जिनके जीवन में दुःख वह अच्छे गादी तकिया पर भी नहीं सो सकता ,पर जिनके जीवन में आनंद है वह खेत में भी सो सकता- साध्वी जयमाला वैष्णव

जिसके जीवन में दुःख वह अच्छे गादी तकिया पर भी नहीं सो सकता ,पर जिनके जीवन में आनंद है वह खेत में भी सो सकता- साध्वी जयमाला वैष्णव


सीतामऊ। जो दुःखी हो जाता है उसे भजन करना चाहिए पर आज हम दुसरे के सामने अपने दुःख का रोना रोते हैं । मोबाइल चलाने से कई यों ने आंखें खराब कर ली। मोबाइल को हर समय अपने साथ बना लिया।जबसे मोबाईल नहीं था जब से टच एनरोड मोबाइल आया इसने परिवार समाज से हर व्यक्ति परिजनों को दुर कर दिया है। इससे बहिनों का लव जिहाद बढ़ रहा है। आज बहिनें रिल हल्दी मेहंदी के आयोजन को विडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं। दुसरे लोग इसका गलत फायदा उठाते हैं। उक्त उद्गार साध्वी जयमाला दीदी वैष्णव ने चिकला में 02 जुन से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के अवसर पर कहें।
साध्वी दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज मोबाइल कि वजह से लड़की लड़कों पर दुर प्रभाव पड़ रहा है। लड़का हो या लड़की दोनों मेंसे कोई भाग जाते हैं उन माता पिता को निचा देखना पड़ता है।जो माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा संस्कार नहीं देता वह शत्रु है। कबीरा ऐसी करनी कर चलों हम हंसे जग रोय।जब आप साधु संतों के संग नहीं रहते हैं तब तक आप नहीं बदल सकते हैं।
साध्वी सुश्री वैष्णवी ने कहा कि हमारा जीवन हंसते मुस्कुराते हुए होना चाहिए। अपने काम करते हुए भी हंसमुख रहना बहुत बढ़ी कला है।कलयुग ने भगवान से क्या मांगा कलयुग ने अनिति लुट चोरी चकारी सोना, वहा वास देना। जहां खरा ईमानदारी का किया गया कार्य हो वहां कलयुग नहीं जाता।जिसके जीवन में दुःख है उसको अच्छे गादी तकिया लगा कर सुला दिजिए नींद नहीं आएगी। और जो भगवान का भक्त आनंद का जीवन जीता है उसे खेत पत्थरों में भी सुला दिजिए अच्छी नींद आ जाती है।राजा परीक्षित को सात दिन में मरने का श्राप मिला था।अच्छी बात धीरे धीरे चलतीं और गांव में सबके पास नहीं जाती है पर खराब बात बहुत तेज चलती और हर व्यक्ति के पास पहुंच जाती है। कभी भी अपने आने वाले जीवन पर घमंड नहीं करना चाहिए। जो भगवान ने जीवन दिया उसमें से वो कम हो गया है।जीवन कुछ किए बिना ही बित जाए आपका जन्म हुआ व्यर्थ बित गया।हर सांस में सुमिरन तेरा,जो बित जाए जीवन मेरा……
सुखदेव मुनि राजा परीक्षित को कथा सुनाते हुए कहते हैं कि भगवान भाव के भूखें है।विदुर विदुरानी के घर भगवान ने केले के छिलके खाएं।
नजर से नजर से मुलाकात कर ली, रहे दोनों खामोश पर बात कर ली।
दुर्योधन के यहां भगवान आए तो जैसे उसका नाम था वैसा ही दूर्योधन था। वहां मेवा मिठाई त्याग दिया क्योंकि उसके मन में प्रेम भाव नहीं था। विदुरानी भगवान के प्रेम भक्ति भाव में इतनी भाव विभोर हो गई कि केले के छिलके खिलायें और भगवान ने प्रेम भक्ति भाव से गृहण किया।
चार मिले चौंसठ खिलें बीस कर जोड़।दो प्रेमी सज्जन मिले खिल उठे सात करोड़,
सात फेरों में संकल्प लेने के बाद भी कुछ माता बहिनें अपने पति का कहना नहीं मानतीं है। साध्वी सुश्री वैष्णवी ने कहा एक बार भगवान शंकर ने माता सती से आराध्य देव भगवान परब्रह्म राम है। पर माता सती ने सीता का स्वरूप धारण कर भगवान श्री राम को साधारण मनुष्य समझ कर परिक्षा ली।सती के माता सीता के स्वरूप में पाकर राम ने सती को प्रणाम किया।जो महिलाएं अपने पति का कहना नहीं मानतीं है उसे पछताना पड़ता है।
सीतामऊ तहसील क्षेत्र में ग्राम चिकला में श्री रामदेव जी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा एवं श्रीमद् भागवत कथा, पंचकुंडात्मक यज्ञ का आयोजन 02 जून से 08 जून तक आयोजित किया जा रहा है इस अवसर पर साध्वी जयमाला दीदी वैष्णव द्वारा प्रतिदिन दोपहर 12:00 बजे से 3:00 तक श्रीमद् भागवत ज्ञान अमृत पान कराया जा रहा है। इस अवसर पर पंडित नरेश द्विवेदी द्वारा प्रतिदिन प्रात 8:00 बजे से 11:00 बजे एवं शाम 4:00 से 6:00 तक पंचकुंडात्मक यज्ञ नारायण पूजा अर्चना की जा रही है। श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव के दुसरे दिवस के शुभ अवसर पर भगवान श्री शंकर पार्वती विवाह कथा प्रसंग में शंकर पार्वती स्वरूप धारण किए बालिकाओं और विवाह में सम्मिलित हुए बारातियों का उपस्थित धर्मप्रेमी जनों ने फुल बरसा कर स्वागत किया। कथा प्रसंग में महंत श्री जितेंद्र दास जी महाराज, संपादक संघ मंदसौर जिलाध्यक्ष श्री लक्ष्मीनारायण मांदलिया ने साध्वी जयमाला दीदी वैष्णव का शाल श्रीफल भेंट कर फुल माला से स्वागत अभिनंदन वंदन किया। तत्पश्चात सभी भक्तों को केसरिया हिंदू वाहिनी सनातन कल्याण समिति के तत्वाधान में श्री हनुमान चालीसा का वितरण पाठ कर बालाजी सरकार से सर्व भवन्तु सुखिन कि कामना कि गई। कथा महोत्सव में श्री रामदेव जी मंदिर हेतु भूमि दानदाता श्री चेनराम चौधरी का दीदी द्वारा फुल माला से स्वागत कर आशीर्वाद प्रदान किया। कथा में मंचीय संचालन सरपंच श्री गौरीशंकर पाटीदार, एवं व्यवस्था में श्री पप्पू सिंह राठौर श्री शिवनारायण पाटीदार, श्री मुकेश मांदलिया, श्री चौधरी, सहित धर्म प्रेमी ग्राम वासियों द्वारा प्रदान किया जा रहा है।