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समाचार मध्यप्रदेश रतलाम 31 मार्च 2025 सोमवार

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चिकित्सा सेवा मानवता की सर्वोत्तम सेवा है : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बड़नगर में चिकित्सालय का शुभारंभ किया

रतलाम 30 मार्च 2025/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि समाज में चिकित्सकों का योगदान सर्वोच्च माना जाता है चिकित्सा सेवा मानवता की सर्वोत्तम सेवा है। सभी चिकित्सकगण हमेशा अपने हृदय में दया, करुणा और मानवता के भाव को सर्वोच्च स्थान दे। मध्यप्रदेश शासन द्वारा मेडिकल टूरिज्म पॉलिसी में अनुदान की व्यवस्था की गई है इसके लिए चिकित्सालय आवेदन कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रविवार को उज्जैन जिले के बड़नगर में एक निजी चिकित्सालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर संत श्री पंडित कमलकिशोरजी नागर महाराज, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री शिवप्रकाश, जिले के प्रभारी मंत्री श्री गौतम टटवाल, विधायक बड़नगर श्री जितेंद्र सिंह पंड्या, विधायक नागदा डॉ. तेज बहादुरसिंह, भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष श्री राजेश धाकड़, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अभय टोंगिया, हॉस्पिटल डायरेक्टर डॉ. वासुदेव काबरा आदि उपस्थित थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वर्ष प्रतिपदा गुड़ी पड़वा की सभी को शुभकामनाएं प्रदान की। विक्रम संवत के प्रारंभ का उल्लेख किया उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में आयुर्वेद चिकित्सा का अत्यधिक महत्व है। आयुर्वेद की महत्ता कोरोना काल में प्रतिपादित हुई है। आपने चिकित्सालय के शुभारंभ अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि हॉस्पिटल कैंपस में वैलनेस सेंटर आयुर्वैदिक कॉलेज भी खोले ताकि समग्र रूप से चिकित्सा सेवा की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव शरीर ईश्वर का वरदान है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संत श्री नागरजी महाराज का आशीर्वाद लेते हुए कहा कि संत श्री ने गौ सेवा के क्षेत्र में अत्यंत विशेष कार्य किया है जिसकी एक विशिष्ट पहचान बनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश सौभाग्यशाली है कि हमें सदैव संतों का आशीर्वाद मार्गदर्शन मिलता है। संत हमें हमारी संस्कृति से जोड़ते हैं, हमारे देश में संत परंपरा प्राचीन समय से विद्यमान है। ऋषि मुनियों का आशीर्वाद मिलता रहा है। ऋषि मुनी समाजसेवा में पूरा जीवन लगा देते हैं। हमने भारतीय परंपराओं एवं प्राचीन वैदिक गणना से प्रेरित होकर उज्जैन में जंतर मंतर के पास वैदिक घड़ी स्थापित की है।

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में बताया कि राज्य शासन की पहल पर बड़नगर में साढ़े तीन हजार करोड रुपए की लागत से सीमेंट कारखाना स्थापित हो रहा है जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा, क्षेत्र का औद्योगिक विकास होगा। इसके पूर्व हॉस्पिटल के डायरेक्टर डा. वी. डी. काबरा ने स्वागत उद्बोधन दिया। डॉ. प्रखर काबरा ने उद्बोधन में हॉस्पिटल के संबंध में जानकारी प्रदान की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने बड़नगर प्रवास के दौरान स्थानीय भगवती माता मंदिर पहुंचकर दर्शन किए पूजा-अर्चना की आशीर्वाद प्राप्त किया।

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विश्व ओरल हेल्थ दिवस का समापन

रतलाम 30 मार्च 2025/ विश्व ओरल हेल्थ दिवस का आयोजन दिनांक 20 मार्च से 30 मार्च के मध्य किया गया। इस वर्ष कार्यक्रम की थीम ‘ए हैप्पी माऊथ, इस ए हैप्पी बाडी’ पर आधारित रही। इस विषय में सीएमएचओ डा. एम.एस. सागर ने बताया कि जिले के शासकीय अस्पतालों एवं आयुष्मान ग्राम आरोग्य मंदिरों पर कार्यक्रम के सम्बन्ध में स्क्रीनिंग कैम्प आयोजित कर जागरुकता गतिविधियां की गई।

