मामला न्यायालय नारायणगढ़ में विचाराधीन, निजी भूमि में रास्ता बताकर आये दिन झगड़ा करने पर उतारू भूमाफिया

मामला पहुँचा पुलिस महानिर्देशक ओर मानवाधिकार आयोग के पास क्या अब हो पाएगी कार्यवाही ?
मल्हारगढ़(गोपाल मालेचा)/ निजी भूमि में रास्ता बताकर आये दिन झगड़ा करने और मारपीट करने वालो पर मल्हारगढ़ का प्रशासन आखिर इतना मेहरबान क्यो ? फरयादी शाकिर पिता खाजू खां मेवाती निवासी मल्हारगढ़ व अन्य ने करीब 6 लोगो के खिलाफ नारायणगढ़ में दावा लगाकर न्याय की मांग की है । वही मंदसौर कलेक्टर के भी विरुद्ध मामला न्यायालय नारायणगढ़ में विचाराधीन है । गरीब किसान शाकिर ने बताया कि मुझे बार बार जान से मारने की धमकियां दी जा रही है । करीब 15 से ज्यादा आवेदन में थाने में दे चुका हूं, मंदसौर एस पी साहब से भी न्याय की गुहार लगाई लेकिन मेरी नही सुनी जा रही । परेशान होकर पुलिस महानिदेशक भोपाल व मानवाधिकार आयोग से भी न्याय की मांग की ।
गौरतलब है कि अपनी जगह सही होकर भी न्याय की मांग व्यक्ति को किस हद तक 3 साल तक चक्कर कटवाती है ये खबर हमे बताती है । जानकारी अनुसार शाकिर पिता खाजू खां ने बताया की मेरे स्वामित्व एवं अधिपत्य की कृषि भूमि कस्बा मल्हारगढ़ में भूमि सर्वे क्रमांक 1074 रकबा 0.607 हेक्टर वह सर्वे क्रमांक 1076 रकबा 0.0890 हेक्टेयर भूमि वह इसके अतिरिक्त अन्य भूमि स्थित है उपरोक्त भूमि सर्वे क्रमांक 1076 में शाकिर पिता खाजू खां व अन्य का एक कुआं पक्का निजी है उक्त पानी से ही में अपनी फसलों को पियत करता हूं तथा विरोधिगण की भूमि भी मेरे खेत के पास ही स्थित है तथा विरोधिगण के खेतों में अपनी अपनी ट्यूबवेल लगी हुई है व कुएं भी खुदे हैं जिससे वह अपनी फसलों की पियत करते है । सभी विरोधिगण एक ही समाज क्यों होकर आपस में रिश्तेदार है सभी विरोधिगण फरियादी शाकिर व अन्य की भूमि को अवैध रूप से हड़पना चाहते हैं व भूमि पर व कुएं पर जबरन दादागिरी, राजनीति प्रभाव से एवं अपने पद के प्रभाव से अवैध रूप से कब्जा करना चाहते हैं जबकि शाकिर व अन्य राजस्व रिकॉर्ड से भी उपरोक्त भूमि का स्वामित्व व आधिपत्यधारी है । परंतु उपरोक्त सभी विरोधिगण शाकिर व अन्य को परेशान करने के उद्देश्य से कुए से पानी की जबरन मांग कर रहे हैं जबकि उपरोक्त सभी विरोधिगण के पास अपनी-अपनी फसलों को पानी पिलाने के लिए पर्याप्त साधन है । शाकिर व अन्य की भूमि पर जबरन ट्रैक्टर निकाल कर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं एवं नवीन रास्ता कायम करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि उपरोक्त सभी विरोधिगण के पास अपने-अपने खेतों पर जाने का पर्याप्त रास्ता है परंतु विरोधिगण रास्ते की आड़ में शाकिर व अन्य की भूमि को छिन्ह-भिन्न कर उस पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं । उपरोक्त सभी विरोधिगण हर रोज शाकिर की भूमि पर दादागिरी कर बलपूर्वक ट्रैक्टर लेकर आते जाते हैं और शाकिर के मना करने पर भी भूमि पर ट्रैक्टर चला कर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं एवं नष्ट करते हैं । विरोधिगण एक मत होकर शाकिर को जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं ।
