मालवा के गांधी सहज, सरल व संगठन समन्वयक भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ पांडेय की 97 वीं पुण्यतिथि पर आदरान्जली …..

मालवा के गांधी सहज, सरल व संगठन समन्वयक भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ पांडेय की 97 वीं पुण्यतिथि पर आदरान्जली …..

मध्य प्रदेश की मुस्लिम रियासत जावरा के निकट शुजापुर गांव में जन्मे डॉ लक्ष्मी नारायण जी पांडेय देश एवं प्रदेश में किसी परिचय के मोहताज नहीं रहे । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता से लेकर भारतीय जनसंघ , जनता पार्टी और फिर भारतीय जनता पार्टी के बिरले व्यक्तित्व के रूप में पहचान सर्व विदित है । बाल्य काल में गांधी घाट की शाखा में कई वर्षों तक निरंतर संघ का काम करने के उपरांत उन्होंने राजनीतिक पारी शुरू की । यह अकल्पनीय बात है कि सन 1957 में नगर सेविका( अब नगर पालिका परिषद जावरा) का वार्ड चुनाव नामांकन दाखिल करने के उपरांत बद्री विशाल की तीर्थ यात्रा चले गए और चुनाव जीत लिया ।
धीरे-धीरे राजनेतिक ऊंचाईयां प्राप्त करते हुए लोकतांत्रिक तरीके से मंदसौर जावरा संसदीय क्षेत्र से निरंतर 11 चुनाव लड़े, 03 लोकसभा चुनाव हरे लेकिन आठ चुनाव में अपराजेय रहे । 1962 में उन्होंने जावरा विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर कैलाश नाथ काटजू को पराजित कर आजाद भारत में पहली मर्तबा एक सिटिंग मुख्यमंत्री को हराने का रिकॉर्ड बनाकर पूरे भारत में आश्चर्यचकित संदेश दिया । डॉ काटजू को पराजित करने के बाद बीबीसी लंदन के संवाददाता ने जावरा आकर डॉ पांडेय से इंटरव्यू लिया था । यही नहीं देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें मिलने के लिए संदेश भेजा था । डॉ पांडेय चैरेवती- चैरेवती के सिद्धांत को अंगीकृत करते हुए जीवन भर गरीब असहाय निर्बल एवं कमजोर वर्ग के लोगों के लिए समर्पण भाव से काम करते रहे । अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी व कुशाभाऊ ठाकरे जैसे मूर्धन्य राजनेताओं के सानिध्य में काम करने का अवसर मिला ।
उन्होंने राजनीतिक जीवन में करीब 40 देश की यात्राएं की और कांग्रेस शासन में रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय की समितियां में अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया । लोकतंत्र के सर्वोच्च पद स्पीकर के पद को भी अपने शोभायमान किया ।
चुनाव के दौरान जब भी वह भाषण देते तो व्यक्तिगत आलोचना की जगह अपनी पार्टी की नीतियों पर केंद्रित भाषण देने की उनकी अपनी कार्यशैली एवं सिद्धांत रहे । आपातकाल के दिनों में उन्हें 18 माह तक भेरूगढ़(उज्जैन) जेल में निरूद्ध रहना पड़ा जेल में रहने के कारण परिवार में पत्नी, चार पुत्रों व तीन पुत्रियों को काफी समय तक आर्थिक एवं मानसिक संत्रास भोगना पड़ा । आपातकाल के दिनों में डॉक्टर पांडेय की सादगी एवं सरलता को देखते हुए कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करने का प्रलोभन दिया लेकिन डॉ. लक्ष्मी नारायण जी पांडेय बिल्कुल विचलित नहीं हुए ओर न प्रलोभन के जंजाल में फंसे । अपने संसदीय जीवन में डा पांडेय घर परिवार को बहुत कम समय देते हुए अधिकांश समय संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आठ विधानसभा और 2700 गांव में जनसंपर्क, भोपाल अथवा नई दिल्ली या फिर देश-विदेश के दौरे में व्यतीत कर दुनिया को अलविदा कह गए ।
जीवन परिचय
