मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 29 मार्च 2025 शनिवार

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संभागायुक्त श्री गुप्ता ने भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कर पूजा अर्चना की

सिंहस्थ को देखते हुए शिवना नदी, 10 नंबर नाका रोड, नालछा माता रोड, पशुपतिनाथ पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया

मंदसौर 28 मार्च 25/ संभागायुक्त श्री संजय गुप्ता ने मंदसौर स्थित भगवान पशुपतिनाथ मंदिर, सहस्त्र शिवलिंग, तापेश्वर महादेव के दर्शन किए। पूजा अर्चना की तथा जिले वासियों की सुख शांति समृद्धि कामना की। दर्शन के बाद सिंहस्थ 2028 को देखते हुए शिवना नदी, 10 नंबर नाका रोड, नालछा माता रोड, पशुपतिनाथ पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कहा कि, पशुपतिनाथ मंदिर स्थित गेस्ट हाउस के कमरों का रिनोवेशन करे। पार्किंग स्थल को और डेवलप करे। गार्डन विकसित करें। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनंद, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल मौजूद थे।

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सीएमएचओ सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का तुरंत समाधान करें : संभागायुक्त श्री गुप्ता

खरीदी के दौरान चने की गुणवत्ता को देखें

स्व सहायता समूह की महिलाओं को शहद की खेती के लिए प्रेरित करें

संभागायुक्त ने सभी जिला अधिकारियों की बैठक कर दिशा निर्देश दिए

मंदसौर 28 मार्च 25/ संभागायुक्त श्री संजय गुप्ता ने मंदसौर एनआईसी कक्ष में जिलाधिकारी की बैठक ली तथा आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। बैठक के दौरान संभागायुक्त ने सीएमएचओ को निर्देश देते हुए कहा कि, सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का तुरंत समाधान करें। आगामी सात दिवस में शिकायतों का निराकरण करें। हर शाखा की अलग शिकायतों को चिन्हित करें तथा उस पर काम करें। शिकायतकर्ता से बात करें तथा संतुष्टि पूर्वक समाधान करें। निराकरण करके एक सप्ताह में रिपोर्ट भेजें। इसके साथ ही उन्होंने अन्य योजनाओं एवं टीकाकरण की स्थिति के बारे में जानकारी ली। बैठक के दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनंद, डीएफओ श्री संजय रायखेरे, सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल, जिला अधिकारी मौजूद थे।

उपार्जन कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत वेरिफिकेशन करें। प्रतिदिन हो रहे खरीदी की जानकारी ली। खरीदी के लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रेरित करें। स्व सहायता समूह की महिलाओं को शहद की खेती के लिए भी प्रेरित करें।

खरीदी के दौरान चने की गुणवत्ता को देखें। जहां पर ज्यादा आवश्यकता हो वहां पर अतिरिक्त सर्वेयर लगाए। कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान रखें।

उद्यानिकी विभाग पान की खेती की छोटी-छोटी इकाइयों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाए तथा जिले में पान का अधिक से अधिक उत्पादन बढ़ाए। मत्स्य विभाग को निर्देश दिए की

केज कल्चर शुरू करें। इसके लिए सक्षम मछुआरों को प्रेरित करें। बिना सब्सिडी वाले प्रकरण बढ़ाएं। जिले के अधिकांश तालाबों में मछली पालन हो इसको सुनिश्चित करें।

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संभागायुक्त श्री गुप्ता मंदसौर एनआईसी से समाधान ऑनलाइन में शामिल हुए

मंदसौर 28 मार्च 25/ संभागायुक्त श्री संजय गुप्ता मंदसौर एनआईसी कक्ष से समाधान ऑनलाइन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने समाधान ऑनलाइन के माध्यम से सीएम हेल्पलाइन शिकायतो की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनंद, डीएफओ श्री संजय रायखेरे, अपर आयुक्त श्री रंजीत कुमार, सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल, सभी जिला अधिकारी मौजूद थे।

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कोर्ट के लंबित मामलों का त्वरित निराकरण करें : संभागायुक्त श्री गुप्ता

