मंदसौरमंदसौर जिला
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ महिला प्रकोष्ठ ने प्रदर्शन कर दिया छः सूत्रीय मांगों का ज्ञापन

अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ महिला प्रकोष्ठ ने प्रदर्शन कर दिया छः सूत्रीय मांगों का ज्ञापन
मन्दसौर। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ महिला प्रकोष्ठ द्वारा मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री के नाम मंदसौर जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि तहसीलदार को ज्ञापन देकर काफी समय से लंबित 6 सूत्रीय मांगों के निराकरण की मांग की गई। इस दौरान गांधी चौराहा पर प्रदर्शन भी किया एवं नारेबाजी भी की।
जिला अध्यक्ष हेमा कंडारे ने कहा कि पिछले 15 से 25 वर्ष हो चुके हैं लेकिन सरकार की नजर सफाई कर्मचारियों पर नहीं पड़ रही है । मांगों के निराकरण के लिये कई बार जिम्मेदारों का ध्यान आकर्षित किया गया है लेकिन कोई सकारात्मक प्रयास नहीं किये गये। अगर जल्द ही मांगे नहीं मानी तो आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
महिला प्रकोष्ठ नगर अध्यक्ष जया डागर ने ज्ञापन का वाचन किया। ज्ञापन में कहा कि समस्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नगरपालिका मंदसौर में दस से लगाकर बीस वर्ष तक होने आये है। उन्हें नियमित किया जावे। वर्ष 2006 में तत्कालीन नपाध्यक्ष प्रहलाद जी बंधवार के समय सफाई कर्मियों की भर्ती की थी उस के बाद आज तक सफाई कर्मियों की भर्ती नही हुई जब की अभी वर्तमान जनसंख्या बड़ी व कालोनियों का दूर दराज तक कालोनियों बन गई और मंदसौर का क्षेत्रफल बढ़ गया। 19 वर्ष बितने के बाद भी नये सफाई कर्मियों की भर्ती नहीं की गई है। जबकि कार्यक्षेत्र काफी बढ़ चुका है। अतः 200 पुरूष व 200 महिलायें सफाई कार्य हेतु रखी जाय। सम्पूर्ण जिले के नगरपालिका व नगर पंचायत में कार्यरत समस्त कर्मचारी एवं सफाई कर्मचारियों का वेतन 1 से 5 तारीख के बीच में दिया जाए। समस्त सफाई कर्मियों को निवास हेतु भूखण्ड अलॉट की जाये। वर्ष 2019 में ट्रेचिंग ग्राउंड में नगरपालिका द्वारा 120 महिलाएं पन्नी छांटने के कार्य पर लगाया था इन महिलाओं को तीन माह का वेतन नगरपालिका ने नहीं दिया जिस पर इनके द्वारा नगरपालिका के बाहर धरना भी दिया। 8 हजार रू. के मान से 120 महिलाओं का तीन माह का वेतन 9 लाख 60 हजार रू. का भुगतान नगरपालिका द्वारा नहीं दिया गया। जिसका तुरंत भुगतान किया जाए। स्वास्थ्य अधिकारी श्री हेमचन्द्र शर्मा जो आये दिन महिला सफाई कर्मचारियों से अभद्रता करता है। सभी सफाई कर्मचारी अपना कार्य ईमानदारी से करते है लेकिन जबरन सभी कर्मचारियों को परेशान किया जाता है। कोई कर्मचारी मेडिकल सर्टीफिकेट देता है तो भी उनको झूठे नोटिस थमा दिये जाते है। अतः इन्हें तुरंत मंदसौर से अन्यत्र स्थानांतरित कर कर्मचारियों को राहत दी जाये।
इस अवसर पर सकल वाल्मीकि समाज अध्यक्ष राजाराम तंवर, सफाई मजदूर संघ के प्रदेश सचिव मुकेश चनाल, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद खैरालिया, महिला प्रकोष्ठ की ललीता भंडवाल, नीता तंवर, शारदा जादू, कला मोर्य, दीपा बोयत सहित बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी उपस्थित थे।
जिला अध्यक्ष हेमा कंडारे ने कहा कि पिछले 15 से 25 वर्ष हो चुके हैं लेकिन सरकार की नजर सफाई कर्मचारियों पर नहीं पड़ रही है । मांगों के निराकरण के लिये कई बार जिम्मेदारों का ध्यान आकर्षित किया गया है लेकिन कोई सकारात्मक प्रयास नहीं किये गये। अगर जल्द ही मांगे नहीं मानी तो आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
महिला प्रकोष्ठ नगर अध्यक्ष जया डागर ने ज्ञापन का वाचन किया। ज्ञापन में कहा कि समस्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नगरपालिका मंदसौर में दस से लगाकर बीस वर्ष तक होने आये है। उन्हें नियमित किया जावे। वर्ष 2006 में तत्कालीन नपाध्यक्ष प्रहलाद जी बंधवार के समय सफाई कर्मियों की भर्ती की थी उस के बाद आज तक सफाई कर्मियों की भर्ती नही हुई जब की अभी वर्तमान जनसंख्या बड़ी व कालोनियों का दूर दराज तक कालोनियों बन गई और मंदसौर का क्षेत्रफल बढ़ गया। 19 वर्ष बितने के बाद भी नये सफाई कर्मियों की भर्ती नहीं की गई है। जबकि कार्यक्षेत्र काफी बढ़ चुका है। अतः 200 पुरूष व 200 महिलायें सफाई कार्य हेतु रखी जाय। सम्पूर्ण जिले के नगरपालिका व नगर पंचायत में कार्यरत समस्त कर्मचारी एवं सफाई कर्मचारियों का वेतन 1 से 5 तारीख के बीच में दिया जाए। समस्त सफाई कर्मियों को निवास हेतु भूखण्ड अलॉट की जाये। वर्ष 2019 में ट्रेचिंग ग्राउंड में नगरपालिका द्वारा 120 महिलाएं पन्नी छांटने के कार्य पर लगाया था इन महिलाओं को तीन माह का वेतन नगरपालिका ने नहीं दिया जिस पर इनके द्वारा नगरपालिका के बाहर धरना भी दिया। 8 हजार रू. के मान से 120 महिलाओं का तीन माह का वेतन 9 लाख 60 हजार रू. का भुगतान नगरपालिका द्वारा नहीं दिया गया। जिसका तुरंत भुगतान किया जाए। स्वास्थ्य अधिकारी श्री हेमचन्द्र शर्मा जो आये दिन महिला सफाई कर्मचारियों से अभद्रता करता है। सभी सफाई कर्मचारी अपना कार्य ईमानदारी से करते है लेकिन जबरन सभी कर्मचारियों को परेशान किया जाता है। कोई कर्मचारी मेडिकल सर्टीफिकेट देता है तो भी उनको झूठे नोटिस थमा दिये जाते है। अतः इन्हें तुरंत मंदसौर से अन्यत्र स्थानांतरित कर कर्मचारियों को राहत दी जाये।
इस अवसर पर सकल वाल्मीकि समाज अध्यक्ष राजाराम तंवर, सफाई मजदूर संघ के प्रदेश सचिव मुकेश चनाल, सामाजिक कार्यकर्ता विनोद खैरालिया, महिला प्रकोष्ठ की ललीता भंडवाल, नीता तंवर, शारदा जादू, कला मोर्य, दीपा बोयत सहित बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी उपस्थित थे।