समाचार मध्यप्रदेश नीमच 08 अप्रैल 2025 मंगलवार

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भाजपा दक्षिण मण्डल एवं सिंगोली मण्डल की कार्यसमिति घोषित
नीमच। भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्तजी शर्मा के निर्देशानुसार एवं उज्जैन संभाग संगठन प्रभारी श्री जीतू जी जिराती, नीमच जिला संगठन प्रभारी श्री क्षितिज जी भट्ट, नीमच भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीमती वंदनाजी खण्डेलवाल की सहमति से मण्डल अध्यक्ष मदन गुर्जर ने दक्षिण मण्डल की कार्यसमिति घोशित की है, जिसमें उपाध्यक्ष – विनोद नायक (फौजी) (आसपुरा), कमलसिंह (उगरान), मुकेश जाट (अघोरिया), श्रीमती जसोदा जानकीलालजी (बांसखेडा), श्रीमती गायत्री बबलु भीलावत (जीरन), राहुल गोस्वामी (कुचडौद), महामंत्री – दिलीपसिंह चौहान (पावटी), किशन अहीरवार (जीरन), मंत्री – संजय शर्मा (जीरन), विकास सुथार (जीरन), श्रीमती ज्योति सुरेश भील (दलपतपुरा), श्रीमती उषा सोनी (जीरन), पवन मेघवाल (छाछखेडी), सिद्धार्थ जैन (जीरन), कार्यालय मंत्री – ओमप्रकाश वर्मा (जीरन), सह कार्यालय मंत्री – पूनमचंद राजोरा (जीरन), कोषाध्यक्ष- जितेन्द्र पाटीदार (बमोरा), सह कोषाध्यक्ष- सत्यपालसिंह (अरनिया चुण्डावत), मीडिया प्रभारी – हरिओम माली (जीरन), सोशल मीडिया प्रभारी – विष्णु मूलचंद पाटीदार (तालखेडा), आईटी प्रभारी – वचन पालीवाल, सह आईटी प्रभारी – आयुष गुर्जर (जीरन) को मनोनीत किया गया है।
सिंगोली मण्डल की कार्यसमिति- मण्डल अध्यक्ष राधेश्याम मेघवंशी ने रामपुरा मण्डल की कार्यसमिति घोषित की है, जिसमें उपाध्यक्ष – प्रशांत पालीवाल (सिंगोली), श्रीमती सुनीता मेहता (सिंगोली), कमलकुमार धाकड (झांतला), बाबुलाल धाकड (कछाला), शोभालाल धाकड (शहनातलाई), प्रशांत मलिक (सिंगोली), महामंत्री – उंकारलाल धाकड (पटियाल), पारस जैन (झांतला), मंत्री – श्रीमती प्रभा सुराना (कदवासा), शंभूलाल गौतम (सिंगोली), श्रीमती रेखा लबाना (कोज्या), लक्ष्मणसिंह राजपूत (बडी), श्रीमती सरिता बलाई (सिंगोली), श्रीमती चन्द्रकला सुथार (थडोद), कोशाध्यक्ष – पवन पालीवाल (कदवासा), सह कोशाध्यक्ष – बाबूलाल धाकड (फुसरिया), कार्यालय मंत्री कैलाश खटीक (सिंगोली), मीडिया प्रभारी – कौशल व्यास (सिंगोली), सह मीडिया प्रभारी – कैलाश राठौर (झांतला), सोशल मीडिया प्रभारी – कचरूमल धाकड (किशनपुरा), आईटी प्रभारी – बबलू गुर्जर (पाटन) को मनोनीत किया गया है।
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मध्यस्थता न्यायिक प्रक्रिया को सरल, त्वरित एवं कम खर्चिला बनाती है-प्रधान न्यायाधीश
जावद तहसील न्यायालय में नवनिर्मित मध्यस्थता केंद्र का वर्चुअल शुभारंभ
नीमच 7 अप्रेल 2025, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय एवं मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीमच, श्री वीरेंद्र सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में तहसील न्यायालय जावद में नवनिर्मित मध्यस्थता केंद्र भवन का वर्चुअल शुभारंभ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर माननीय मुख्य न्यायाधिपति, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय एवं मुख्य संरक्षक, मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण श्री सुरेश कुमार कैत, माननीय न्यायाधिपति, कार्यपालक अध्यक्ष, मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण श्री संजीव सचदेवा, एवं माननीय न्यायाधिपति, उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर एवं पोर्टफोलियो जज नीमच श्री गजेंद्र सिंह, वर्चुअल मौजूद रहे। उनके कर-कमलों से वर्चुअल रूप से तहसील मध्यस्थता केन्द्र का अनावरण किया गया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, तहसील विधिक सेवा समिति जावद श्री विनोद कुमार पाटीदार, तहसील अभिभाषक संघ जावद के अध्यक्ष श्री विजय जोशी, जिला न्यायाधीश श्री संदीप