संभागायुक्त ने कलेक्ट्रेट शाखाओं का निरीक्षण किया

मंदसौर 28 मार्च 25/ संभागायुक्त श्री संजय गुप्ता ने मंदसौर कलेक्टर कार्यालय स्थित कलेक्ट्रेट शाखाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कलेक्टर कोर्ट, एडीएम कोर्ट, स्थापना शाखा, अधीक्षक शाखा, नाजिर शाखा, राहत शाखा, माफी शाखा, वित्त, एससी 2, स्थापना, राजस्व शाखा, तकाबी, राहत, अल्प बचत, देवस्थान शाखों का निरीक्षण किया। कोर्ट निरीक्षण के दौरान उन्होंने रीडर को निर्देश दिए कि धारणाधिकार के केस का तुरंत निराकरण करें तथा रिपोर्ट भेजें। कैंप मोड में काम करें। 2 से 5 वर्ष के प्रकरण है। उनको प्रत्येक कोर्ट में लगाए। उनका 80% निराकरण करें। अधीक्षक टेबल निरीक्षण करे, जल्द कार्य पूर्ण करे, प्रत्येक दिन टेबलों के निरीक्षण करें और टिप तैयार करें। मंदिर अतिक्रमण से संबंधित डाटा अपडेट करें। कोई डाटा छुट्टे नहीं इसका ध्यान रखें। सभी किसानों की फॉर्मर रजिस्ट्री अनिवार्य रूप से बनवाए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, अपर आयुक्त श्री रंजीत कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल मौजूद थे।

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सभी जनपद सीईओ जनपद में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का 1-1 मॉडल गांव बनाएं : कलेक्टर श्रीमती गर्ग

उद्योग विभाग सभी उद्योगों में शत प्रतिशत वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाए

जल गंगा संवर्धन अभियान 30 मार्च से 30 जून तक चलेगा

मंदसौर 28 मार्च 25/ कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग की अध्यक्षता में जल गंगा संवर्धन अभियान के संबंध में एक विशेष बैठक सुशासन भवन सभागृह में आयोजित की गई। जल गंगा संवर्धन अभियान संपूर्ण जिले में 90 दिवस यानि 30 मार्च से लेकर 30 जून तक लगातार चलेगा। जिसमें जल संरचनाओं का संरक्षण, जीर्णोद्धार, नवीन संरचना का निर्माण, पौधारोपण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, नदियों, तालाबों, नहरो, कुएं की सफाई इत्यादि गतिविधि आयोजित की जाएगी। बैठक के दौरान कलेक्टर ने सभी जनपद सीईओ को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक जनपद में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का एक-एक मॉडल गांव बनाएं। सभी नगरीय निकाय शहरों में वन लगाने के मापदंडों को समझें और उसके अनुसार वनों को लगाए। ग्रीन एरिया विकसित करें। जल संसाधन विभाग शासकीय नहरों को चिन्हित करें। उनको रिपेयर करें तथा अतिक्रमण मुक्त करवाए। तालाबों को चिन्हित करें और उनकी साफ सफाई करवाए। ग्रामीण क्षेत्रों में जन अभियान परिषद जल दूत बनाए। पीओ डूडा शहरी क्षेत्र में जल मित्र बनाएं। बैठक के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन, वन मंडल अधिकारी श्री संजय राय, संबंधित विभाग मौजूद थे। कलेक्टर ने उद्योग विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि उद्योगों में शत प्रतिशत रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाएं एवं सीएसआर फंड से औद्योगिक क्षेत्र में पौधारोपण करवाए। शिक्षा विभाग स्कूल, कॉलेज में निबंध, पोस्टर बैनर, नाटक, कविता पाठ, व्याख्यान आदि प्रतियोगिताएं करवाए तथा विद्यार्थियों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करें। पीएचई विभाग नल जल के स्त्रोतों की जिओ टेकिंग करें। इसके लिए कार्य योजना बनाएं। जल संसाधन विभाग शासकीय नहरों को चिन्हित करें और उनको रिपेयर करें। उनकी जियो टेकिंग करें। तालाब, चेक डैम को इंद्राज करें। नहरों की साफ सफाई करवाए। सभी नगरीय निकाय प्याऊ स्थापित करें।

