भक्ति/ आस्थामंदसौरमध्यप्रदेश

नर्मदा परिक्रमा यात्रा बड़वानी पहुंची, संत जनों ने राजघाट पर कि पूजा अर्चना

 महामंडलेश्वर जी ने गऊ, गंगा, गीता, गगन,गुरु, ग्राम के प्रति सदैव पूज्यनीय और सेवा समर्पण का संकल्प दिलाया

मंदसौर।केसरिया हिंदू वाहिनी सनातन कल्याण समिति एवं आर्यावर्त षट् दर्शन साधु मंडल भारत के तत्वाधान में विशाल धर्म रक्षा नर्मदा परिक्रमा यात्रा दूसरे दिन 20 अप्रैल रविवार को बड़वानी पहुंची जहां पर संत गण महामंडलेश्वर महंत रामेश्वर दास महाराज प्रदेश अध्यक्ष महंत जितेंद्र दास छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष महंत हेमंत दास महाराज महंत राम गोपाल दास तेजस्व राय दास सहित धर्म प्रेमी जनों द्वारा बड़वानी में राजघाट पर नर्मदा मय्या का पूजन कर स्थानीय नागरिकों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर वैष्णव बैरागी समाज एवं पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रा में सम्मिलित संत जनों का स्वागत अभिनंदन किया गया।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर महंत रामेश्वर दास महाराज ने उपस्थित जनों को गऊ, गंगा, गीता, गगन,गुरु, ग्राम के प्रति सदैव पूज्यनीय और सेवा समर्पण का संकल्प दिलाते हुए कहा कि हमारे सनातन धर्म में गौ माता प्राचीन समय से ही पूजा कि जा रही है। गौ माता हमारे घरों और गौशाला में निरंतर सेवा से सुरक्षित हो उसे घर गांव में सदैव भगवान श्री कृष्ण का एवं माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है। महामंडलेश्वर जी ने कहा कि देवाधिदेव महादेव कि जटा से प्रकट हुई गंगा माता ने ऋषि मुनियों और भक्तों का उद्धार किया है। पर हम अपने यहां पर नदियों तालाबों कुओं में जो पवित्र शुद्ध जल को भी गंगा जल कहा गया। जल (गंगा) कि सेवा कर शुद्ध रखेंगे तो हमारा जन जीवन सुरक्षित रहेगा। तीसरी हमारी गीता है। एक ऐसा ग्रंथ भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद है जो मनुष्य जीते जी पढ़ ले या सुन लें वह दुखों से मुक्त होकर आनंद में जीने लगता है और मनुष्य कि मृत्यु के बाद सुनाने पर वह भगवंत शरण को प्राप्त कर लेता है। चौथा गुरु, जिसके जीवन में गुरु का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए। गुरु मनुष्य कि तुफानों में डुबती नाव को किनारे लगाने वाला मल्हार है। और पांचवां गगन का मतलब आकाश है आकाश यानी पर्यावरण कि रक्षा करना बहुत बड़ा पूण्य है।छठा ग्राम जन्मभूमि, हमारा देश प्रदेश जिला शहर ग्राम के प्रति समर्पित भाव रखना चाहिए। देश गांव से हम है और हमसे देश ग्राम है।

इसके पश्चात संत गणों कि नर्मदा परिक्रमा आगे कि और पदार्पण कर डोडिया पाड़ा पहुंची जहां रात्रि विश्राम किया। यात्रा कल 21 अप्रैल सोमवार को विमलेश्वर महादेव गुजरात पहुंचेगी।

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