लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन: न्याय का सरल और प्रभावी माध्यम

लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन: न्याय का सरल और प्रभावी माध्यम
मंदसौर । भारत में न्याय प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाने के लिए लोक अदालतों की स्थापना की गई है। यह एक ऐसा मंच है, जहां विवादों का निपटारा त्वरित और सौहार्दपूर्ण तरीके से किया जाता है। शनिवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कपिल मेहता, जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष रघुवीर सिंह पंवार एवं अन्य न्यायाधीशों द्वारा लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन किया गया।
लोक अदालत न्यायिक प्रणाली का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। यह न केवल लंबित मामलों को शीघ्र सुलझाने में सहायक है, बल्कि आम जनता को न्याय सुलभ कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
माता सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन
कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। यह भारतीय परंपरा का प्रतीक है, जो ज्ञान और न्याय के प्रति हमारी आस्था को दर्शाता है।
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कपिल मेहता, जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष रघुवीर सिंह पंवार एवं अन्य न्यायाधीश उपस्थित रहे। इनके नेतृत्व में लोक अदालत का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्बोधन
श्री लिंगवाल साहब ने अपने संबोधन में लोक अदालत की आवश्यकता और उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि यह मंच नागरिकों को न्याय दिलाने का एक सरल और प्रभावी माध्यम है।
जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष का संबोधन
श्री रघुवीर सिंह पंवार ने लोक अदालत की महत्ता को मौखिक रूप से प्रकाशित किया और बताया कि यह प्रणाली पारंपरिक न्यायालयों की तुलना में अधिक सुविधाजनक और किफायती है।
लोक अदालत की कार्यप्रणाली
लोक अदालतों में विवादों का समाधान शीघ्र और सौहार्दपूर्ण तरीके से किया जाता है।इसमें कोई लंबी कानूनी प्रक्रिया नहीं होती, जिससे पक्षकारों को राहत मिलती है।परंपरागत न्यायालयों की तुलना में लोक अदालतें अधिक त्वरित समाधान प्रदान करती हैं। दोनों पक्षों की सहमति से निर्णय लिया जाता है, जिससे कोई भी असंतुष्ट नहीं रहता। लोक अदालत में आम जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है। यह प्रणाली जनहित में कार्य करती है।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश का वक्तव्य
प्रधान न्यायाधीश ने लोक अदालत के आयोजन की विस्तृत जानकारी उपस्थित जनों को दी। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली न्याय प्रणाली के सुधार की दिशा में एक प्रभावी कदम है।
लोक अदालतों की सफलता इस बात से मापी जाती है कि वे कितने मामलों का निपटारा कर पाती हैं और नागरिकों को कितनी राहत मिलती है।लोक अदालत एक महत्वपूर्ण न्यायिक मंच है, जो त्वरित, सुलभ और किफायती न्याय प्रदान करता है। हाल ही में संपन्न उद्घाटन कार्यक्रम ने इसकी उपयोगिता को और अधिक स्पष्ट किया है। उपरोक्त जानकारी अधिवक्ता राजेश पाठक द्वारा दी गई ।