सुवासरामंदसौर जिलासमस्या

खाद्य विभाग की बेरुखी से सुवासरा मे दुकानों एवं वाहनों मे घरेलू गैस का धड़ल्ले से रिफिलिंग इस्तेमाल किया जा रहा 

खाद्य विभाग की बेरुखी से सुवासरा मे दुकानों एवं वाहनों मे घरेलू गैस का धड़ल्ले से रिफिलिंग इस्तेमाल किया जा रहा 

पंकज बैरागी

सुवासरा ।नगर में एवं सुवासरा नगर के बाजारों में धडल्ले से एलपीजी घरेलू गैस का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है। वही एलपीजी घरेलू गैस सिलेंडर को व्यवसायिक कार्य हेतु उपयोग किया जा रहा है। नगर की कई दुकान एवं गाड़ियों मे एलपीजी गैस का उपयोग हो रहा हैं। दुकानदारों को इस संबंधित विभाग की कार्रवाई का डर भी नहीं है। यहां सरकारी नियम की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। अधिकारी भी बेपरवाह बने हुए हैं। 90% स्थान पर कमर्शियल के बजाय घरेलू गैस सिलेंडर अवैध रूप से प्रयोग में लिया जा रहा है। दुकानदार तो खुले आम घरेलू गैस सिलेंडर को भट्ठीयों में लगा रहे हैं। उससे यह लगता है कि यह खाद्य विभाग की मिली भगत का खेल है। यह सारी लापरवाही केवल 27 से 30 रूपए प्रति किलो गैस की राशि बचने के लिए हो रहा है। नियम के अनुसार किसी भी दुकान पर घरेलू गैस सिलेंडर का इस्तेमाल नहीं हो सकता है। लेकिन शहर में कई दुकानों और ठेलों पर घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। दुकानदार पर कमर्शियल सिलेंडर केवल दिखाने के लिए रखे हुए हैं। जैसे कुछ दुकानों पर खुले आम घरेलू एलपीजी सिलेंडर देखे जा सकते हैं तो कुछ कपड़े की बोरियो मे छुपा कर घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। शहर के नामी प्रतिष्ठानों के संचालक इन नियमो का पालन नहीं कर रहे हैं। इन दुकानदारों पर बड़ी संख्या में कचोरिया समोसे व चाय के ठेलो पर घरेलू गैस का उपयोग धड़ल्ले से होता जा रहा है। वही सुवासरा पेट्रोल पंप चौराहा, सुवासरा गांव चौपाटी, न्यू बस स्टैंड सुवासरा, पुराना बस स्टैंड, हॉस्पिटल रोड, गणपति चौराहा, तहसील रोड, सुवासरा नई आबादी और भी कई स्थानों पर और होटलो पर घरेलू गैस का दुरुपयोग किया जा रहा है। वही सुवासरा पेट्रोल पंप चौराहा पर कई स्थान पर मारुति वैन इको गाड़ियों में भी धड़ल्ले से गैस भरी जा रही है। और बेची जा रही है। शहरों के कई क्षेत्रों में मिठाइयां, नमकीन और रेस्टोरेंट पर देखने और जाँच करने की हिम्मत तक नहीं हैं। खाद्य प्रशासन की छुट है सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी लोग कान में रुई डाले सोए हुए हैं। शहर के कई बड़े रेस्टोरेंट चल रहे हैं। जिसमें व्यावसायिक सिलेंडर की जगह घरेलु गैस का उपयोग हो रहा है। उसकी जांच की हिम्मत अधिकारियों मे भी नहीं हो रही है।

यह है की कीमत गणित

महज 28 रूपये प्रति किलों गैस बचाने के चक्कर में अवैध तरीके से घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है।

14.2 किलो घरेलू गैस सिलेंडर 897 रूपये की आता है। जबकि 19 किलो वाली व्यवसायिक गैस सिलेंडर 1960.50 रूपये का पड़ता है। यानी घरेलू गैस सिलेंडर लगाने पर करीबन 27 रूपये प्रति किलो दुकानदारों को बचता है। एवं घरेलू सिलेंडर के हिसाब से यह 400 रुपए के लगभग अधिक में मिलता है।

इनका कहना –

हमारे अधिकारी सुवासरा नगर मे पहुंच गए हैं निरक्षण के लिए और घरेलू गैस का दुरूपयोग मिलता हैं तो उचित कार्यवाही की जावेगी।

-नरेंद्र सिंह चंद्रावत -खाद्य अधिकारी मन्दसौर

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अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती शिवानी गर्ग ने कहा की हम टीम भेज रहे हैं सख्त कार्यवाही की जावेगी।

– शिवानी गर्ग  -अनुविभागीय अधिकारी सीतामऊ

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