मंदसौर जिलासीतामऊ

रियासत कालीन तालाब का नहीं हटा अतिक्रमण, नहीं हुई साफ-सफाई और दुर दुर तक नहीं दिख रहा सौंदर्य करण, लाखों रुपए हो गये खर्च 

रियासत कालीन तालाब का नहीं हटा अतिक्रमण, नहीं हुई साफ-सफाई और दुर दुर तक नहीं दिख रहा सौंदर्य करण, लाखों रुपए हो गये खर्च 

सीतामऊ ।नगर का तालाब अति प्राचीन तालाब कहा जाता है जो पूर्व में सीतामऊ जनपद पंचायत के अधीनस्थ होने के कारण यहां एक जाति विशेष के द्वारा मत्स्य पालन किया जाता था किंतु सीतामऊ नगर परिषद एवं जनपद पंचायत के बीच बने तालाब को लेकर नगर परिषद द्वारा जनपद पंचायत पर बार-बार नगर परिषद को हैंडोवर किए जाने के लिए दवा बनाया जाता था जिसे नगर परिषद द्वारा सौंदर्य करण कर इसे एक सुंदर और रमणीक पर्यटक स्थल बनाए जा सके इसी को लेकर कुछ वर्षों पूर्व जनपद पंचायत सीतामऊ द्वारा इस तालाब को सीतामऊ नगर परिषद को अधिनस्थ (हैंडोवर ) कर दिया गया जब से लेकर आज तक सीतामऊ नगर परिषद उक्त तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपए बहा चुकी है किंतु यहां सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाब के किनारे आसपास रहने वाले आम जनता के लिए एक सार्वजनिक( खुला) शौचालय बन चुका है वहां से निकलने वाले लोगों को यहां से जाने के लिए नाक बंद करके निकलना पड़ता है वही सौंदर्यीकरण के नाम पर सीतामऊ नगर परिषद द्वारा रियासत कालीन घाट को जीर्णोद्धार न करते हुए एक नवीन घाट का निर्माण किया है जहां पर चार सीढ़ियां लगभग 30 फीट लंबी बनाई गई हैं किंतु वहां जानने के लिए मिट्टी का रास्ता बनाया गया है जहां सिर्फ बरसात के दिनों में ही पानी रह सकता है वह भी जब तालाब भर जाए जबकि पूर्व में बने रियासत कालीन घाट का जो निर्माण किया गया था वहां पूरे समय पानी रहता था एवं कई लोगों के द्वारा वहां कपड़े धोने एवं नहाने के लिए आया करते थे किंतु परिषद द्वारा उसका जीर्णोद्धार ना करते हुए प्रथक से एक घाट बनाया गया है जिसके पास दो सीमेंट के पाइप भी रखे गए हैं रास्ता बनाने के लिए किंतु वह पाइप इस तरह लगाई गई की अगर तालाब में पानी की आवक अधिक होती है तो वह पाइप भी तालाब के अंदर ही समा जाएंगे इसी के पास सुंदरीकरण के नाम पर एक नवीन घाट बनाया गया है जो पूरी तरह अनुप्रयोग ही है एवं वहां जाने के लिए जिस रास्ते को बनाया गया वहां पूरी तरह मिट्टी का बना हुआ है जहां जाने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है किंतु यहां सौंदर्य करण के नाम पर लाखों रुपए पानी की तरह बाहर जा रहे हैं क्या सीतामऊ नगर परिषद का तालाब का यही सौंदर्य करण का अलाप हर बार चलता रहेगा एवं लाखों रुपए सौंदर्य करण के नाम पर ऐसे ही पानी की तरफ आए जाएंगे।

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