आलेख/ विचारमंदसौरमध्यप्रदेश
युद्ध के समय भारत देश के प्रत्येक नागरिक को अपने देश की रक्षा करने के लिए तैयार रहना होगा

युद्ध के समय भारत देश के प्रत्येक नागरिक को अपने देश की रक्षा करने के लिए तैयार रहना होगा
(रविंद्र पाण्डेय)
पाकिस्तान की नापाक हरकतों की वजह से तथा पाकिस्तानी आतंकियों की रोकथाम को लेकर भारत पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने तथा पाकिस्तान को धूल चटाने के लिये कभी भी युद्ध शुरू कर सकता है। युद्ध के समय भारत देश के प्रत्येक नागरिक को अपने देश की रक्षा करने के लिए तैयार रहना होगा। आवश्यकता पड़ने पर राष्ट्र सेवा के लिए तन मन धन से लगना होगा। साथ ही, भारत के प्रत्येक नागरिक को संविधान का पालन करना, देश की एकता और अखंडता बनाए रखना, और समाज में भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देना होगा और देश के प्रत्येक नागरीक को देश के उच्च आदर्शों को बनाये रखना होगा।
देश के नागरिकों को देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने और उसकी रक्षा करने की पूरी जिम्मेदारी होती है जो भारत के प्रत्येक नागरिक को निभाना होगा। देश के नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों मे आम लोगों के बीच भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देना होगा। नागरिकों को युद्ध के समय देश मे आंतरिक शांति बनाए रखना होगी।
सरकारी निर्देशों का पूरा पालन करना व नागरिकों को देश के प्रति पुर्णतः निष्ठावान रहना चाहिए और देश के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए। नागरिकों को युद्ध के समय अपने आप को नियंत्रित रखना चाहिए और धैर्य से काम करना चाहिए।
नागरिकों को एक-दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए और एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। नागरिकों को व्यक्तिगत लाभों की बजाय राष्ट्र के सामूहिक हित को प्राथमिकता देनी चाहिए। युद्ध के समय देश की जनता का देश के लिए सैनिक और सरकार का मनोबल बढाने संसाधन और समर्थन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है वे सैनिकों को पत्र लिख सकते हैं, उन्हें प्रोत्साहित कर सकते हैं, और युद्ध के प्रयासों के प्रति जागरूकता बढ़ा सकते हैं।
युद्ध के समय जनता सैनिकों और अन्य महत्वपूर्ण पदों के लिए स्वयंसेवक के रूप में या प्रत्यक्ष रूप से काम कर सकती है। वे चिकित्सा सेवा, संचार, या अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहायता कर सकते हैं।
युद्ध के समय जनता का सहयोग देश की रक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जनता की आर्थिक, भौतिक,और नैतिक सहायता से सेना और सरकार को युद्ध जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
देश के नागरिकों को देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने और उसकी रक्षा करने की पूरी जिम्मेदारी होती है जो भारत के प्रत्येक नागरिक को निभाना होगा। देश के नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों मे आम लोगों के बीच भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देना होगा। नागरिकों को युद्ध के समय देश मे आंतरिक शांति बनाए रखना होगी।
सरकारी निर्देशों का पूरा पालन करना व नागरिकों को देश के प्रति पुर्णतः निष्ठावान रहना चाहिए और देश के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए। नागरिकों को युद्ध के समय अपने आप को नियंत्रित रखना चाहिए और धैर्य से काम करना चाहिए।
नागरिकों को एक-दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए और एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। नागरिकों को व्यक्तिगत लाभों की बजाय राष्ट्र के सामूहिक हित को प्राथमिकता देनी चाहिए। युद्ध के समय देश की जनता का देश के लिए सैनिक और सरकार का मनोबल बढाने संसाधन और समर्थन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है वे सैनिकों को पत्र लिख सकते हैं, उन्हें प्रोत्साहित कर सकते हैं, और युद्ध के प्रयासों के प्रति जागरूकता बढ़ा सकते हैं।
युद्ध के समय जनता सैनिकों और अन्य महत्वपूर्ण पदों के लिए स्वयंसेवक के रूप में या प्रत्यक्ष रूप से काम कर सकती है। वे चिकित्सा सेवा, संचार, या अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहायता कर सकते हैं।
युद्ध के समय जनता का सहयोग देश की रक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जनता की आर्थिक, भौतिक,और नैतिक सहायता से सेना और सरकार को युद्ध जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
रविंद्र पाण्डेय
मो.नं. 9669466999