कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्राकृतिक पोषण वाटिका को दिया जा रहा बढ़ावा

कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्राकृतिक पोषण वाटिका को दिया जा रहा बढ़ावा
गोरखपुर, महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र में आज अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के तहत पोषण वाटिका स्थापना के लिए 20 ग्रामीण महिलाओं का चयन किया गया। केंद्र की गृह विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. श्वेता सिंह ने इन महिलाओं को सब्जियों के बीज और फलों के पौधे वितरित किए। इस अवसर पर केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार सिंह ने महिलाओं को प्राकृतिक विधि से पोषण वाटिका लगाने, जैविक खाद और कीटनाशक तैयार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सब्जियों और फलों में लगने वाले रोगों और उनके प्राकृतिक उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी।मृदा वैज्ञानिक डॉ. संदीप प्रकाश उपाध्याय ने बीजों को उपचारित करने की महत्ता पर जोर देते हुए बताया कि इससे मृदा और बीज जनित रोगों से बचाव संभव है। डॉ. श्वेता सिंह ने किचन गार्डन के महत्व और सब्जियों-फलों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी दी, ताकि महिलाएं अपने घरों में इन्हें उगाकर परिवार के पोषण को बेहतर बना सकें।लगभग दो दर्जन महिला किसानों को बैंगन, टमाटर, मिर्च, लौकी, नेनुआ, कोहड़ा, सतपुतिया, करैला, भिंडी, बोड़ा आदि के बीज और आम (कपुरी, चौसा, गौरजीत, दसहरी) के कलमी पौधे वितरित किए गए। यह पहल ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पोषणयुक्त भोजन सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।