जैन, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री रवि कुमार बोरासी, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीमच श्रीमती शोभना मीणा, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती पुष्पा तिलगाम एवं श्री रवि वर्मा उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री वीरेंद्र सिंह राजपूत ने अपने उदबोधन में कहा, कि मध्यस्थता प्रणाली न्यायिक प्रक्रिया को सरल, त्वरित एवं कम खर्चीला बनाती है। इससे पक्षकारों के बीच आपसी समझ और सुलह की भावना विकसित होती है, जिससे दीर्घकालिक विवादों का समाधान सहज रूप से संभव हो पाता है। नवनिर्मित केंद्र के माध्यम से अब जावद तहसील क्षेत्र में भी मध्यस्थता के प्रभावी क्रियान्वयन को साकार रूप मिलेगा।
कार्यक्रम में तहसील अभिभाषक संघ जावद के पदाधिकारीगण एवं अधिवक्तागण उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा उपस्थित अधिवक्ताओं के साथ विधिक विषयों एवं मध्यस्थता की कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा की गई।
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जिले के सभी जानकार जड़ी बुटियों की जानकारी का खजाना है,
इस खजाने से जानकारी हांसिल कर, मन अभिभूत हुआ- मंत्री सुश्री भूरिया
डुंगर बाबा नी जड़ी बूटियों नु जोवनार” की जिला स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न
नीमच 7 अप्रैल 2025, महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के मुख्य आतिथ्य में सोमवार को जिला प्रशासन, आयुष विभाग और जन अभियान परिषद के समन्वय से “डुंगर बाबा नी जड़ी बूटियों नु जोवनार” की जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। मंत्री सुश्री भूरिया ने भगवान धनवंतरी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।
अपने उदबोधन में महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा, कि जिले के सभी विकासखण्डों से जानकार एकत्र हुए है जिसमें आज जड़ी बुटियों के संबंध में बहुत जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के 6 माह के अथक प्रयासों से आज सभी जानकारो से मिलने का सुखद अनुभव प्राप्त हुआ है। हमारे अंचल में जड़ी बुटियों का परम्परागत ज्ञान विलुप्त ना हो जाए और आने वाली पीढ़ियों तक अविरल और निरन्तर रूप से बना रहे, इसी उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होने कहा, कि जिलेभर से आए सभी जानकार जड़ी बुटियों की जानकारी का खजाना है, इस खजाने से जानकारी प्राप्त कर मन अभिभूत हुआ है।
मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा, कि इन जड़ी बुटियों को सही मात्रा में लेने से शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। कोरोना के समय में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आयुष पद्धतियों को अपनाने पर जोर दिया गया और इसी उद्देश्य से देशभर में आयुर्वेद का विस्तार बढ़ा। इसी कड़ी में जिला प्रशासन का यह कदम प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है और इसी से परम्परागत ज्ञान को लिपिबद्ध करने से ज्ञानमयी धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि जड़ी बुटियों की उपलब्धता बनाये रखने के लिए आगामी समय में बगीचा विकसित किया जाएगा जिसमें जलवायु अनुसार जड़ी बुटियों को उगाया जा सकेगा।
इस मौके पर जनप्रतिनिधि श्री भानु भूरिया ने कहा, कि आपके समक्ष उपस्थित होकर विभिन्न नई पद्धतियों के बारें में जानकारी प्राप्त हुई। हमारे जिले को साक्षरता में पिछड़ा माना जाता है किन्तु आज यह अनुभव हुआ कि जिला किताबी ज्ञान की बजाय प्राकृतिक ज्ञान से भरपूर है जिसे संजोना और प्रसारित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जड़ी बूटियों को निश्चित स्थान पर उगाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष अजजा मोर्चा श्री कलसिंह भाबर ने स्वयं अपने जड़ी बूटियों के ज्ञान को सबके बीच सांझा किया। उन्होंने कहा कि जिले में कई सदियों से मनुष्य के साथ साथ पशुओं के उपचार के लिए भी इन जड़ी बूटियों का उपयोग किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के माध्यम से प्राप्त इस ज्ञान को संरक्षित करना है जिससे पूरे देश में यह प्रसारित होता रहे।
