भट्ट के भ्रष्टाचार की जांच करने पिपलिया पहुंची टीम ने लिए शिकायतकर्ताओं के कथन, श्रीमती भट्ट का मल्हारगढ़ से जावद तबादला

सुधीर तिवारी होंगे मल्हारगढ़ ब्लाक समन्वयक , क्या जन -अभियान परिषद बचाएगी भट्ट को ?
टकरावद (पंकज जैन )
मध्यप्रदेश जन -अभियान -परिषद का काम सामाजिक कार्यों व शासन की योजनाओं के बारे मे लोगो को जाग्रत करना है जिसके लिए शासन से लाखो रूपये का बजट भी आता है लेकिन मल्हारगढ़ ब्लाक मे यह राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती है जिसका ठेका भट्ट दम्पती ने ले रखा है गांव गांव मे समितियां बनाकर फिर उनसे वसूली होती है केवल काम के नाम पर केवल फोटो सेक्शन होते है काम कोई भी करो यह फोटो खींचकर बिल लगा लेते है इनके भ्रटाचार की शिकायते नवांकुर समितियों ने मय प्रमाण के की जिसकी जांच के लिए आई
उज्जैन की टीम ने जांच कर मध्यस्ता की बात कही लेकिन बात नहीं बनने पर चारो शिकायतकर्ताओ के कथन ले गए वही ब्लाक समन्वयक अर्चना भट्ट का तबादला जावद कर दिया व धार जिले के उमरबन ब्लाक से सुधीर तिवारी को भेजकर मल्हारगढ़ ब्लाक समन्वयक बना दिया गया।
लेकिन क्या जन अभियान परिषद भट्ट दम्पती के भ्रष्टाचार की जांच कर लोगो का विश्वास जीत पायेगी या पुरे कुए मे भांग घुली है। बताया जा रहा की 15 साल पहले भट्ट दम्पति पिपलिया मंडी आया था इसके बाद इसने डबल मंजिल मकान जिसकी अनुमानित किमत 50 लाख, जिम जिसकी अनुमानित लागत 20 लाख व दो प्लाट किसकी अनुमानित किमत 40 लाख है व वीआईपी जीवन जीना है इस प्रकार समाज सेवा के काम से करीबन 2 करोड़ की सम्पत्ति अर्जित करना कैसे सम्भव हैं । अगर गांव गांव मे बनी समितियों की भी जांच हो तो पता चल जायेगा की दूध मे पानी है या पानी मे दूध