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मुख्यमंत्री ने जिले के 583 श्रमिक परिवारों को 12 करोड़ का हितलाभ प्रदान किया

मंदसौर 28 मार्च 25/ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंत्रालय भोपाल से मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना अंतर्गत मंदसौर जिले के 583 श्रमिक परिवारों को 12 करोड़ 56 लाख रुपए की अनुग्रह सहायता प्रदान की। वही प्रदेश के 23 हजार 162 श्रमिक परिवारों को 505 करोड रुपए की अनुग्रह सहायता राशि प्रदान की। अनुग्रह सहायता राशि वितरण के दौरान मंदसौर एनआईसी कक्ष से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हितग्राही अंजलि रैकवार से संवाद किया। अंजली से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि दुख की घड़ी में हम सब आपके साथ हैं। सरकार की सद्भावना, सरकार की संवेदना हमेशा आपके साथ हैं। इस दौरान मंदसौर एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती दुर्गा विजय पाटीदार, मंदसौर विधायक श्री विपिन जैन, नगर पालिका अध्यक्षा श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, जनपद अध्यक्ष श्री बसंत शर्मा, जिला श्रम अधिकारी, संबल योजना के हितग्राही मौजूद थे। फोटो संलग्‍न

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मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अंजली रैकवार से संवाद किया और चार लाख रुपए की अनुग्रह सहायता प्रदान की

दुख की घड़ी में सरकार की सद्भावना एवं संवेदना हमेशा आपके साथ है : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव

मंदसौर 28 मार्च 25/ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंदसौर नगर पालिका क्षेत्र की रहने वाली अंजली रैकवार को 4 लाख की अनुग्रह सहायता राशि प्रदान की। अंजली रैकवार के पति रवि रैकवार का 8 नवंबर 2023 को दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। उनके पति सब्जी का ठेला लगाने का व्यवसाय करते थे। जिससे उनके परिवार चलता था। लेकिन उनके पति के गुजर जाने के पश्चात उनके घर की दयनीय स्थिति हो गई। लेकिन ऐसी दुख की घड़ी में मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना संबल ने इनको सहारा प्रदान किया। आज मुख्यमंत्री ने स्वयं अंजली रैकवार से संवाद किया और चार लाख की अनुग्रह सहायता प्रदान की। मुख्यमंत्री ने अंजलि से संवाद करते हुए कहा कि दुख की घड़ी में हम आपके साथ में हैं। संबल योजना के माध्यम से आपको सहायता मिल रही है। सरकार की सद्भावना एवं संवेदना हमेशा आपके साथ में है। संबल योजना से जुड़ने का आप एक उदाहरण है। संबल योजना का लाभ अन्य परिवारों को भी मिले इसके बारे में भी अन्य लोगों को बताएं। संबल योजना की राशि का समुचित उपयोग करें। आपके परिवार को ऐसी दुख की घड़ी में भगवान कष्ट सहन करने की ताकत प्रदान करें।

मुख्यमंत्री से अंजली ने कहा कि मैं इस वक्त पार्लर का काम सीख रही हूं। इसके साथ ही मुझे लाडली बहना योजना, खाद्यान्न पर्ची, आयुष्मान कार्ड, उज्जवला गैस कनेक्शन एवं प्रस्तुति सहायता राशि का भी लाभ मिला है।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान श्रम वीरों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि काम करने से प्रतिभा निखर रही है। सभी काम करें, अच्छे काम करे। सभी योजनाओं का लाभ उठाएं। सभी के परिवारों की जिंदगी बहुत अच्छी हो। हर परिवार में सुख का सूरज निकले। फोटो संलग्‍न

भगवान पशुपतिनाथ मंदिर आराधना हॉल में 30 मार्च पर 9:00 बजे होगा सूर्य उपासना कार्यक्रम

