गाँधीसागर अभ्यारण्य पश्चिम क्षेत्र के राती तलाई के जंगल में लगी आग, क्षेत्र में कई बार आगजनी घटना हो चुकी

गाँधीसागर अभ्यारण्य पश्चिम क्षेत्र के राती तलाई के जंगल में लगी आग, क्षेत्र में कई बार आगजनी घटना हो चुकी
गाँधीसागर अभ्यारण्य पश्चिम क्षेत्र के राती तलाई के जंगल में मंगलवार 25 मार्च को आग ने विकराल रूप ले लिया आग लगने का कारण अज्ञात है । विदित रहे कि दिसम्बर 2024 के अंतिम सप्ताह से लेकर वर्तमान तक अभ्यारण्य के पश्चिम क्षेत्र लगभग आधा दर्जन बार आगजनी घटना हो चुकी है ।
गौरतलब विचारणीय विषय है कि जंगल में बार बार आग लगने की घटना से कई वनस्पति , वन्यप्राणी , पक्षी हताहत होते है मगर वनविभाग गाँधीसागर चीतो के बसाहट के चलते आग लगने के कारण तथा नुकसान निष्कर्ष तथा हकीकत उजागर नही कर सका है । लगता है वनविभाग नुकसानी वन्यजीवो के हताहत होने को लेकर गंभीर नही है यहाँ सवाल भी संदेहास्पद है कि वन विभाग का करोडो रुपये लागत का चीता का बाड़ा बनाया गया है जहाँ सैकडों चीतल छोड़े जा चुके है और अभी चीते छोड़े जाना प्रस्तावित है और ऐसे में निरन्तर आग लगने से क्या चीता प्रोजेक्ट धरातल पर अपना मुर्तरूप ले सकेगा ।
विभागीय सुत्रों का भी कहना है कि गाँधीसागर अभ्यारण्य का पश्चिम क्षेत्र जहाँ आगजनी का मुख्य केन्द्र है वहाँ विभाग के डिप्टीरेन्जर फारेस्टगार्ड एवं चौकीदार हमेशा वन चौकियों तथा विभागीय आवास में तैनात रहता है क्योंकि इसी बीट से राजस्थान का गुप्त रास्ता गुजरता है जहाँ से मछली की तस्कर एवं अन्य गतिविधियों में लिप्त लोगों का आवागमन का रास्ता है जो इन्ही विभागीय कर्मियों की सांठ-गांठ से बेरोक टोक जारी रहता है । तो आखिर इन कर्मचारियों की तैनाती के बावजूद आगजनी की घटना अपने आप संदेहास्पद साबित हो रही है । यही नही वन विभाग अभ्यारण्य बीटों में चप्पे चप्पे पर तीसरी नजर गुप्त सीसी कैमरे लगा रखें है तो इसके वाबजूद भी आलाधिकारी आग लगने के ठोस कारणो से कोसो दूर है ।
आग लगने की घटना को लेकर वन मंडलाधिकारी मंदसौर संजय रायखेडे का कहना कि यह सही है कि इस क्षेत्र में आगजनी की घटना बढ़ रही है जिसकी निष्पक्षता से जांच की जाएगी मुझे भी इस घटना की जानकारी देर से प्राप्त हुई है । हांलाकि अभी आग पर काबू पाने के लिए मनासा कुकडेश्वर रामपुरा तथा भानपुरा की फायर बिग्रेड सहित गरोठ भानपुरा गाँधी सागर रामपुरा तथा मनासा का वन विभाग का पूरा अमला प्रातः से ही लगा हुआ है ।