जिला आयुष अधिकारी डॉ प्रमिला चौहान ने कहा, कि सितम्बर माह में कलेक्टर सुश्री नेहा मीना के मार्गदर्शन से आयुष विभाग में नवाचार की रणनीति बनाई गई जिसमें जड़ी बूटी को विलुप्ति से बचाने के लिए प्रयास किये गये। आयुष विभाग और जन अभियान परिषद के संयुक्त प्रयासों से सचिवो के माध्यम से सर्वे कराकर 157 जानकारों की फाइनल लिस्ट बनाई गई। प्रथम चरण में विकासखण्ड स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। द्वितीय चरण में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजन किया गया।
जानकारों का अनुभव- कार्यशाला में पेटलावद से आए श्री विनोद ने बताया कि उनके पिताजी डिप्टी रेंजर थे और जंगल में जा कर उनको जड़ी बूटियों का ज्ञान प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि पथरी के इलाज के लिए जंगली गेखरू का प्रयोग करते है और अब तक लगभग 2 से 3 लाख पथरी मरीजों को ठीक कर चुके है इसी के साथ उन्होंने पाइल्स के उपचार के लिए मार्सेली के बीज पिस कर पेस्ट बना कर उपचार बताया । उन्होंने कहा, कि अपने बच्चों को भी ज्ञान सिखाया और प्रदेश के बाहर भी उपचार करते हैं। श्री खुमान डामोर ने बताया कि कोरोना में गुडऔर तुलसी का काड़ा का उपयोग किया गया। साथ ही सफेद धातु के उपचार के लिए नीम के फल (निंबोली), गठान के उपचार के लिए एलोवरा का उपयोग और शराब का नशे की आदत को छुड़ाने के लिए शीशम की छाल का उपयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य जानकारो ने भी अपने अनुभव और ज्ञान के बारें में विस्तार से बताया।
प्रदर्शनी का अवलोकन- कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा आयुष विभाग एवं समस्त विकासखण्डों पर आयोजित कार्यशाला के माध्यम से पधारे जानकारो द्वारा विभिन्न जड़ी बूटियों की प्रदशर्नी का अवलोकन किया। प्रदशर्नी के अवलोकन के दौरान ही कलेक्टर की इस पहल और सदियों से चले आ रहे ज्ञान के संरक्षण के लिए बुजुर्गो द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया ।
जानकारों का सम्मान- कार्यक्रम में जिले भर से आये जानकारों का सम्मान कर मंत्री सुश्री भूरिया द्वारा विशेष योगदान के लिए प्रमाण पत्र दिये गये।
आगामी कार्ययोजना– डूंगरबाबा नी जड़ी बूटियो नु जोवनार के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला के उपरान्त समस्त जानकारियो को सुव्यवस्थित लिपिबद्ध कर दस्तावेजीकरण किया जाएगा। जिसके तहत सम्पूर्ण जानकारी जैसे विद्या कहा से सीखी, गुरु का प्रमुख व्यक्ति का नाम आस्था का केंद्र की जानकारी, मरीज की बीमारी की पहचान कैसे, इलाज की प्रक्रिया, जड़ी बूटी का नाम और मात्रा, जड़ी बूटी की उपलब्धता , इलाज की समयावधि , इलाज की पहुंच, जड़ी बूटी के उत्पादन की प्रक्रिया, विशेष रूप से किए गए उपचार की जानकारी का व्यवस्थित संकलन किया जाएगा।
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पंख अभियान के तहत चपलाना में स्वरोजगार शिविर सम्पन्न
नीमच 7 अप्रेल 2025, कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा के निर्देशानुसार सोमवार को मनासा जनपद की ग्राम पंचायत चपलाना में पंख अभियान के तहत रोजगार शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में समुदाय विशेष (बांछड़ा समुदाय) की महिलाओं और पुरुषों को शासन द्वारा संचालित विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी देकर, उनका लाभ लेने की प्रक्रिया बताई गई। शिविर में पात्र हितग्राहियों का चयन कर, उन्हें संबंधित योजनाओं के दस्तावेजों की जानकारी देकर योजना से लाभांवित किया और उनके स्वरोजगार योजनाओं में संबंधित विभाग द्वारा प्रकरण तैयार किए गए। शिविर में उप संचालक उद्यान श्री अतरसिह कन्नौजी सहित जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी एवं हितग्राही महिलाएं उपस्थित थी।
