टीबी मुक्त भारत अभियान में बेहतरीन कार्य करने पर महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग मंदसौर को किया सम्मानित

अभियान में 2,50497 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग, 82084 एक्स-रे व 19 हजार बलगम की नि:शुल्क जांच और 1812 निक्षय मित्र बने
मंदसौर। टीबी मुक्त भारत अभियान में बेहतरीन कार्य करने पर महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने राज भवन भोपाल से स्वास्थ्य विभाग मंदसौर को सम्मानित किया। महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ चौहान एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ द्विवेदी को सम्मान प्रदान किया। जिला क्षय अधिकारी डॉ द्विवेदी ने बताया कि कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग के मार्गदर्शन में जिले ने टीबी मुक्त भारत अभियान में बेहतरीन कार्य किया। जिसमें जिले में 07 दिसंबर 2024 से 24 मार्च 2025 तक प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान चला। अभियान अंतर्गत जिले के समस्त ग्राम पंचायत एवं शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे टीबी की बीमारी के प्रति जन जागरूकता लाते हुए घर-घर सर्वे का कार्य संपादित किया गया। सर्वे के दौरान जांच और उपचार दोनों किए गए। टीबी मुक्त मंदसौर हेतु शिविर का आयोजन करते हुए एक्स-रे एवं बलगम की जांच की गई। अभियान के अंतर्गत जिले मे पूर्व से 1 हजार 513 टीबी मरीज उपचाररत थे। जिन्है नि:शुल्क दवाईया एवं भारत सरकार के द्वारा 1 हजार प्रतिमाह मरीजों को डीबीटी के माध्यम से राशि प्रदान की गई। शिविर मे कुल 784 नवीन मरीजों की खोज की गई तथा शिविर के माध्यम से 2 लाख 50 हजार 497 संभावित लक्षणों वाले हितग्राहियों की घर-घर स्क्रीनिंग करते हुए 82 हजार 84 एक्स-रे की जांच एवं 19 हजार बलगम की जांच नि:शुल्क शिविर के माध्यम से की गई।अभियान में जिले के समस्त जनप्रतिनिधि, समस्त शासकीय विभाग, पत्रकारगण, एनजीओ द्वारा टीबी मरीजों के लिए 1812 निक्षय मित्र बनते हुए 2 हजार 259 फुड बास्केट टीबी मरीजों को प्रदान किए गए। फुड बास्केट मे दाल, चना, गुड, सोयाबडी, मुंगफली का दाना प्रदान किए गए। जो कि टीबी मरीज को प्रचुर मात्रा मे प्रोटीन उपलब्ध कराता है। 07 दिसंबर 2024 से चले इस अभियान अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग, आशा कार्यकर्ता, कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनवाडी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, सरपंचगण, रोजगार सहायक, राजस्व अमला द्वारा जिले की 468 ग्राम पंचायतों मे से 148 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का दर्जा प्रदान किया गया।