राष्ट्रीय वाकिंग दिवस 02 अप्रैल पर विशेष “आप चलेगें दिल दौड़ेगा”

राष्ट्रीय वाकिंग दिवस 02 अप्रैल पर विशेष “आप चलेगें दिल दौड़ेगा”
-डा. बी.एल. मिश्रा
से.नि.क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवा रीवा संभाग रीवा
“वाकिंग” यानि चलना से तात्पर्य है तेज गति से पैदल चलना। भारतवर्ष में देश के युवकों को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखनें की दिशा में प्रति वर्ष अप्रैल माह के प्रथम बुधवार को “राष्ट्रीय वाकिंग डे” के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस लागों को स्वस्थ जीवन शैली अपनानें व अधिक पैदल चलनें हेतु प्रोत्साहित करता है। भारत को विकसित व स्वस्थ बनानें की दिशा में यह क्रिया इसलिये महत्वपूर्ण है कि विश्व के सर्वाधिक युवा (>35 करोड़ ) देश में निवास करते है। वॉकिंग ईश्वर प्रदत्त निशुल्क, बहुत ही आसान, बिना दौड़े एक स्वास्थ्य वर्धक प्रक्रिया है, जिसमें किसी प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती. वॉक के बारे में विद्यालय में ही स्वास्थ्य शिक्षा एवं व्यायाम के लाभों की जानकारी छात्र-छात्राओं को देना चाहिए. वॉक के समय यथा संभव मोबाइल का उपयोग न करें.
तेज चलने की तैयारी
हमें यथा संभव प्रातः काल तेज चलना चाहिए किंतु अपने कार्य के आधार पर किसी भी समय 30 से 45 मिनट प्रति दिवस चलना उचित होगा जो 300 कैलोरी ऊर्जा नष्ट करता है. तेज चलते समय राष्ट्रीय राजमार्ग या ज्यादा वाहनों के चलने वाली सड़कों से बचें । वह पार्क को घूमने हेतु चयन कर सकते हैं. वाक के समय आरामदायक कपड़े व जूते पहनें, ज्यादा पानी पिऐं व तंबाकू_ धूम्रपान_ शराब का सेवन न करने वाले मित्रों के साथ घूमने से आत्मविश्वास वृद्धि होगी. जब हमें किसी बहुमंजिला भवनो में ऊपर जाना हो तो लिफ्ट का नहीं बल्कि सीढी का उपयोग करें व रात्रि भोजन के पश्चात परिवारजन मोबाइल या टीवी देखने के स्थान पर कम से कम 5000 कदम पैदल चलें.
वॉकिंग व हमारा स्वास्थ्य
प्राचीन यूनानी चिकित्सक़ व दार्शनिक हिप्पोक्रेट्स के अनुसार “चलना मनुष्य की सबसे अच्छी दवा है”। यदि युवावस्था से चलना प्रारंभ करें तो उनकी जीवन प्रत्याशा 3 वर्ष बढ़ जाती है एवं मृत्यु दर कम हो सकता है. तेज पैदल चलने के अनेको फायदे हैं जैसे_ हृदय रोग, ब्लड प्रेशर, लकवा, डायबिटीज व कैंसर के जोखिम को कम करना. शरीर का मोटापा कम कर वजन को संतुलित रखना, मानसिक तनाव कम करना व मूड में सुधार करना, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि, सर्दी लगने की कम संभावना होती है. विभिन्न अंगों को ज्यादा ऑक्सीजन व ऊर्जा मिलना, विटामिन डी की प्राप्ति जो हड्डी व मांसपेशियों को स्वस्थ रखता है, हड्डियों के फ्रैक्चर होने की कम संभावना होती है, विभिन्न जोड़ों में लचीलापन महसूस होता है. प्रतिदिन 10000 कदम चलना हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का प्रभावी तरीका है. यदि आप 30 वर्ष से अधिक के हैं व ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोग से पीड़ित है तो कुशल चिकित्सक से नियमित जांच, कराए व आवश्यक दवा अवश्य लें. गर्भवती महिलाओं व बच्चे चिकित्साकीय परामर्श से वाक करें.
वॉकिंग और हमारा खानपान
हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य हेतु वाक के साथ संतुलित आहार लेना चाहिए. प्रातः एक दो गिलास गुनगुना पानी पिऐं. सुबह 6:00 से शाम 7:00 तक कम से कम 3 लीटर जल लें. सुबह के नाश्ते में अंकुरित चना_ मूंग_सलाद, मौसमी फल व दूध लें. दोपहर एवं शाम के भोजन में हरी सब्जी, सलाद के साथ मोटा अनाज ( चना, ज्वार, मक्का, बाजरा,जौ, रागी ) शामिल करें. बार-बार चाय_ काफी, कोल्ड ड्रिंक, जंक फूड, डिब्बा बंद भोजन, पिज़्ज़ा _बर्गर, ज्यादा तेल__ घी से बने खाद्य पदार्थ के सेवन से बचें.हर परिवार में घी_तेल की मात्रा प्रति सदस्य प्रति माह आधा लीटर होना चाहिए। यदि आप रोगी हैं तो चिकित्सकीय सलाह से भोजन ले. बच्चों को इस दिशा में शिक्षित करना आवश्यक है जैसे नूडल्स या ‘रेडी टू इट’ भोजन का प्रयोग न करना, घर का ताजा खाना खाएं, मोबाइल या वीडियो गेम का न्यूनतम उपयोग, 1 घंटे प्रति दिवस आउट डोर गेम या इनडोर खेलना, रात में 10:00 बजे तक सोना व प्रातः 5:00 बजे उठना. वजन की नियमित जाँच कराना ताकि मोटापा, डायबीटीज व ब्लड प्रेशर से बच्चे बच सकें. किसी भी प्रकार के नशे, तम्बाकू_ धूम्रपान_ शराब के सेवन से हमें बचना चाहिए.
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