सम्राट विक्रमादित्य पर जीवन पर आधारित नाट्य की होगी प्रस्तुति

मंदसौर 28 मार्च 25/ अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल द्वारा बताया गया कि भगवान पशुपतिनाथ मंदिर आराधना हाल में 30 मार्च को प्रातः 9 बजे सूर्य उपासना का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। विक्रम संवत 2082 का शुभारम (नववर्ष प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा) ईसवी कलैण्डर 30 मार्च 2025 को हो रहा है। इस अवसर पर सूर्य उपासना के कार्यक्रम आयोजित किया गया है। सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में प्रस्तुति दल द्वारा मंच पर ब्रह्म ध्वज का वंदन किया जाएगा। विक्रम संवत भारतीय कालगणना पर केंद्रित जानकारी भी प्रदान की जाएगी। सम्राट विक्रमादित्य पर आधारित नाट्य का मंचन किया जाएगा। नाट्य प्रस्तुति सम्राट विक्रमादित्य का मंचन नाट्य दल निर्देशन श्री नन्दन चावडा, प्रस्तुति संवाद क्रिएटिव कम्युनिकेशन चिल्ड्रनस वेलफेयर सोसायटी, उज्जैन द्वारा किया जायेगा।

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गरोठ उपखंड में दो सर्वेयर की सेवा समाप्त की गई

मंदसौर 28 मार्च 25/ जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा बताया गया कि कलेक्टर श्रीमती अतिथि गर्ग द्वारा 26 मार्च 2025 को उपखंड गरोठ के गेहूँ उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान केन्द्रों पर उपस्थित सर्वेयर से गुणवत्ता मापदण्ड के संबंध में पूछने पर रजनी प्रभा वेयरहाउस में नियुक्त सर्वेयर राजु सिंह एवं संजय प्रजापती गेहूं के गुणवत्ता मापदण्डों की जानकारी नहीं बता पाएं। साथ ही डिजीटल मोईश्चर मीटर पर नमी का नाप भी ठीक तरह से बताने में असमर्थ रहे। सर्वेयरों के पास निर्धारित यूनीफार्म एवं आईडी कार्ड भी मौके पर नहीं पाए गए।

कलेक्टर द्वारा संयुक्त निरीक्षण दल के समक्ष जिला प्रबंधक मध्यप्रदेश स्टेट सीविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन को इन पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए जिसके पालन में जिला प्रबंधक ‌द्वारा इन दोनों सर्वेयरों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई। तथा इनके स्थान पर अन्य सर्वेयरों की नियुक्ति हेतु आदेशीत किया गया।

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प्रदेश में स्कूल चलें हम अभियान एक से 4 अप्रैल तक

स्कूल शिक्षा विभाग ने कलेक्टर्स को जारी किये दिशा-निर्देश

मंदसौर 28 मार्च 25/ प्रदेश में नवीन शिक्षण सत्र वर्ष 2025-26 की शुरूआत एक अप्रैल से स्कूल चलें हम अभियान के रूप में की जायेगी। अभियान के दौरान प्रदेश में एक से 4 अप्रैल, 2025 तक प्रतिदिन शालाओं में कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिला कलेक्टर्स और जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किये हैं। अभियान के दौरान सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के नामांकन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। प्रदेश में करीब 92 हजार सरकारी स्कूल हैं। इनमें प्रायमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकण्डरी स्कूल हैं। इन स्कूलों में लगभग 85 लाख बच्चे अध्ययनरत हैं।

राज्य स्तरीय आयोजन

स्कूल चलें हम अभियान का राज्य स्तरीय कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में होगा। कार्यक्रम के आयोजन की रूपरेखा स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की जा रही है।

जिला-शाला स्तरीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम

प्रदेश में जिले के प्रभारी मंत्री जिला स्तरीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम चयनित शाला में होगा। कार्यक्रम में सांसद, विधायक एवं अन्य जन-प्रतिनिधि शामिल होंगे। उपस्थित छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें वितरित की जायेंगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने ऐसी व्यवस्था की है कि नये शैक्षणिक सत्र की शुरूआत में विद्यार्थियों को पाठ्य-पुस्तकें मिल जायें। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी और मैदानी अमले को विभाग द्वारा निर्देश जारी कर दिये गये हैं। ग्राम और बसाहट के शाला से बाहर रहे चिन्हित बच्चों का शाला में नामांकन कराया जायेगा। बच्चों के अभिभावकों का शाला स्तर पर स्वागत किया जायेगा। कक्षा-1 से 8 तक सभी शालाओं में एक अप्रैल को बालसभा का आयोजन किया जायेगा। इस दिन शालाओं में विशेष भोजन की व्यवस्था भी की गयी है।