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गर्मी में लू से बचाव और गर्मी से बचने के लिए सरल सुझाव
लू एवं तापघात से बचाव की सलाह
नीमच 7 अप्रेल 2025, जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद ने जानकारी दी, कि माह मार्च से माह जुलाई तक तापमान में बढ़ोत्तरी परिलक्षित होती है। वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) के कारण जलवायु परिवर्तन से तापमान में हो रही वृद्धि के कारण हमारे स्वास्थ्य पर मौसम का दुष्प्रभाव परिलक्षित होता है। अधिक तापमान के कारण होने वाले स्वास्थ्य पर दुष्प्रभावों की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए समयानुसार उपाय किये जाए, ताकि मानव स्वास्थ्य को होने वाली हानि से बचाया जा सकें।
लू (heat stroke):- हीट स्ट्रोक (सन स्ट्रोक) शरीर की वह अवस्था है जिसमें गर्मी के कारण शरीर का तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस (104.0 डिग्री फारेनहाइट) के पास पहुँच जाता है और मन में उलझन की स्थिति रहती है। यह स्थिति एकाएक आ सकती है या धीरे-धीरे। इस समस्या की जटिल अवस्था होने पर किडनी काम करना बन्द कर सकती है। लू लगने पर अगर तुरंत उपचार न मिले, तो मृत्यु भी हो सकती है। इसलिये पर्याप्त मात्रा में पानी अवश्य पिये, छोटे बच्चों की कपड़े से ढककर छाया वाले स्थान पर रखें। गर्मियों में पसीना अधिक आने के कारण शरीर की त्वचा पर भी असर होता है। पसीना शरीर पर आता रहता है और जमता रहता है जिसके कारण त्वचा पर कई बार खुजली होने लगती है और गर्मी से एलर्जी हो जाती है और त्वचा लाल हो जाती है। कई बार ज्यादा खुजली के कारण त्वचा बहुत लाल हो जाती है। शरीर की त्वचा पर घुमन सी होती है जिसके कारण इसे कांटेदार गर्मी भी कहा जाता है।
हीट रैशेज के लक्षणः छोटे गुलाबी या लाल रंग की त्वचा या फिर छोटे छोटे दाने निकलना। जलन, खुजली या त्वचा पर चुभन सी महसूस होना ऐसा तब होता है जब शरीर का पसीना आसानी से वाष्पित नहीं हो पाता।
क्या उपाय करें:- ठंडे पानी और कूलर की सहायता से शरीर का तापमान नियंत्रित करें। ढीले सूती कपड़े पहने। प्रभाव को कम करने के लिए विशेष प्रकार के सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग करें। जितना संभव हो सके त्वचा को साफ और शुष्क बना कर रखें इससे संक्रमण की संभावना कम होती है। गर्मी में घर से बहार निकलते वक्त छाते का प्रयोग अवश्य करें घर से बाहर पानी या ठंडा शरबत पी कर ही बाहर निकले जैसे आम पन्ना और शिकंजी ज्यादा फायदेमंद है। घर से बाहर जाते समय पीने का पानी साथ में लेकर जाए। अगर तेज धूप में थे तो एकदम से ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए।
निर्जलीकरण (Dehydration):- गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसा तब होता है जब कोई काफी समय से काम में व्यस्त है या ज्यादा शरीरिक कार्य (body work) करता है और यदि काफी समय से पानी नहीं पीया जाए इससे गर्मी में डीहाइड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शरीर को निर्जलीकरण (dehydration) से बचने के लिए नियमित रूप से थोड़े थोड़े समय बाद पानी पीना आवश्यक है, अगर किसी का गला बार बार सूख रहा है तो ये संकेत है कि उसका शरीर में पर्याप्त पानी (hydration) नहीं है। यदि किसी दिन बहुत ज्यादा गर्मी है उस दिन ज्यादा व्यायाम से बचें क्योंकि इससे शरीर का पानी जल्दी सूखता है। सुबह जल्दी और देर शाम जब ठंडक हो तभी व्यायाम किया जाना चाहिए। निर्जलीकरण (Dehydration), ज्यादा पसीना आ जाना, कमजोर या थका हुआ महसूस करना, शरीर का तापमान बढ़ना, त्वचा का रंग पीला पड़ना या चेहरा पीला पड़ना, मितली, उल्टी जैसा महसूस करना, बेहोशी आना।
