मंदसौरमंदसौर जिला
फाग उत्सव एक-दूसरे से जुड़ने और खुशियाँ साझा करने का अवसर देता है- शर्मिला बसेर

सर्ववर्गीय महिला कलाल समाज ने खाटू श्याम मंदिर में उत्साह व उमंग के साथ मनाया फागोत्सव
मन्दसौर। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सर्ववर्गीय महिला कलाल समाज द्वारा श्री खाटू श्याम मंदिर में पूरे उत्साह और उमंग के साथ फाग उत्सव मनाया। उत्सव में महिलाओं ने एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाया, पारंपरिक गीत गाए और नृत्य किया। महिलाओं ने पारंपरिक परिधान पहने हुए थे और वे सभी बहुत खुश और उत्साहित थीं।
फाग उत्सव मनाया गया।
सर्ववर्गीय महिला समाज अध्यक्ष शर्मिला बसेर ने बताया कि फागोत्सव भारत के सबसे महत्वपूर्ण और रंगीन त्योहारों में से एक है। यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व मनाता है। फाग का त्योहार न केवल रंगों और मस्ती का त्योहार है, बल्कि यह आपसी भाईचारे और सद्भाव का भी प्रतीक है। फाग उत्सव का त्योहार एक-दूसरे के साथ जुड़ने और खुशियाँ साझा करने का अवसर देता है।
राधा एवं कृष्ण बनकर शिखा व सीमा ने बहुत खूबसूरत प्रस्तुति दी। समाज की समस्त महिलाओं ने फूलों और गुलाल के साथ राधा कृष्ण के साथ फाग मनाया। महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाए। महिलाओं ने ढोल की थाप पर जमकर नृत्य किया।
इस अवसर परमंजू बसेर, कल्पना बसेर, उर्मिला बसेर, पार्वती बसेर, पवनलता बसेर, संतोष नागदा, माना चौधरी, भावना बसेर, सीमा नागदा, निशा बसेर, कृष्ण बसेर, राधा चौधरी, पूजा बसेर, गरिमा बसेर, शिखा चौधरी, ममता पोरवाल सहित बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं उपस्थित रही।
फाग उत्सव मनाया गया।
सर्ववर्गीय महिला समाज अध्यक्ष शर्मिला बसेर ने बताया कि फागोत्सव भारत के सबसे महत्वपूर्ण और रंगीन त्योहारों में से एक है। यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व मनाता है। फाग का त्योहार न केवल रंगों और मस्ती का त्योहार है, बल्कि यह आपसी भाईचारे और सद्भाव का भी प्रतीक है। फाग उत्सव का त्योहार एक-दूसरे के साथ जुड़ने और खुशियाँ साझा करने का अवसर देता है।
राधा एवं कृष्ण बनकर शिखा व सीमा ने बहुत खूबसूरत प्रस्तुति दी। समाज की समस्त महिलाओं ने फूलों और गुलाल के साथ राधा कृष्ण के साथ फाग मनाया। महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाए। महिलाओं ने ढोल की थाप पर जमकर नृत्य किया।
इस अवसर परमंजू बसेर, कल्पना बसेर, उर्मिला बसेर, पार्वती बसेर, पवनलता बसेर, संतोष नागदा, माना चौधरी, भावना बसेर, सीमा नागदा, निशा बसेर, कृष्ण बसेर, राधा चौधरी, पूजा बसेर, गरिमा बसेर, शिखा चौधरी, ममता पोरवाल सहित बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं उपस्थित रही।