भविष्य से भेंट कार्यक्रम

स्कूल चलें हम अभियान के दूसरे दिन शालाओं में “भविष्य से भेंट’’ कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध, प्रबुद्ध और सम्मानित व्यक्तियों को एक प्रेरक की भूमिका में विद्यार्थियों से भेंट के लिये आमंत्रित किया जायेगा। इसी दिन स्थानीय स्तर पर विशिष्ट उपलब्धियाँ हासिल करने वाले खिलाड़ी, साहित्यकार, कलाकार, मीडिया, संचार मित्रों, पुलिस अधिकारी, राज्य शासन के अधिकारी को विशेष रूप से आमंत्रित किया जायेगा। आमंत्रित अतिथि उपस्थित बच्चों को पढ़ाई के महत्व और प्रेरणादायी कहानियाँ सुनायेंगे। इस दौरान सामाजिक संस्था एवं आमंत्रित व्यक्ति स्वैच्छा से विद्यार्थियों को शाला उपयोगी वस्तुएँ भेंट कर सकेंगे। जिला कलेक्टर को जिले के प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों को किसी एक शाला में जाकर एक कालखण्ड में बच्चों के साथ संवाद करने के लिये संवाद करने के भी निर्देश दिये गये हैं।

सांस्कृतिक एवं खेल-कूद गतिविधियाँ

“स्कूल चलें हम अभियान” के अंतर्गत 3 अप्रैल को शाला स्तर पर पालकों के साथ सांस्कृतिक एवं खेल-कूद की गतिविधियाँ आयोजित की जायेंगी। इसका उद्देश्य पालकों का विद्यालय से जुड़ाव करना है। इसी दिन शाला में उपस्थित पालकों को शैक्षणिक स्टॉफ द्वारा राज्य सरकार की स्कूल शिक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जायेगी। पिछले शैक्षणिक सत्र में जिन विद्यार्थियों की 85 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति रही है, उनके पालकों को सभा में सम्मानित किया जायेगा।

हार के आगे जीत

“स्कूल चलें हम अभियान” के अंतर्गत 4 अप्रैल को ऐसे छात्रों को चिन्हित किया जायेगा, जो किन्हीं वजहों से कक्षोन्नति प्राप्त करने में असफल हो गये हैं। पालकों को इन बच्चों की आगे की पढ़ाई के लिये समझाइश दी जायेगी। उन्हें बताया जायेगा कि असफल होने के बाद भी लगातार प्रयास से अच्छा भविष्य तैयार किया जा सकता है। इसी दिन शाला प्रबंधन और विकास समिति की बैठक भी होगी।

बैठक में नये शैक्षणिक सत्र में ऐसे बच्चों पर विशेष रूप से चर्चा की जायेगी, जिनका शालाओं में नामांकन नहीं हो पाया है। समिति के सदस्य अपने विद्यालयों में शत-प्रतिशत बच्चों के नामांकन की कोशिश करेंगे और वार्षिक कार्य-योजना बनाकर उसके क्रियान्वयन पर चर्चा करेंगे।

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प्रधानमंत्री श्री मोदी का जल संरक्षण अभियान अब मध्यप्रदेश में बनेगा जन आंदोलन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

30 मार्च से प्रारंभ होकर 30 जून तक चलेगा “जल गंगा संवर्धन अभियान”

पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जल संसाधन सहित 12 से अधिक विभागों की अभियान में होगी सहभागिता