क्या उपाय करें:- अगर घर से बाहर है और निर्जलीकरण के संकेत मिलें तो किसी छाया वाले और शांत जगह पर आराम करें। इलेक्ट्रॉल, ओ.आर.एस.,फलों का रस आदि पेय पदार्थों का निरंतर सेवन करते रहे। कॉर्बोनेटेड और कैफीन युक्त पेय से बचें।
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नीमच में 19 व 20 अप्रेल को जिला स्तरीय पुस्तक मेला आयोजित
नीमच 7 अप्रैल 2025, म.प्र.शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार नवीन शैक्षणिक सत्र 2025-26 प्रारंभ होने से समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालयों में पठन-पाठन प्रारंभ किया गया है। निजी विद्यालयों हेतु स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी राजपत्र, मध्यप्रदेश निजी विद्यालय (फीस तथा अन्य संबंधित विषयों का विनियमन) नियम-2018 एवं नियम-2020 प्रभावशील है। नियम- 2020 की धारा 6 में प्रावधान है कि निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्र या अभिभावकों को पुस्तकें, युनिफार्म, टाई, जुते, कॉपी आदि केवल चयनित विक्रेताओं से क्रय करने के लिए औपचारिक अथवा अनोपचारिक किसी भी रूप में बाध्य नहीं किया जायेगा।
इसी क्रम में अशासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत, छात्र, छात्राओं की सुविधा के लिए जिला स्तर पर 19 एवं 20 अप्रेल 2025 को ( दो दिवसीय) पुस्तक मेले का आयोजन सीएसव्ही अग्रोहा भवन नीमच में प्रात: 10 बजे से सांय 5 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।
जिसमें अशासकीय स्कूल के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यपुस्तक एवं समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए कापियां, यूनीफार्म एवं अन्य स्टेशनरी सामग्री विशेष छूट पर उपलब्ध होगी। जिला शिक्षा अधिकारी नीमच ने अपील की है, कि अधिक से अधिक विद्यार्थी एवं अभिभावक निर्धारित 2 दिवसीय पुस्तक मेले में उपस्थित होकर विशेष छूट का लाभ उठाए।
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ग्रीष्मकाल में किसी भी गॉंव में कोई पेयजल समस्या ना रहें – श्री मारू
मनासा में ग्रीष्मकाल में पेयजल समस्या के समाधान सम्बधी बैठक सम्पन्न
नीमच 7 अप्रेल 2025, सभी नगरीय निकाय एवं लो.स्वा.यां.विभाग सुनिश्चित करें, कि आगामी ग्रीष्मकाल में किसी भी ग्राम में पेयजल की कोई समस्या ना हो। अभी से समस्या मूलक एवं समस्या संभावित गॉंवों में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। जल निगम के कार्यो की वजह से जिन गांवों की पेयजल योजनाए क्षतिग्रस्त होकर बंद हो गई है। उन सभी गॉंवों की पेयजल योजनाओं की मरम्मत करवाकर जल प्रदाय प्रारंभ करवाएं। यह बात मनासा विधायक श्री अनिरूद्ध मारू ने सोमवार को मनासा में ग्रीष्मकाल में सम्भावित पेयजल समाधान के समाधान संबंधी समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए।
बैठक में जिला पंचायत सी.ई.ओं.श्री अमन वैष्णव, एस.डी.एम.मनासा श्री पवन बारिया, जनपद सी.ई.ओ.श्री अरविंद डामोर सहित सभी विभागों के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी, मनासा क्षेत्र की नगरीय निकायों के सीएमओ एवं क्षेत्र के सरपंच, सचिव भी उपस्थित थे।
बैठक में लोक स्वा.यां विभाग के सहायक यंत्री ने बताया कि, पेयजल समस्या से सम्बधित सूचनाओें के आदान-प्रदान के लिए दूरभाष नम्बर 07423-230192 पर जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। प्राप्त शिकायतों का 24 घंटे में निराकरण करवाकर हेण्डपंप चालू करवाए जा रहे हैं।
बैठक में लो.स्वा.यां.विभाग के सहायक यंत्री ने ग्रीष्मकाल में सम्भावित पेयजल समस्या से निपटाने के लिए तैयार कार्य योजना की जानकारी देते हुए बताया,कि जिले में 380 बसाहटों में नवीन नलकूप खनन के कार्य प्रस्तावित है। साथ ही जल स्तर की कमी वाले नलकूपों पर 234 सिंगल फेज पंप स्थापित करने का प्रस्ताव है। जिले में 539 हैंडपंपों में पाइपलाईन बढ़ाई जाएगी। चालू वित्तीय वर्ष में 730 सिंगल फेज पंप स्थापित किए गये हैं।