अपने पद का दुरुपयोग कर दे रहे हैं धमकी- सभी विरोधिगण अंतिम माली, दीपक माली पुलिस व आर्मी में होने का नाजायज फायदा उठा रहे हैं तथा राधेश्याम जो वर्तमान में सोसायटी का कर्मचारी है, दीनदयाल माली जो कि वर्तमान में पार्षद प्रतिनिधि है अपने पद फायदा उठाते हुए विरोधिगण को उपरोक्त भूमि से जो की शाकिर की स्वामित्व अधिपत्य की है ओर सिर्फ भूमि से बेदखल करने और उसपर कब्जा करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं । जिनका उनको कोई अधिकार नहीं है । फरियादी शाकिर को धमकियां दे रहे हैं कि हम तुझे किसी भी नशीले पदार्थ रखकर तुझपर झूठा मुकदमा बनवा देंगे, क्योंकि मैं स्वयं पुलिस में हूं और मेरा भाई आर्मी में है विरोधिगण के आतंक से एवं दादागिरी से फरियादी बहुत ज्यादा परेशान है । इस कारण अपनी परेशानी को मल्हारगढ़ थाना प्रभारी, मल्हारगढ़ अनु विभाग पुलिस, मंदसौर पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में डालते हुए पुलिस महानिदेशक भोपाल की शरण में जाना पड़ा एवं श्रीमान से विरोधिगण के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की ।
तहसीलदार व पटवारी की भूमिका पर उठ रहे सवाल- फरियादी शाकिर के आवेदन पर मल्हारगढ़ तहसीलदार ने पटवारी योगेश राठौर को भूमि का सीमांकन करने आदेश जारी किये । मोके पर उच्च अधिकारी, पटवारी, फरियादी व विरोधिगण के उपस्थिति में रिकार्ड के आधार पर सीमांकन किया गया जिसमें भी भूमि फरियादी शाकिर की ही निकली लेकिन राजनीति प्रभाव और दबाव के चलते फरियादी शाकिर पिता खाजू खां को कब्जा नही दिलाया गया । प्रकरण न्यायालय नारायणगढ़ में विचाराधीन होने के बाद भी तहसीलदार द्वारा बार-बार फरियादी शाकिर को तारीखों बुलाया जाता है और मानसिक रूप से परेशान किया जाता है । जब मामला नारायणगढ़ न्यायालय में विचाराधीन है तो उसी प्रकरण में विरोधियो से आवेदन लेकर फरियादी को मानसिक रूप से परेशान करने का सवाल ही नही उठता । अगर कोई विरोधिगण आवेदन भी प्रेषित करते है तो जवाब एक ही बनता है मामला न्यायालय में विचाराधीन है वहाँ से जो भी निर्णय होगा वो ही सर्वोपरि होगा ।
न्यायालय में मामला विचाराधीन- न्यायालय श्रीमान व्यवहार न्यायाधीश महोदय कनिष्ठ खण्ड नारायणगढ़ जिला मंदसौर में 4 नवम्बर 2024 को वादिगण मोहम्मद पिता खाजू खां मेवाती, शाकिर पिता खाजू खां मेवाती, इस्माइल उर्फ पिंटू पिता खाजू खां मेवाती, मोइन पिता मुबारक उम्र 12 वर्ष नाबालिक सरपरस्त शाकिर खान पिता खाजू खां मेवाती सभी निवासी मल्हारगढ द्वारा प्रतिवादिगण राधेश्याम पिता रामचंद्र जी माली, मदन पिता रामचंद्र माली, राजेश कुमार पिता लालचंद्र माली, धापू बाई पति गणपत माली, दयाल पिता राधेश्याम माली, लालू माली पिता राधेश्याम सभी निवासी मल्हारगढ और मध्य प्रदेश राज्य द्वारा कलेक्टर महोदय मंदसौर के विरोध वाद प्रस्तुत किया गया ।
यहां भी की शिकायत-★ मुख्यमंत्री भोपाल ★ गृहमंत्री महोदय मध्य प्रदेश शासन भोपाल★राज्य मानवाधिकार आयोग भोपाल★ उपमुख्यमंत्री महोदय भोपाल★ पुलिस महानिदेशक मुख्यालय भोपाल★ कलेक्टर महोदय मंदसौर★ पुलिस अधीक्षक महोदय मंदसौर★ तहसीलदार महोदय मल्हारगढ़★थाना प्रभारी महोदय मल्हारगढ़