मंदसौर 28 मार्च 2025/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदर्शी सोच के साथ मध्यप्रदेश में वर्षा जल की बूंद-बूंद बचाने का “जल गंगा संवर्धन” महा अभियान गुड़ी पड़वा के दिन 30 मार्च से शुरू होने जा रहा पानी दे, गुरुबाणी दे। जल बिन सब सूना है। जो सबको जीवन दे, वो है जल। जल ही जीवन है। इससे हम आज सुरक्षित है, इसी से हमारा कल भी सुरक्षित है। जल बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। जल संरक्षण के लिए सिर्फ सरकार ही नहीं, समाज को भी आगे आना होगा। इसी मंशा से मध्यप्रदेश सरकार जल गंगा जल संवर्धन महा अभियान प्रारंभ करने जा रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन स्थित क्षिप्रा तट पर वरुण (जल देवता) पूजन और जलाभिषेक के साथ “जल गंगा संवर्धन अभियान” का विधिवत शुभारंभ करेंगे। यह प्रदेशव्यापी अभियान ग्रीष्म ऋतु में 30 जून तक 90 दिन से अधिक समय तक लगातार चलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव हर दिन एक छोटी-बड़ी जल संरचना को लोकार्पित करेंगे। उन्होंने कहा है कि जल संरक्षण के इस अभियान से प्रदेश में भूजल स्तर में सुधार आएगा।

पानी की बूंद-बूंद बचाएं, तभी हमारी सांसें बचेंगी। मध्यप्रदेश सरकार जन, जल, जंगल, जमीन और वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जल संरक्षण अभियान देशभर में एक व्यापक जन-आंदोलन बना है। राज्य सरकार भी ‘खेत का पानी खेत में-गांव का पानी गांव में’ के सिद्धांत पर जल संरक्षण की दिशा में अभियान चला रही है। हमारी धरा के कुल जल का केवल एक छोटा हिस्सा ही पीने योग्य स्वच्छ जल के रूप में उपलब्ध है।

पृथ्वी के कुल जल का लगभग 97 प्रतिशत महासागरों में खारा जल है, जो पीने योग्य नहीं है। शेष 3 प्रतिशत मीठा जल है, लेकिन इसमें से भी अधिकांश हिमखंडों और बर्फ की चोटियों में जमा है। सिर्फ 0.5 प्रतिशत से भी कम पानी झीलों, नदियों और भूजल के रूप में उपलब्ध है, जिसे हम उपयोग कर सकते हैं। पृथ्वी पर स्वच्छ और पीने योग्य पानी की मात्रा बहुत ही सीमित है और इसे संरक्षित करना बेहद ज़रूरी है। इसीलिए मध्यप्रदेश सरकार ने जल बचाने के लिए कदम बढ़ाये हैं।

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जल बचाने लिए मील का पत्थर सिद्ध होगा अभियान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि “जल गंगा संवर्धन अभियान” में जल संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए वर्षा जल संचयन, जल स्रोतों का पुनर्जीवन और जल संरक्षण तकनीकों को अपनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार का यह अभियान जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे जल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता देकर अधिक से अधिक लोगों को अभियान से जोड़ें। उन्होंने कहा कि “जल गंगा संवर्धन अभियान”, प्रदेश में जल संकट को खत्म करने और भावी पीढ़ियों के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करने में मील का पत्थर सिद्ध होगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रदेशव्यापी जल संवर्धन अभियान में जल संसाधन, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, पर्यावरण विभाग, नगरीय विकास एवं आवास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्कूल शिक्षा, उद्यानिकी एवं कृषि सहित 12 से अधिक अन्य विभाग एवं प्राधिकरण साथ मिलकर जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार के कार्य करेंगे। अभियान की थीम ‘जन सहभागिता से जल स्त्रोतों का संवर्धन एवं संरक्षण’ रखी गई है।

नागरिकों के सहयोग से जल संरक्षण अभियान बनेगा जन-आंदोलन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जल संचय की विभिन्न गतिविधियां संचालित करने जैसे – पौध-रोपण, जल स्रोतों का पुनर्जीवन, ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम चलाने, स्कूलों में बच्चों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने, ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब, नदियों पर छोटे बांध निर्माण एवं नदियों के संरक्षण के लिए जलधारा के आसपास फलदार पौधों के रोपण और जैविक खेती को प्रोत्साहित करने, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के प्रमुख चौराहों पर प्याऊ की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी नागरिकों से भी अपील की है कि वे जल संरक्षण की दिशा में सक्रिय योगदान दें और प्रदेश में अभियान के दौरान इसे एक को जन-आंदोलन बनाएं।