नाम- डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय, पिता- जमनालाल पांडेय
पत्नि- चंद्रावती पांडेय, जन्म- 25 मार्च 1928, निधन- 19 मई 2016 शिक्षा- एमए, हिंदी, साहित्य आयुर्वेदाचार्य, दंत-नेत्र चिकित्सक
राजनेतिक यात्रा-
जनप्रतिनिधि में मुख पद पर -1953-1962- पार्षद नपा, जावरा, 1962-1967- विधायक- सदस्य लोक-लेखा समिति मप्र विस 1971, 1977, 1989, 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 में सांसद रहें।
1953-62 सदस्य, नगरपालिका समिति, जावरा, 1962-64 सदस्य, लोक लेखा समिति, मध्य प्रदेश विधान सभा, 1962-67 सदस्य, मध्य प्रदेश विधान सभा, 1963-67 सचेतक, भारतीय जनसंघ (बी.जे.एस.) विधायक दल, मध्य प्रदेश विधान सभा, सदस्य, योजना सलाहकार समिति, मध्य प्रदेश विधान सभा, सदस्य, श्रम सलाहकार समिति, मध्य प्रदेश विधानसभा, 1971 5वीं लोकसभा के लिए चुने गए, 1972-73 सदस्य, लोक लेखा समिति, 1972-78 महासचिव, बी.जे.एस., मध्य प्रदेश, 1974-75 सदस्य, नियम समिति, सदस्य, संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए परिसीमन आयोग, संयोजक, राजभाषा संबंधी द्वितीय संसदीय उपसमिति, 1975-76 व्हिप, बी.जे.एस. संसदीय दल, लोकसभा, 1977 छठी लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित (दूसरा कार्यकाल), 1978-79 महासचिव, जनता पार्टी, अध्यक्ष-सदन समिति, सदस्य-लोक लेखा समिति, सदस्य-याचिका समिति, 1989 9वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित (तीसरा कार्यकाल), 1989-91 सचेतक, बी.जे.पी. संसदीय दल, लोकसभा, 1991 10वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित (चौथा कार्यकाल), 1991-92 सदस्य, व्यापार सलाहकार समिति, 1991-93 सदस्य, सामान्य प्रयोजन समिति, 1991-95 मुख्य सचेतक, बी.जे.पी. संसदीय दल, लोकसभा, 1992-94 अध्यक्ष, सरकारी आश्वासन समिति, सदस्य, रक्षा समिति, सदस्य, कृषि समिति, सदस्य, खाद्य समित, सदस्य, हिन्दी सलाहकार समिति, 1993 अध्यक्ष, भाजपा, मध्य प्रदेश, 1996 11वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित (5वीं बार), 1996-97 सदस्य, पेट्रोलियम और रसायन पर सलाहकार समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, 1998 12वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित (छठी बार), महासचिव, बी.जे.पी. संसदीय दल, लोकसभा, 1998-99 सदस्य, अध्यक्ष पैन, सदस्य, सामान्य प्रयोजन समिति, सदस्य, रेलवे समिति, सदस्य, राजभाषा समिति, सदस्य, सलाहकार समिति, रसायन और उर्वरक मंत्रालय, 1999 13वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित (7वीं बार), सदस्य, अध्यक्षों का पैनल, 1999-2000 अध्यक्ष, रक्षा समित, 1999-2004 सदस्य, सामान्य प्रयोजन समिति, 2000-2004 सदस्य, सलाहकार समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, 2002 सदस्य, ग्रामीण विकास समिति, 2003-2004 सदस्य, वाणिज्य समिति, सदस्य, रक्षा समिति, 2004 14वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित (आठवीं बार), सदस्य, अध्यक्षों का पैनल, अध्यक्ष, विदेश मामलों की समिति, सदस्य, सामान्य प्रयोजन समिति, सदस्य, सलाहकार समिति, संचार मंत्रालय ,संयोजक, राजभाषा समिति की द्वितीय उप समिति ,5 अगस्त 2007 से अध्यक्ष, विदेश मामलों की स्थायी समिति
ऐसी शख्सियत डॉ लक्ष्मी नारायण जी पांडेय को 97 वीं पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन व विनम्र श्रद्धांजलि ……