मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 19 मई 2025 सोमवार

///////////////////////////////////////////////////////////

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों को लेकर हुआ योगाभ्यास सत्र का आयोजन

मंदसौर 18 मई 25/ जिला आयुष अधिकारी डॉ कमलेश धनोतिया ने जानकारी देते हुए बताया कि आयुष मंत्रालय मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार 21 जून 2025 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन एवं जन जागरुकता आदि पूर्व तैयारियों को लेकर जिला आयुष विभाग और जिला खेल – युवा कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वाधान में हॉकी खेल ग्राउंड, एम आई टी चौराहा पर योगाभ्यास सत्र का आयोजन किया गया। जिसमे जिला खेल अधिकारी विजेन्द्र सिंह देवड़ा, आयुष डॉक्टर्स, पैरामेडिकल कर्मचारी एवं लगभग 100 युवा खिलाड़ियों ने भाग लिया। योग अभ्यास योग प्रशिक्षक जितेश जैन एवं योग सहायक पुष्पेंद्र सिंह सिसोदिया ने करवाया।

============

पशुपालन गतिविधियों में कार्यशील पूंजी हेतु किसान के.सी.सी. लिकेंज करावें

पशुचारा, दाना, बाटा क्रय हेतु प्रति गाय 18 हजार एवं प्रति भैंस 20 हजार की राशि प्रदाय होगी

मंदसौर 18 मई 25/ उपसंचालक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग जिला मंदसौर द्वारा बताया गया कि, किसान केडिट कार्ड अभियान अंतर्गत पशुपालको को कार्यशील पूंजी की आवश्यकता की पूर्ति हेतु पशुपालन गतिविधि से जोडने की कार्यवाही की जा रही है।

पशुपालन की गतिविधियों में पशुपालक के के.सी.सी. लिंकेज होने पर पशुचारा, दाना, बाटा कय करने हेतु बैंक शाखा के द्वारा प्रति गाय 18 हजार रू एवं प्रति भैंस 20 हजार रू की राशि 3 माह के लिये प्रदाय की जायेगी। पशुपालक राशि 3 माह में जमा करके पुनः राशि आवश्यकता अनुसार प्राप्त कर सकता है।

1. पशुपालक का पूर्व में जिस बैंक में केसीसी हो उसी बैंक में पशुपालन की गतिविधियों में पशुपालक के.सी.सी. लिंकेज करावें।

2. जिस पशुपालक के नाम से पूर्व में केसीसी है उसी के नाम से आवेदन करें।

3. पशुपालक का केसीसी खाता डिफाल्टर या ओवरड्यू नही होना चाहिए।

समस्त पशुपालकों से अनुरोध है कि पशुपालन गतिविधियों में कार्यशील पूंजी हेतु किसान क्रेडिट कार्ड लिकेंज के लिये स्थानीय पशु चिकित्सक से संपर्क कर योजना का लाभ उठावें।

कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने चारा एवं भूसे के निर्यात पर 30 जून तक प्रतिबंध लगाया

उल्लंघन पर म.प्र. पशु चारा निर्यात नियंत्रण प्रावधानों के तहत होगी दण्डात्मक कार्यवाही

मंदसौर 18 मई 25/ कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्रीमती अदिती गर्ग ने जिले में चारा एवं भूसे के निर्यात को रोकने के लिए पर 30 जून तक प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। मंदसौर जिला अंतर्गत चारा/भुसा के निर्यात होने व अन्‍य कारणों से पशुओं के भुसा एवं चारा आदि की कमी होने की आशंका है। जिले मे उत्‍पादित भुसा एवं चारे को पशुओं हेतु पर्याप्‍त मात्रा में आपूर्ति एवं संग्रहण करना आवश्‍यक है।

म०प्र० पशु चारा (निर्यात नियंत्रण) आदेश 2000 के निहित प्रावधानों के अधीन प्रदत्‍त शक्तियों को प्रयोग करते हुए पशुओं के आहार में आने वाले सभी प्रकार के चारा, भुसा, घास, ज्‍वार आदि पशु चारे का उपयोग ईंट भट्टे में जलाने, फैक्ट्रियों में जलाने एवं जिले की सीमा से बाहर निर्यात को तत्‍काल प्रभाव से 30 जून 2025 तक के लिए प्रतिबन्ध लगाया गया है।

समस्‍त प्रकार के भुसा, चारा, घास, कड़वी आदि को कोई भी कृषक, व्‍यापारी, व्‍यक्ति या निर्यातक संस्‍था किसी भी प्रकार के वाहन, नाव, मोटर-ट्रक, बैलगाड़ी एवं रेल्‍वे अथवा अन्‍य साधन द्वारा जिले के बाहर बिना कार्यपालिक मजिस्‍ट्रेट की लिखित अनुमति के निर्यात नहीं करेगें। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। उक्त आदेश का उल्लंघन होने पर म.प्र. पशु चारा (निर्यात नियंत्रण) आदेश 2000 के निहित प्रावधानों के तहत दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी।

