सड़क दुर्घटना में घायल होने वालों का जीवन बचाने के लिए मोदी सरकार की सराहनीय योजना लागू,

घायल को अस्पताल पहुंचने वाले को मिलेंगे 25,000,घायल को भी एक हफ्ते तक मिलेगा डेढ़ लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज
भारत सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की मदद करने और उन्हें ‘गोल्डन ऑवर’ (दुर्घटना के बाद का पहला घंटा) के भीतर आवश्यक चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने के लिए राहगीर योजना (जिसे कुछ राज्यों में ‘राहवीर योजना’ भी कहा जाता है) शुरू की है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य सड़क हादसों में होने वाली मौतों को कम करना और मानवीय सहायता को बढ़ावा देना है।
राहगीर योजना की मुख्य बातें:
आर्थिक प्रोत्साहन:-
इस योजना के तहत, सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले आम नागरिक या राहगीर को ₹25,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
यह प्रोत्साहन लोगों को बिना किसी डर या झिझक के घायलों की मदद करने के लिए प्रेरित करेगा।
गोल्डन ऑवर का महत्व:-
योजना का प्राथमिक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि घायल व्यक्ति को जल्दी से जल्दी यानी ‘गोल्डन ऑवर’ के भीतर उपचार मिल सके, जिससे जीवन बचने की संभावना बढ़ जाती है।
कैशलेस उपचार:-
5 मई, 2025 से भारत सरकार ने “सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए नकद-रहित उपचार योजना, 2025” को अधिसूचित किया है।इसके तहत, दुर्घटना में घायल व्यक्ति को नामित अस्पतालों में ₹1.5 लाख तक का कैशलेस इलाज मिलेगा।यह सुविधा दुर्घटना के बाद 7 दिनों तक उपलब्ध होगी।
पुलिस उत्पीड़न से मुक्ति:-
इस योजना के तहत, घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को पुलिस द्वारा परेशान नहीं किया जाएगा। उनका व्यक्तिगत विवरण नहीं लिया जाएगा और यदि स्वैच्छिक रूप से उल्लेख किया जाता है,तो केवल एक बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा पूछताछ की जाएगी।
पात्रता:-
मदद करने वाला व्यक्ति घायल का परिवार या रिश्तेदार नहीं होना चाहिए। उसे घटना की जानकारी और चिकित्सा सहायता पहुंचाने के दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे, और वह स्वयं इस कार्य के लिए स्वेच्छा से आगे आया हो।
सरकारी लक्ष्य:-भारत सरकार का लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या में 50% की कमी लाना है।
आप राहगीर योजना के तहत सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद कैसे कर सकते हैं:
तुरंत कार्रवाई करें:-
दुर्घटना स्थल पर घबराएं नहीं और तुरंत घायल व्यक्ति की मदद के लिए आगे आएं।
सुरक्षा सुनिश्चित करें:-
अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए, घायल व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का प्रयास करें (यदि संभव हो और सुरक्षित हो)।
आपातकालीन सेवाओं को सूचित करें:-
तत्काल 108 एंबुलेंस और पुलिस (112) को फोन करें और दुर्घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दें।
अस्पताल पहुंचाएं-
घायल व्यक्ति को जल्द से जल्द निकटतम अस्पताल पहुंचाएं।
यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको राहगीर योजना के तहत प्रोत्साहन राशि के लिए पात्र माना जाएगा।आवश्यक जानकारी प्रदान करें: अस्पताल और पुलिस को दुर्घटना से संबंधित कोई भी जानकारी प्रदान करने में सहयोग करें।
यह योजना सड़क सुरक्षा में सुधार और घायलों के जीवन की रक्षा के लिए मानवीय सहायता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मध्य प्रदेश सरकार ने भी इस योजना को लागू करने की मंजूरी दे दी है।