आने वाली पीढ़ी के लिए जमीन सुरक्षित जरुरी, जमीन के लिए जैविक खाद अति महत्वपूर्ण

किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया
भानपुरा-आदर्श ग्राम सानडा में कर्मभूमि सामाजिक सेवा समिति के सहयोग से किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया संगोष्ठी में जनपद प्रतिनिधि दशरथ भट्ट सरपंच मनोज कुमार मेघवाल डॉ महेश बागड़ी संधारा गांव के सम्माननीय किसान बंधु कर्मभूमि सामाजिक सेवा समिति से रामदयाल मीणा एवं कृषि विशेषज्ञ उपस्थित थे।
मंदसौर कृषि उद्यानिकी महाविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा खेती संतरा के पौधे फसल चक्र जैविक खेती सोयाबीन एवं अन्य फसलों की अलग-अलग किस्म मिट्टी परीक्षण एवं किसानों को कीटनाशक एवं फफूदी नाशक रसायनों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
यहां के 90% किसान संतरा के पौधों की खेती करते हैं इसलिए सबसे ज़्यादा ध्यान संतरा के पौधे की रोपाई के समय क्या-क्या गतिविधियां करनी चाहिए एवं संतरा के पौधों को किन-किन कीटनाशक एवं फफूंदी नाशक कीटों से पौधों की जड़ों एवं पौधों को किसान कैसे सुरक्षित रखें इसकी कृषि विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से बिंदु वार चर्चा की गई एवं आने वाले बरसात में खरीफ की फसलों की अलग-अलग किस्मों के बारे में किसानों से चर्चा की गई जैविक खेती के बारे में गोबर से बने केंचुए की खाद सबसे ज्यादा उपयोगी है जैविक खेती के बिना रासायनिक उर्वरक से धीरे-धीरे जमीन बंजर बनती जाएगी जमीन को बंजर बनने से रोकने के लिए जैविक खाद अति महत्वपूर्ण है आने वाली पीढ़ी के लिए जमीन सुरक्षित रखना जरूरी है।