
राष्ट्रीय संगोष्ठी में शोध प्रविधियों पर होगा संवाद
दिल्ली।
सीकेएनकेएच फाउंडेशन हिंदी साहित्य समिति के तत्वावधान में 11 अप्रैल 2025 को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन होने जा रहा है। इस संगोष्ठी का विषय है “भारतीय शोध प्रकाशन के परिदृश्य एवं शोध प्रविधि”। इस संगोष्ठी की संकल्पना और संयोजन की कमान संभाली है डॉक्टर नम्रता जैन ने, जो वर्तमान शोध परिदृश्य में गुणवत्ता व नवाचार की प्रबल पक्षधर मानी जाती हैं।
डॉक्टर नम्रता जैन ने कहा कि “आज शोध केवल डिग्री या प्रकाशन तक सीमित नहीं रह जाना चाहिए, बल्कि समाज और शिक्षा के वास्तविक सवालों से जुड़ना चाहिए।” उन्होंने शोधार्थियों और शिक्षकों को प्रेरित किया कि वे शोध में मौलिकता, नैतिकता और प्रामाणिकता को प्राथमिकता दें।
संगोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों से आएंगे शिक्षाविदों, शोधार्थियों व विशेषज्ञों। मुख्य वक्ताओं द्वारा शोध लेखन की प्रक्रिया, प्लेगिरिज्म की चुनौतियाँ, यूजीसी केयर और स्कोपस जैसी अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं की उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे तथा चयनित शोध पत्रों को आईएसबीएन पुस्तक में प्रकाशित करने की योजना घोषित की जाएगी। डॉक्टर नम्रता जैन के नेतृत्व में यह संगोष्ठी शोध संस्कृति को एक नई दिशा देने की प्रेरणा बनेगी, जिसमें युवाओं के भीतर शोध के प्रति नई सोच और उत्साह दिखाई देगा।