“जल गंगा संवर्धन अभियान” में होंगे कई महत्वपूर्ण कार्य

पंचायत स्तर पर तालाबों के निर्माण, वन्य जीवों के लिए वन क्षेत्र और प्राणी उद्यानों में जल संरचनाओं के पुनर्विकास के कार्य किये जायेंगे। अभियान के 90 दिनों में प्रदेश की 90 लघु एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण होगा। नदियों में जलीय जीवों को पुनर्स्थापित करने की संभावनाएं तलाशेंगे। लघु एवं सीमांत किसानों के लिए 50 हजार नए खेत-तालाब बनाए जाएंगे। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व के तालाबों, जल स्त्रोतों एवं देवालयों में कार्य किए जाएंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग 1000 नए तालाबों का निर्माण करेगा। प्रदेश की 50 से अधिक नदियों के वॉटर शेड क्षेत्र में जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य होंगे। नदियों की जल धाराओं को जीवित रखने के लिए गेबियन संरचना, ट्रेंच, पौध-रोपण, चेकडैम और तालाब निर्माण पर जोर दिया जायेगा।

नर्मदा परिक्रमा पथ का चिन्हांकन कर जल संरक्षण एवं पौध-रोपण की कार्य योजना तैयार होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी चौपाल आयोजित होंगी। स्थानीय लोगों को जल संरचनाओं के रख-रखाव की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। प्रत्येक गांव से 2 से 3 महिला-पुरुष का चयन कर प्रदेश में 1 लाख जलदूत तैयार किए जाएंगे। सीवेज का गंदा पानी जल स्त्रोतों में न मिले, इसके लिए सोख पिट निर्माण को प्रोत्साहित किया जाएगा। नहरों के संरक्षण, जलाशयों से रिसाव रोकने, तालाबों की पिचिंग, बैराज मरम्मत कार्य होंगे। नगरीय विकास एवं आवास विभाग 54 जल संरचनाओं के संवर्धन का कार्य करेगा। नहरों को मार्क कर विलेज-मेप पर “शासकीय नहर” के रूप में अंकित किया जाएगा। बांध तथा नहरों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। करीब 40 हजार किलोमीटर लंबी नहर प्रणाली के सफाई कार्य। फ्लशबार की मरम्मत कार्य किए जाएंगे। स्लूस-वैल की सफाई कार्य भी इसी अभियान के दौरान होंगे। सदानीरा फिल्म समारोह, जल सम्मेलन, प्रदेश की जल परंपराओं पर आख्यान, चित्र प्रदर्शनी समेत विभिन्न आयोजन किये जायेंगे।

“जल गंगा संवर्धन अभियान”-वर्ष 2024

गत वर्ष 5 से 30 जून 2024 तक “जल गंगा संवर्धन अभियान” चलाया गया था। इस अवधि में 1056 करोड़ की लागत से 38 हजार 851 कार्य किए गए। 302 करोड़ से अधिक राशि 21 हजार 577 जीर्णोद्धार/सुधार कार्यों पर खर्च की गई थी। वर्ष 2024 में 5672 पुरानी बावड़ियों एवं कुओं का जीर्णोद्धार किया गया। 93 करोड़ रुपए की लागत से 3751 नए कुएं निर्मित किए गए थे। साथ ही 7709 तालाबों के निर्माण एवं जीर्णोद्धार पर 616 करोड़ की राशि खर्च हुए थे। इसी प्रकार 2925 चेक डैम एवं स्टॉप डैम निर्माण एवं जीर्णोद्धार में 119 करोड़ रुपए की लागत आई। 7158 रिचार्ज पिट और रीचार्ज शॉफ्ट निर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण किया गया। अन्य जल संरक्षण एवं संवर्धन कार्यों में लगभग 458 करोड़ रुपए की लागत से 30 हजार से अधिक कार्य हुए थे।

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