मल्हारगढ़मंदसौर जिला

संजीत पर्यटक स्थल के नाम से लाखो रूपये हुए खर्च, सरपंच ने कहा साफ सफाई करवाने मे खर्चा हुआ है, सचिव ने कहा ठेकेदार का बिल बाकि तो राशि निकाली

धरातल पर झाड़ियों मे तब्दील हुआ पर्यटक स्थल

पर्यटन स्थल के नाम से मनरेगा तहत निकल गई 50 लाख से ऊपर की राशि

बंशीदास बैरागी

मामला मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के संजीत का जहाँ कुछ सालो पहले संजीत कचहरी पॉइंट स्थान को मल्हारगढ़ विधायक व मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम द्वारा पर्यटक पर्यटन स्थल को घोषणा करी थी जहाँ बाहर से गुमने के लिए पर्यटन स्थल को दूर दराज से लोग देखने आएंगे जिसका काम कुछ सालो पहले शुरू हुआ था मगर स्थानीय राजनीती के चक्कर मे पर्यटक स्थल की स्थिति वैसी की वैसी ही रह गई।

कही झाड़िया तो कही कांटे दार वृक्ष खडे है मगर पंचायत के जिम्मेदारो ने पर्यटक स्थल को कमाई का साधन बना लिया है पर्यटक स्थल पहले भी विवादों मे रहा है पूर्व जिला पंचायत सीईओ कुमार सत्यम जी द्वारा ज़ब संजीत पर्यटक स्थल का दौरा किया था उस समय पर्यटक स्थल पर निर्माण कार्य काम नहीं पाया गया तो वर्तमान पंचायत सचिव इश्वरलाल गवरी को जमकर फटकार लगाई ।वही मोके पर उपस्थित इंजिनियर जस्वीर सिंह को भी फटकार लगाई और कहा गया की पर्यटक स्थल की स्थिति मे सुधार किया जाये मगर उसके कुछ दिनों बाद पंचायत सचिव व इंजिनियर द्वारा मनरेगा तहत मस्टर चलाकर 20 से 25 लाख रूपये की करीबन राशि मनरेगा तहत निकाल ली मगर पर्यटक स्थल की स्थिति मे कोई सुधार नहीं है। बल्कि रेत माफियों को नदी मे से रेत निकालने मे आसानी हो गई जगह समतल देखकर या कहे की संजीत कचहरी पॉइंट को रेत माफियाओ ने भी अपने रेत के फायटर खाली होने के लिए उचित स्थान मिल गया है जिससे रेत के अवैध फाइटर आसानी से खाली हो रहे है और ना ही इनके अंदर प्रशासन का खौफ है और ना ही थाने वाले का रोज़ाना बड़ी तादाद मे ट्रेक्टरो ट्रॉली के माध्यम से रेत का कर रहे है खनन।

अब देखना ये होगा की मंदसौर कलेक्टर महोदय जिला पंचायत सीईओ अनुकूल जैन इस पर्यटक स्थल की और ध्यान आकर्षित करते है या फिर पर्यटक स्थल की जगह को ऐसे ही अवैध रेत खनन माफियों के लिए छोड़ देंगे।

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