साध्वी सीता बहन जी के आश्रम पर 29 वाँ हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया

साध्वी सीता बहन जी के आश्रम पर 29 वाँ हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया


पिपलिया मंडी। हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर समीपस्थ गांव गुडभेली (बड़ी) में रामकथा प्रवक्ता साध्वी सीताबहन जी के मारुति धाम आश्रम पर दो बार श्री रामचरितमानस का अखण्ड पाठ के साथ हनुमान जन्मोत्सव मनाया गया ।
इस अवसर पर हनुमंत कथा में सीता बहन जी ने बताया कि जब भगवान श्री राम का राज्याभिषेक हो रहा था एक तरफ हनुमान जी एकांत में बैठकर रो रहे थे जो भगवान ने उनको देखा तो उन्होंने हनुमान से पूछा की हनुमान तुम क्यों रो रहे हो तो हनुमान जी ने कहा भगवान मेरा पूरा जीवन आपकी सेवा में बीता और अब आप राजा बन गये हो। और और आप की सेवा में अनेक लोग लगे रहेंगे तो मैं कहां रहूंगा। इसलिए भगवान आप मुझे अपने हृदय में स्थान दें। इस पर भगवान ने कहा कि इस शरीर पर आपके लिए कोई स्थान नहीं है लेकिन हनुमान मेरा स्थान हमेशा के लिए तुम्हारा ह्रदय में रहेगा और मैं तुम्हारे ह्रदय में निवास करूंगा ।और भगवान श्री राम सीता सहित हनुमान जी के हृदय में विराजमान हो गए ।जब भगवान श्री राम की लीला पूरी हो गई और वह इस धरती को छोड़कर जाने लगे तो भगवान ने कहा की हनुमान तुम मेरे साथ नहीं चलोगे क्या। तो हनुमान जी ने कहा कि भगवान आपके साथ रामचरित्र मानस भी भी चल रही है क्या तब भगवान ने कहा कि राम चरित्र मानस तो इस धरती पर ही रहेगी तो हनुमान जी ने कहा है कि जब तक राम चरित्र मानस का पाठ इस धरती पर होता रहेगा तब तक में भी इस धरा पर रामचरितमानस की सेवा करता रहूंगा ।
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि कन्हैयालाल पाटीदार. समाजसेवी ओमप्रकाश बटवाल चंद्रमणि संपादक राधेश्याम बैरागी और मनासा के दादू भाई ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।सीताबहन जी द्वारा हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर गाँव के वरिष्ठ वृद्ध जनों का मारुति वनदेवी सामाजिक सेवा समिति(ट्रस्ट) के द्वारा सम्मान भी किया गया।
इस सम्मान समारोह में पंडित श्री बंशीलाल जोशी, देवराम पाटीदार मांगीलाल वर्मा, भगतराम पाटीदार रामेश्वर पाटीदार देवी सिंह सोनीगरा छोगालाल पाटीदार, दादू कवि मनासा, का शाल श्रीफल भेंट कर सम्मान भी किया गया ।
इस अवसर पर राम प्रहलाद पाटीदार पुर्व सरपंच मुंदेड़ी, ओम प्रकाश प्रजापति, बाबूलाल प्रजापति,उदयराम पाटी., रविंद्र गुप्ता, गोपाल सोनी कयामपुर, गट्टू भाई प्रजापति बड़नगर, रामेश्वर पाटीदार. ,सहित बड़ी संख्या में राम भक्त आश्रम पर उपस्थित रहे।