====..….=======

पिछडावर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति वर्ष 2024-25 के आवेदन हेतु अंतिम तिथ‍ि 31 मई तक

मंदसौर 18 मई 25/ पिछडा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक ने जानकारी दी क‍ि पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति वर्ष 2024-25 में नवीन एवं नवीनीकरण छात्रवृत्ति आवेदन हेतु MPTAAS पोर्टल पुनः प्रारंभ हो चुका है। जिसकी अंतिम दिनांक 31 मई निर्धारित की गई है। जिलें में संचालित समस्त महाविद्यालयों को निर्देषित किया जाता है, कि संस्था में अध्ययनरत वर्ष 2024-25 में नवीन एवं नवीनीकरण छात्रों के MPTAAS पोर्टल पर आवेदन जमा किए जाए।

=====….========

बायो वेस्ट डी-कंपोजर का उपयोग कर नरवाई प्रबंधन करें

मंदसौर 18 मई 25/ प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में आंधी तूफान के साथ जिले में हल्की बारिश हो रही है। इस समय यदि किसान भाई बायो वेस्ट डी-कंपोजर का 200 लीटर घोल बनाकर के गेहूं के खेतों में खड़ी नरवाई पर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव कर कल्टीवेटर या रोटावेटर के माध्यम से भूमि में मिला मिला देना चाहिए ताकि गेहूं के फसल अवशेष जल्दी से खेत के अंदर ही पक सके है। जिन किसान भाएयों ने बारिश से पहले खेत की जुताई कर ली है वे भी इस बायो वेस्ट डी-कंपोजर घोल का छिड़काव कर सकते है।

बायो वेस्ट डीकंपोजर घोल को तैयार करने की विधि

प्लास्टिक के ड्रम में 200 लीटर पानी भरकर के उसमें 2 किलो गुड़ एवं बायोवैस्ट डी-कंपोजर का घोल बनाकर के ड्रम में डाल कर सुबह एवं शाम को हिलाते रहे। इस प्रकार से चार से पाँच दिनों में घोल तैयार हो जाएगा।

============

पशुपालक डॉ. भीमराव अम्बेडकर कामधेनु योजना का लाभ उठावें

मंदसौर 18 मई 25/ पशु पालन एवं डेयरी विभाग के उप सचांलक द्वारा बताया गया कि सभी वर्ग के किसान पशुपालक डॉ. भीमराव अम्बेडकर कामधेनु योजना में दुधारू पशुओं की डेयरी इकाई की स्थापना बैंक ऋण की सुविधा के साथ शासकीय अनुदान से कर सकते है। आवेदक की पात्रता हितग्राही मध्यप्रदेश राज्य का निवासी होना चाहिए। योजना सभी वर्ग के पशुपालकों के लिए है। हितग्राही को ऑनलाईन पोर्टल www.mpdah.gov.in के माध्यम से आवेदन करना होगा। हितग्राही के पास न्यूनतम 3.50 एकड कृषि भूमि होना आवश्यक है। योजनांतर्गत 25 दुधारू पशुओं की इर्का स्थापित की जाएगी। एक इकाई में समस्त गौवंश या समस्त भैंसवंश ही होगें। एक इकाई की समस्त गाय/भैंस एक ही प्रजाति की होगी। योजना में भारतीय मूल की देशी गाय की नस्लों में साहिवाल, गिर, थारपारकर, रेड सिंधी, संकर नस्लो में एच.एफ.जर्सी, भैंसो में मुर्रा, भदावरी, सूरती, मेहसाना शामिल की जा सकेंगी। लाभार्थी को किसी शासकीय प्रशिक्षण संस्थान/महाविद्यालय/शासन द्वारा अधिकृत प्रशिक्षण संस्थान से प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होगा। आवेदक को योजना की स्वीकृति हेतु प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र संलग्न करना अनिवार्य होगा। अनुदान राशि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति श्रेणी के हितग्राहियों के लिए निर्धारित परियोजना लागत का 33 प्रतिशत तथा अन्य श्रेणी के हितग्राहियों के लिए निर्धारित परियोजना लागत का 25 प्रतिशत होगी। अधिक जानकारी के लिए पशुपालन विभाग मंदसौर से संपर्क करें।

.===========

मिशन कर्मयोगी अंतर्गत कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की क्षमता इकाई का गठन