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नीमच में 19 व 20 अप्रेल को जिला स्तरीय पुस्तक मेला आयोजित
नीमच 7 अप्रैल 2025, म.प्र.शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार नवीन शैक्षणिक सत्र 2025-26 प्रारंभ होने से समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालयों में पठन-पठान प्रारंभ किया गया है। निजी विद्यालयों हेतु स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी राजपत्र, मध्यप्रदेश निजी विद्यालय (फीस तथा अन्य संबंधित विषयों का विनियमन) नियम-2018 एवं नियम-2020 प्रभावशील है। नियम- 2020 की धारा 6 में प्रावधान है कि निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्र या अभिभावकों को पुस्तकें, युनिफार्म, टाई, जुते, कॉपी आदि केवल चयनित विक्रेताओं से क्रय करने के लिए औपचारिक अथवा अनोपचारिक किसी भी रूप में बाध्य नहीं किया जायेगा।
इसी क्रम में अशासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत, छात्र, छात्राओं की सुविधा के लिए जिला स्तर पर 19 एवं 20 अप्रेल 2025 को ( दो दिवसीय) पुस्तक मेले का आयोजन सीएसव्ही अग्रोहा भवन नीमच में प्रात: 10 बजे से सांय 5 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।
जिसमें अशासकीय स्कूल के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यपुस्तक एवं समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए कापियां, यूनीफार्म एवं अन्य स्टेशनरी सामग्री विशेष छूट पर उपलब्ध होगी। जिला शिक्षा अधिकारी नीमच ने अपील की है, कि अधिक से अधिक विद्यार्थी एवं अभिभावक निर्धारित 2 दिवसीय पुस्तक मेले में उपस्थित होकर विशेष छूट का लाभ उठाए।
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ग्रीष्मकाल में किसी भी गॉंव में कोई पेयजल समस्या ना रहें – श्री मारू
मनासा में ग्रीष्मकाल में पेयजल समस्या के समाधान सम्बधी बैठक सम्पन्न
नीमच 7 अप्रेल 2025, सभी नगरीय निकाय एवं लो.स्वा.यां.विभाग सुनिश्चित करें, कि आगामी ग्रीष्मकाल में किसी भी ग्राम में पेयजल की कोई समस्या ना हो। अभी से समस्या मूलक एवं समस्या संभावित गॉंवों में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। जल निगम के कार्यो की वजह से जिन गांवों की पेयजल योजनाए क्षतिग्रस्त होकर बंद हो गई है। उन सभी गॉंवों की पेयजल योजनाओं की मरम्मत करवाकर जल प्रदाय प्रारंभ करवाएं। यह बात कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को मनासा में ग्रीष्मकाल में सम्भावित पेयजल समाधान के समाधान संबंधी समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए।
बैठक में जिला पंचायत सी.ई.ओं.श्री अमन वैष्णव, एस.डी.एम.मनासा श्री पवन बारिया, जनपद सी.ई.ओ.श्री अरविंद डामोर सहित सभी विभागों के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी, मनासा क्षेत्र की नगरीय निकायों के सीएमओ एवं क्षेत्र के सरपंच, सचिव भी उपस्थित थे।
बैठक में लोक स्वा.यां विभाग के सहायक यंत्री ने बताया कि, पेयजल समस्या से सम्बधित सूचनाओें के आदान-प्रदान के लिए दूरभाष नम्बर 07423-230192 पर जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। प्राप्त शिकायतों का 24 घंटे में निराकरण करवाकर हेण्डपंप चालू करवाए जा रहे हैं।
बैठक में लो.स्वा.यां.विभाग के सहायक यंत्री ने ग्रीष्मकाल में सम्भावित पेयजल समस्या से निपटाने के लिए तैयार कार्य योजना की जानकारी देते हुए बताया, कि जिले में 380 बसाहटों में नवीन नलकूप खनन के कार्य प्रस्तावित है। साथ ही जल स्तर की कमी वाले नलकूपों पर 234 सिंगल फेज पंप स्थापित करने का प्रस्ताव है। जिले में 539 हैंडपंपों में पाइपलाईन बढ़ाई जाएगी। चालू वित्तीय वर्ष में 730 सिंगल फेज पंप स्थापित किए गये हैं।
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