किसानों ने टमाटर और मिर्ची की बोवनी शुरू कर दी है और इस बार रकबा ज्यादा होने की उम्मीद

टमाटर और मिर्ची की खेती न केवल किसानों की आय बढ़ाती है, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करती
गरोठ। तहसील के ग्राम कोटडाबुजुर्ग में किसानों ने टमाटर और मिर्ची की बोवनी शुरू कर दी है और इस बार रकबा ज्यादा होने की उम्मीद है। यह किसानों के लिए एक बहुत ही अच्छा है !और उनकी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी !
कई सालों से किसान टमाटर और मिर्ची की खेती करते आ रहे हैं और उनकी विशेषज्ञता और अनुभव का लाभ मिल रहा है। टमाटर और मिर्ची की खेती न केवल किसानों की आय बढ़ाती है, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करती है। यहा सबसे पहले 2से 4 किसानो ने ही टमाटर कि फसल शुरु कि ! आज गाव कि यह स्थिति है कि चाहे वो छोटा किसान हो या बडा सभी टमाटर मिर्ची व अन्य सब्जियो कि खेती कर रहै है!
यहा सबसे ज्यादा टमाटर मिर्ची व अन्य सब्जियो कि खेती बारिश के मौसम मे होती है
किसानो के अनुसार बताया गया है! कि टमाटर मंडियो मे 15 से 20 रु किलो बिकता है! कोई घाटे कि फसल नही है!एक बीघा मे 6 हजार पौधे लगते है
टमाटर की मांग महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, कोटा जैसे बड़े बाजारों में है और व्यापारी यहां से टमाटर खरीदने आते हैं। इसके अलावा, क्षेत्र की लोकल मंडियों में भी टमाटर पहुंचता है, जिससे किसानों को अपनी फसल बेचने के अच्छे फायदा हो जाता हैं।
इस बार भी किसानों को अच्छी फसल मिलेगी क्योकि टमाटर के पौधों मे इस साल किडे कम ही लगे है!यहा किसान अच्छे किस्म के बीजो का उपयोग कर पौधे तैयार करते ! पौधो को तैयार होने मे करीब 40 से 45 दिन का समय लगता है!