कार्यक्रम के विषय में दंत रोग चिकित्सक डा. रजत दुबे ने बताया कि मुंह के स्वास्थ्य की बचपन से देखभाल की जानी चाहिए क्योंकि मजबूत दांत जिन्दगी भर साथ देते हैं। हरी सब्जियां और दूध से बने पदार्थों का उपयोग करना चाहिए। खाने में चिपचिपे व मीठे पदार्थों का उपयोग कम से कम करें। दांतों में दर्द होने या मसूडों से खून आना, मुंह में छाले होना, मुंह से बदबू आना या जबडों में दर्द होना जैसे लक्षण दिखाई देने पर तत्काल अस्पताल में सम्पर्क करना चाहिए।

बच्चों के दांतों की सडन, 71 महीने की उम्र के अन्दर एक या एक से ज्यादा दूध के दांत में लगने वाली सडन को अर्ली चाइल्ड हूड कैरिस करते हैं। बहुत तेजी से बढने वाला दंत क्षय है जो प्रारम्भ में केवल आगे के दांतों में सफेद धब्बे के रुप में 12 माह से कम बच्चों में शुरु होता है। इस बीमारी के फलस्वरुप जीवन पर्यंत दांतों में सडन की संभावना बढ जाती है तथा इसके कारण शरीर में अन्य विकार जैसे अनीमिया और बाधित विकास भी हो सकते हैं। 12 से 15 माह में ज्यादा लंबे समय तक और इच्छानुसार बोतल का दूध पिलाना और मुख की सफाई न रखना इसका कारण है। इससे बचाव के लिए मसूडों की सफाई, ब्रश द्वारा दांतों की सफाई की जल्द शुरुआत, रात्रिकालीन या सोते समय बोतल से दूध पिलाने से परहेज करना चाहिए। शहद, चाशनी में डूबे हुए पदार्थों से परहेज करना चाहिए। हर बार कुछ खाने या चीनीयुक्त दवाओं के सेवन के उपरांत मुंह का कुल्ला करना चाहिए।

दंत चिकित्सक डा. नरेश चौहान ने बताया कि ब्रश करने के मुख्य तरीकों में दांतों के ब्रश को अपने मसूडों की रेखा से 45 अंश के कोण पर रखे। ब्रश को आगे-पीछे, हल्के और छोटे स्पर्श से चलाएं, ब्रश 45 अंश के कोण पर रखते हुए दांतों के बाहरी भाग की सफाई करे। ब्रश 45 अंश के कोण पर रखते हुए दांतों के अन्दर के भाग की सफाई करें। ब्रश से चबाने वाली सतह को साफ करें, ब्रश के ऊपर के भाग से ऊपर और नीचे के दांतों के अंदरुनी हिस्से को हल्के तरीके से ऊपर और नीचे चलाते हुए साफ करें। ब्रश को अपनी जीभ से साफ करें ताकि किटाणु और दुर्गंध हटे और मुंह में ताजगी रहे। दांतों के संबंध में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत शासकीय जिला चिकित्सालय रतलाम में सम्पर्क स्थापित कर पूर्ण उपचार करवाएं।

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लू से बचाव की एडवाइजरी जारी

रतलाम 30 मार्च 2025/ भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी मौसमी दृश्टिकोण के अनुसार जिले में मार्च से मई 2025 का तापमान औसत तापमान से अधिक होने की संभावना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एम.एस. सागर ने बताया कि लू के प्रमुख प्रभाव सूर्य दाह (सन बर्न), ताप के कारण शारीरिक ऐठन (हीट क्रेम्प), अत्यधिक थकावट एवं शारीरिक खिंचाव (हीट एक्जाशन) तथा ताप दाह (हीट स्ट्रोक) के रुप में परिलक्षित होते हैं।

डा. सागर ने बताया कि लू से बचाव के लिए पानी, छाछ, ओआरएस का घोल या घर में बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी, केरी का पना इत्यादि का सेवन कर तरोताजा रहें। यथासंभव दोपहर 12 से 3 बजे के मध्य धूप मे निकलने से बचें। धूप में निकलते समय अपना सिर ढंककर रखें, कपडे, टोपी अथवा छतरी का उपयोग करें। धूप में निकलने से पूर्व पानी हमेशा साथ रखें, शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें। सूती, ढीले तथा आरामदायक कपडे पहने, सिंथेटिक एवं गहरे रंग के कपडे पहनने से बचें। जानवरों को छाया में रखें और पीने का पर्याप्त पानी दे। अत्यधिक गर्मी होने की स्थिति में ठण्डे पानी से शरीर को पोछें या कई बार स्नान करें। धूप तथा गर्म हवाओं के सम्पर्क में आने के तुरन्त बाद स्नान नहीं करें। गरिष्ठ वसायुक्त ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन तथा अल्कोहल, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थ का उपयोग कम से कम करें।

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