सीतामऊ में बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक मान्यवर कांशीराम जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर 91 वीं जयंती मनाई गई

सीतामऊ में बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक मान्यवर कांशीराम जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर 91 वीं जयंती मनाई गई
सीतामऊ। बहुजन समुदाय कि उपस्थिति में बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक मान्यवर स्व कांशीराम साहब की 15 को 91 वी जयंती नगर के राधा बावड़ी परिसर में मनाई गई । इस अवसर पर मान्यवर कांशीराम जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि एक ऐसा ही शख्स जिसने शून्य से शिखर तक का सफ़र तय किया, भारत देश की वर्णवादी और जातिवादी व्यवस्था को बताकर नई मंजिले और नए आयाम गढ़े, जिन लोगों को राजनीति के बारे में कुछ भी ज्ञान नहीं था, उस दलित, आदिवासी और पिछड़ा अल्पसंख्यक समाज को देश की राजनीति की मुख्यधारा में न केवल लेकर आये बल्कि देश की राजनीति में राजनीति अपने हिस्सेदारी से काम किया और हजारों बहुजन समुदाय को राजनीति सिखा गए । जबकि मान्यवर कांशीराम साहब के जीवन पर्यंत संघर्ष का मुख्य मकसद था सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन लाना । उनका मकसद था एक ऐसा समाज बनाना जो समता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व पर आधारित हो । अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए वे सत्ता को एक साधन मानते थे । इसके लिए उन्होंने वर्षों से दबी पड़ी मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू कराने के अनेक प्रयास किए, उन्होंने मायावती जो बसपा से पहली सांसद थीं मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू कराने के लिए संसद में मुद्दा उठवाया तथा तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह जब मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने के लिए तैयार नहीं हुए तो उन्होंने देवीलाल को आगे किया और कहा देवीलाल आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ है इससे वी.पी. सिंह डरकर मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू कर दिये । इस महान राजनीतिक क्रान्तिकारी पुरूष का जन्म 15 मार्च, 1934 को पंजाब के रोपड़ जिले के ख्वासपुर गांव में दलित परिवार में हुआ । उनकी माता का नाम बिशन कौर व पिता का नाम हरि सिंह था, जो सिख धर्म के रैदसिया समुदाय से थे । गाँव में ही शिक्षा ग्रहण करने वाले बालक कांशीराम के दादा व चाचा फ़ौज में थे । कांशीराम ने विज्ञान स्नातक की शिक्षा में ग्रहण की । बचपन से लेकर शैक्षिक जीवन तक कांशीराम को सामाजिक भेदभाव व छुआ छूत का अनुभव नहीं था क्योंकि सिख धर्म के प्रभाव के चलते पंजाब में सामाजिक बुराई समाप्त प्राय थी । सीतामऊ में राधा बावड़ी पर सभी ग्रामीण अंचलों से मान्यवर कांशीराम की जन्म जयंती पर कार्यक्रम को सफल बनाया और महा पुरुष के रास्ते पर चलने को लेकर उनकी बातों को अमल करने को कहा गया। जयंती समारोह के अवसर पर कांशीराम जी के जीवन वृत्तांत को याद करते हुए उनके तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनके पद चिन्हों पर चलने के संकल्प ले कर जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री यशवंत बसेर जावरा, बहुजन गुरु मांगीलाल द्रविड़ साहब, F.C.चौहान, गोवर्धन लाल परमार ,जवाहरलाल सुनार्थी सर,शंभू लाल जी सर, बगदीराम सुर्यवंशी चिकला, डॉ प्रकाश सर जावरा, विनोद नाटाराम, दीपक बसेर, जितेंद्र बालेचा, मांगीलाल साताखेड़ी,श्याम साताखेड़ी, सुरेश बामनिया, मुकेश सूर्यवंशी खेड़ा, पवन श्रीमाल मुडला फौजी, जीवन झाकेड़ा, विकास हटेला, परमेश्वर हटेला, राहुल जगावत तितरोद, नरेंद्र भाटी धाराखेड़ी, श्याम पांचाल,गोवर्धन लाल सूर्यवंशी तितरोद, भारत चकतिया, और गुफरान पठान सीतामऊ मान्यवर काशीराम साहब की जयंती के अवसर पर संचालन उप सरपंच मुकेश सूर्यवंशी ने किया आभार प्रकट पूर्व सरपंच प्रकाश सूर्यवंशी ने किया।