रतलामआलोटराजनीति

आलोट विधानसभा क्षेत्र 223 चुनाव का विश्लेषण, दोनो दलो में दावेदारो की लम्बी लिस्ट

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✍️ राजेन्द्र देवड़ा स्वतंत्र पत्रकार

जैसे-जैसे प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे है वैसे-वैसे दोनो प्रमुख राजनीतिक पार्टिया भाजपा और कांग्रेस अपने उम्मीदवारो को टटोलने में लग गई है।

माना जा रहा है कि 2023 के आगामी विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवारो के मध्य सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा‌।

बात करे रतलाम जिले की पांचो विधानसभा सीटो की तो इनमे रतलाम और जावरा सीट को छोड़ दिया जाए तो आलोट एकमात्र सुरक्षित सीट है। इन सबके बीच इस बार सबकी नजर आलोट सुरक्षित सीट पर है। आलोट सीट पर कांग्रेस की बात की जाए तो यहाँ से पार्टी ने पूर्व चुनाव मे स्थानीय मनोज चावला को उम्मीदवार बनाय था। स्थानीय होने के कारण मनोज चावला ने भाजपा के पूर्व विधायक जितेंद्र थावरचन्द गहलोत को हराया था। स्थानीय विधायक मनोज चावला का इस बार आलोट विधानसभा क्षेत्र में अपनी ही पार्टी नेताओ और विधानसभा क्षेत्र की जनता में भारी नाराजगी एव॔ विरोध है। वही भाजपा के पूर्व विधायक जितेंद्र थावरचन्द गहलोत की बात कि जाए तो यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री वर्तमान कर्नाटक के राजपाल थावरचन्द गहलोत का पुत्र मोह, योग्य स्थानीय नेताओ के आ रहा है आडे,,,?

आलोट विधानसभा में जब -जब भी स्थानीय उम्मीदवार की बात होती है तो बहारी उम्मीदवार आडे आते है। आलोट विधानसभा क्षेत्र में चर्चाओ का दौर चल रहा है कि एक बार किसी एक को लाभ मिल गया उसी परिवार को हमेशा लाभ नही मिलना चाहिए, क्योंकि इससे योग्य स्थानीय उम्मीदवार को मौका नही मिल पाता है और बार-बार एक ही परिवार के नेताओ को पीढ़ी दर पीढ़ी फायदा मिलता रहता है । इस बार क्षेत्र के मतदाता भाजपा और कांग्रेस से किसी नए चेहरे की मांग गाहे- बगाहे कर रहे है।

कांग्रेस के पूर्व जिला जनपद अध्यक्ष प्रहलाद वर्मा और शिक्षक कालूराम परमार का नाम तेजी से उभर कर सामने आया है। श्री वर्मा और श्री परमार के प्रति क्षेत्र के मतदाताओ में उत्साह भी देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि वह इस सीट पर भाजपा को पटखनी देने में सक्षम है।

आलोट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा एक बार फिर अपना परचम लहरा ने को आतुर है किन्तु गुटबाजी और स्थानीय उम्मीदवार की मांग को लेकर संगठन में गुटबाजी खुलकर दिख रही है। यहा कालुराम मालवीय, राकेश दायमा, मुकेश पंचोला ताल और रमेश मालवीय स्थानीय उम्मीदवार अपनी टिकट पक्की मान रहे हैं।

कांग्रेस के वर्तमान विधायक मनोज चावला को छोड़कर कांग्रेस में स्थानीय दावेदार कालूराम परमार, प्रकाश चन्द ररोतिया बगदीराम कराडिया संगीता गेहलोत टिकट की मांग कर रही है। अब देखना होगा किसको कांग्रेस अपना उम्मीदवार घोषित करती है। कांग्रेस में एक और शिक्षक कालूराम परमार स्थानीय है वही प्रहलाद वर्मा इन्दौर के होकर पूर्व जिला जनपद अध्यक्ष रहे है। इन दोनो की छवि जनप्रिय शिक्षक और नेता में जाने जाते है। यह दावेदार विधानसभा चुनाव क्षेत्र में हर एक आयोजनो में बढ चढकर भांग लेते है। चुनावी सरगरमी के बीच कयास लगाए जा रहे है कि आलोट विधानसभा क्षेत्र क्या स्थानीय उम्मीदवार भाजपा पार्टी देगी,,,,?

काग्रेस से स्थानीय दावेदार कालूराम परमार,संगीता गेहलोत, बगदीराम कराडिया, प्रकाश चन्द ररोतिया में किस को टिकट मिलेगी यह तो समय बताएगा।

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