दरवाजा खिड़कियों के अभाव मे अजा बस्ती मांगलिक भवन बना नशेड़ियों का अड्डा, जिम्मेदार मुक दर्शक

चार साल बाद भी कछुआ चाल से बन रहा संजीत अजा बस्ती मांगलिक भवन

मल्हारगढ़। जनपद क्षेत्र की संजीत फोसरी का जहां 4 साल पहले आया था 13 लाख रूपये की राशि का अजा बस्ती का मांगलिक भवन जिसको पंचायत से 3 साल बाद कछुआ चाल से धीरे धीरे ईंटे लगाकर प्लास्तर कर अधूरा छोड़ दिया व खिड़की दरवाज़ा ना लगाते हुवे जुवारियों व नशेड़ियों के लिए खुला छोड़ दिया जहा नशेड़ियों द्वारा भवन मे जगह जगह शराब की बोतले फेंक डाली या भवन के दरवाज़ा नहीं होने के कारण नशेड़ियों को एकांत मे बैठने को जगह मिल गई ।
इस विषय को लेकर ज़ब संजीत पंचायत सरपंच जुल्फेकर मेव से चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया की मेरे पास सुबह ही खबर आ गई थी की मांगलिक भवन के दरवाज़े नहीं होने के कारण शराब लोगो द्वारा भवन के अंदर बैठकर शराब पीकर उत्पात मचा रहे है व शराब की खाकी बोतले भवन मे डाल रहे है खिड़की दरवाज़े वाले को बोला है खिड़की दरवाज़े लगाने को सोमवार को लगाएंगे।
खिड़की दरवाज़ा भवन के अंदर व मेन गेट पर पंचायत सचिव ईश्वरलाल गोवरी तो ना जाने किस धुन मे रहते है किसी जानकारी को लेकर उनको कॉल करो तो ज़ब तक मोबाइल बंद नहीं हो जाता तब तक कॉल उठाने को तैयार नहीं।
क्या मल्हारगढ़ जनपद के सीओ पदाधिकारी इस सचिव को लगाएंगे फटकार ढीले रवैये कामकाज के कारण ये महाशय पहले भी कई अधिकारियो की फटकार खा चुके है।