मंदसौर 18 मई 25 / राज्य शासन द्वारा मिशन कर्मयोगी अंतर्गत कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की क्षमता इकाई का गठन किया गया है। प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामो‌द्योग श्री अमित कुमार राठौर को अध्यक्ष एवं आयुक्त हाथकरघा एवं हस्तशिल्प तथा प्रबंध संचालक संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम श्री मदन कुमार नागरगोजे को सदस्य सचिव बनाया गया है।

श्री मालसिंह भयडिया प्रबंध संचालक म.प्र. खादी तथा ग्रामो‌द्योग बोर्ड तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी म.प्र. माटीकला बोर्ड, श्री मोहित बुंदस आयुक्त रेशम संचालनालय, श्री अरुण कुमार सिंह उप सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग, श्री जी.एस. आर्य अवर सचिव कुटीर एवं ग्रामो‌द्योग को सदस्य बनाया गया है।

मिशन कर्मयोगी, एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य सिविल सेवकों को राष्ट्र की सेवा के लिए बेहतर तैयार करना है। यह सिविल सेवा में सुधार के लिए एक व्यापक योजना है। मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य पारदर्शिता और प्रौद्योगिकी के माध्यम से सिविल सेवकों को एक आदर्श कर्मयोगी के रूप में विकसित करना है। मिशन कर्मयोगी, सार्वजनिक सेवा में सुधार के लिए एक व्यापक योजना है, जिसमें कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग भी शामिल है। यह मिशन ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक सुधारों को लागू करने में मदद करता है।

मिशन कर्मयोगी के माध्यम से सिविल सेवकों को प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के कार्यों को बेहतर ढंग से समझ सकें और उन्हें लागू कर सकें। मिशन कर्मयोगी, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के कर्मचारियों की क्षमता विकसित करने और विभाग में सुधारों को लागू करने में मदद करता है, जिससे सार्वजनिक सेवा अधिक प्रभावी और कुशल हो सके।

कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग का प्राथमिक कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर और ग्रामोद्योगों का विकास करना है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने और आर्थिक विकास में योगदान करता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने एवं स्थानीय उत्पादों के प्रचार में भी मदद करता है।

=============

“वूमन फॉर ट्री” अभियान में प्रदेश की सशक्त भागीदारी

राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश दूसरे स्थान पर

मंदसौर 18 मई 25 / प्रदेश में केन्द्र सरकार के “एक पेड़ माँ के नाम” से प्रेरित होकर अमृत मित्र योजना के अंतर्गत “वूमन फॉर ट्री” पौध-रोपण अभियान का संचालन किया जा रहा है। यह अभियान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में क्रियान्वित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम अमृत 2.0 योजना एवं डे-एनयूएलएम के कन्वर्जेंस से संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों में हरित क्षेत्र का विस्तार, पर्यावरण संतुलन बनाये रखने, नागरिकों को स्वस्थ जीवन-शैली एवं महिला स्व-सहायता समूहों को आर्थिक आत्मनिर्भरता प्रदान करना है। वूमन फॉर ट्री अभियान के संचालन के लिये केन्द्र सरकार ने पोर्टल तैयार किया है। सभी प्रदेशों से उन स्थानों का चयन करने के लिये कहा गया था, जिन स्थलों पर पौध-रोपण किया जायेगा। मध्यप्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर है, जहाँ 565 विजिट कर स्थल की पहचान की गयी है।

यह कार्यक्रम प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू किया जायेगा। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून से 31 अगस्त 2025 तक प्रदेश में व्यापक स्तर पर पौध-रोपण अभियान संचालित किया जाएगा। यह पौधे जल संरचनाओं के आसपास, कैचमेंट एरिया, पार्क, शासकीय संस्थानों, विद्यालयों, जल शोधन संयंत्रों तथा उपलब्ध शासकीय भूमि का चयन कर किया जायेगा। लगाये गये पौधों का संरक्षण एवं नियमित निगरानी महिला स्व-सहायता समूहों (अमृत मित्रों) के माध्यम से की जायेगी।

नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त श्री संकेत भोंडवे ने बताया कि प्रदेश में “वूमन फॉर ट्री’’ अभियान तीन चरण में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में स्थल चयन के लिये भ्रमण कार्यक्रम 21 मई से 23 मई, दूसरा चरण पौध-रोपण कार्यक्रम 5 जून से 31 अगस्त तक और तीसरा चरण पौधों का संरक्षण एवं निगरानी कार्य 1 से 2 वर्षों तक किया जायेगा। यह अभियान नारी सशक्तिकरण एवं हरित भारत के निर्माण की दिशा में एक अनूठा प्रयास है। इस अभियान को सामाजिक सहभागिता और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के साथ पूरा किया जायेगा। देशभर में यह अभियान केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की मदद से संचालित किया जायेगा।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}