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कथा का श्रवण गंगा के समान है – पंडित रुद्रदेव त्रिपाठी

नेपाल के काठमांडू में जावद के पंडित रूद्रदेव त्रिपाठी के मुखारविन्द से हो रही कथा

नीमच। जावद वाले पंडित रूद्रदेव त्रिपाठी के मुखारविन्द से नेपाल में पशुपतिनाथ की नगरी काठमांडू में सात दिवसीय श्री शिव पुराण कथा का आयोजन श्री हरि सत्संग मंडल जावद द्वारा किया जा रहा है।
शुक्रवार 23 मई को प्रथम दिन पंडित रुद्रदेव त्रिपाठी जी के मुखारविंद से शिव पुराण कथा का श्री गणेश किया गया। इस अवसर पर पंडित रूद्रदेव त्रिपाठी जी ने बताया कि श्री शिव पुराण कथा सुनने से मनको शांति मिलती है। कथा का श्रवण करना गंगा के समान है। आज की युवा पीढ़ी सत्संग से दूर जा रही है जिसे हम सब की जिम्मेदारी है कि सत्संग के प्रति उनका लगाव बढ़ाएं । सत्संग में नीमच, मंदसौर, चित्तौड़, कपासन, जावद, उज्जैन के भक्तों द्वारा कथा का श्रवण किया जा रहा है।
लेगा।
ज्ञात रहे कि लगभग 325 से अधिक सदस्य का एक यात्रा दल जो की नीमच से 20 मई को प्रारंभ हुआ। 7 दिन काठमांडू में शिव पुराण कथा का आनंद
पंडित जी के मुखारविंद से भगवान के प्रति जागृत करने का आह्वान सभी से किया गया, उन्होंने कहा कि सभी अपने अपने मन भाव से सेवा अवश्य करें जिससे कि समाज को एक नई दिशा मिलती है जिसके पास समय वह समय दान करें जिसके पास धन है वह धन दान करें हम सब मिलकर इस कथा का आनंद
लेवे।
इस अवसर पर बंशीलाल धनोतिया, पोरवाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश पोरवाल, भोपालसिंह राठौड़, श्री सोलंकी जावद । माधव संघवी, गिरीश उपाध्याय, श्रीमती मधु शर्मा, चन्द्रकान्ता दानगढ श्रीमती मीना धनोतिया रेणु संघवी सहित सैकड़ा धार्मिक बंधु उपस्थित थे।