मंदसौरमंदसौर जिला
पहलगाम में हुई आतंकी घटना में दिवंगतों को वाल्मीकि समाज ने कैण्डल जलाकर दी श्रद्धांजलि

भारत सरकार से पाकिस्तान पर कड़ी कार्यवाही की मांग की
मन्दसौर। वाल्मीकि समाज मंदसौर द्वारा स्थानीय गांधी चौराहा पर कैण्डल जलाकर विगत दिनों पहलगाम में आतंकी हमले में दिवंगत हुए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही भारत सरकार से आतंकवादियों व पाकिस्तान पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई।
इस अवसर पर सकल वाल्मीकि समाज के अध्यक्ष राजाराम तंवर ने कहा आज हम यहाँ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए 26 निर्दाेष नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह हमला न केवल हमारे देश की एकता और अखंडता पर प्रहार है, बल्कि मानवता के मूल्यों पर भी एक गंभीर आघात है।
इस अवसर पर वाल्मीकि समाज के पटेल मुकेश चनाल ने कहा कि हमारे बीच से छिन गए ये अमूल्य जीवन कभी वापस नहीं आ सकते, लेकिन हम उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उनकी स्मृति में हम सभी को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करना होगा और शांति, सहिष्णुता तथा भाईचारे के मूल्यों को और भी दृढ़ता से अपनाना होगा। इस हमले के दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। साथ ही, हमें अपने स्तर पर भी सतर्क रहना होगा और समाज में जागरूकता फैलानी होगी।
इस अवसर पर महिला प्रमुख हेमा कंडारे, जया डागर, दीपिका बोयत, कला सोनवाल, पारस जादू, टीना कोदड़ी, गुड्डी कोठियाना, अर्चना डागर, नीता तंवर, दुर्गा तंवर, रानी छपरी, रूकमणी तंवर, नीतु तंवर, करिना रानवे, शिवानी रानवे, अपाक्स जिलाध्यक्ष चेतन गंनछेड़, विक्की तंवर, सतीश खेरालिया, मंगल कोटीयाना, विनोद छपरी, भेरूलाल बारवासिया, महेन्द्र तंवर, मुकेश हंस, अरूण डगले, अर्जुन तंवर, विशाल चनाल सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
इस अवसर पर सकल वाल्मीकि समाज के अध्यक्ष राजाराम तंवर ने कहा आज हम यहाँ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए 26 निर्दाेष नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह हमला न केवल हमारे देश की एकता और अखंडता पर प्रहार है, बल्कि मानवता के मूल्यों पर भी एक गंभीर आघात है।
इस अवसर पर वाल्मीकि समाज के पटेल मुकेश चनाल ने कहा कि हमारे बीच से छिन गए ये अमूल्य जीवन कभी वापस नहीं आ सकते, लेकिन हम उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उनकी स्मृति में हम सभी को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करना होगा और शांति, सहिष्णुता तथा भाईचारे के मूल्यों को और भी दृढ़ता से अपनाना होगा। इस हमले के दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। साथ ही, हमें अपने स्तर पर भी सतर्क रहना होगा और समाज में जागरूकता फैलानी होगी।
इस अवसर पर महिला प्रमुख हेमा कंडारे, जया डागर, दीपिका बोयत, कला सोनवाल, पारस जादू, टीना कोदड़ी, गुड्डी कोठियाना, अर्चना डागर, नीता तंवर, दुर्गा तंवर, रानी छपरी, रूकमणी तंवर, नीतु तंवर, करिना रानवे, शिवानी रानवे, अपाक्स जिलाध्यक्ष चेतन गंनछेड़, विक्की तंवर, सतीश खेरालिया, मंगल कोटीयाना, विनोद छपरी, भेरूलाल बारवासिया, महेन्द्र तंवर, मुकेश हंस, अरूण डगले, अर्जुन तंवर, विशाल चनाल सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।