शवारी के अंतिम सिरे पर शाही रथ में विराजे भगवान श्री नीलकंठेश्वर महादेव जी के मुखोटे के दर्शन नगवासियो के साथ उपस्थित शिवभक्तों को होंगे।
तितरोद में वर्षो से भगवान श्री निलकंठेश्वर महादेव जी की शवारी निकलती आ रही है जिसका स्वरूप प्रतिवर्ष बढ़ता ही जा रहा है जिसके लिए बेनर,,पोस्टर व प्रचार वाहनों से पूरे क्षेत्र में प्रचार-प्रसार भी किया जाता है।। पूरे नगर को भगवा ध्वज से सजाया जाएगा,,बाहर से आने वाले शिवभक्तों हेतु अनेको स्थानों पर चाय,,पोहा,,साबूदाने की खिचड़ी,,केले,,केसर दूध एवं खीर के स्टॉल लगाकर वितरण किये जाते है।। इस एक दिवसीय आयोजन में तितरोद नगर के सारे कृषि कार्य बन्द रहते है व पूरा गाँव एक साथ उपस्थित होता है।। शवारी जिस भी मार्ग से गुजरती है वँहा भोलेनाथ जी की पूजा एवं आरती होती है।।
आयोजक समिति ने बताया कि दिनांक 28 जुलाई तृतीय श्रावण सोमवार को दोपहर 12 बजे श्री नीलकंठेश्वर महादेव जी की भव्य महाआरती के साथ शाही शवारी ” शिव-डोला” निकलना प्रारम्भ होगा जो रात 10 बजे तक निकलेगा। शाही शवारी नगर के मुख्य सड़क मार्ग पर ही करीब 07 घण्टे तक रहेगी जो सभी प्रमुख चौराहों तक निकलेगी जिसके बाद शाम 07 बजे बस स्टैंड तितरोद पर आतिशबाजी के बाद नगर में प्रवेश करेगी व नगर भृमण करते हुए तय समय पर रात्रि 10 बजे मन्दिर पहुचकर शवारी का विश्राम होगा। इस भव्य आयोजन को पूरा नगर सहयोग करके आयोजित करता है और पूरे नगर में शाही शवारी के दिन जबरजस्त उत्साह का माहौल रहता है।
सीतामउ-सुवासरा रोड़ जैसे यातायात के अधिक दबाव वाले रोड़ पर जब शाही शवारी पूरे लव लश्कर के साथ निकलती है तो श्री संकट मोचन सुंदर कांड समिति तितरोद के सारे सदस्य पूर्ण ड्रेसकोड के साथ यातायात व्यवस्था सुधारने हेतु उपस्थित रहते है और इस बार बजरंगदल के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में गणवेश के साथ शाही शवारी में व्यवस्था देने हेतु उपस्थित रहेंगे।
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