CM हेल्पलाइन बनी भ्रम हेल्पलाइन – कन्या शाला प्राचार्य का कमाल!

CM हेल्पलाइन बनी भ्रम हेल्पलाइन – कन्या शाला प्राचार्य का कमाल!
मैहर- कन्या शाला में शिक्षा से ज्यादा भ्रम और कागजी खेल खेला जा रहा है! CM हेल्पलाइन पर झूठा निराकरण देने का नया रिकॉर्ड बनाने वाले कन्या शाला के प्राचार्य ने ऐसा जादू चलाया कि खुद जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को भी हस्तक्षेप करना पड़ा।
मामला था रामायण प्रसाद की नोडल अधिकारी नियुक्ति का, जिस पर प्राचार्य साहब ने पहले तो बड़ी दृढ़ता से कहा कि “ये तो जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश से हुआ!” लेकिन जब आदेश मांगा गया तो बोले, “वो मेरे पास नहीं है!” मतलब आदेश आया, पर दिखा नहीं… मानो कोई रहस्यमयी दस्तावेज हो!RTI में जब BEO मैहर ने भी चुप्पी साध ली, तब DEO के हस्तक्षेप के बाद सच्चाई सामने आई—रामायण प्रसाद को नोडल अधिकारी बनाने का आदेश BEO ने ही दिया था!
अब सवाल ये है कि बिना किसी शासकीय आदेश के BEO ने कैसे निर्णय लिया? और रामायण प्रसाद, जिनकी मूल पदस्थापना जीतनगर में है, वो कन्या शाला में हाजिरी क्यों लगाते हैं? क्या ये शिक्षा विभाग का नया टेलीपोर्टेशन सिस्टम है, जहां शिक्षक एक जगह पदस्थ होते हैं और दूसरी जगह उपस्थिति दर्ज कराते हैं?सबसे मजेदार बात ये है कि शैक्षणिक कार्य उपरांत नोडल अधिकारी का काम करने का जो नियम BEO ने बनाया, क्या उसका पालन हो रहा है? या फिर यह सिर्फ कागजों पर चल रही कोई स्क्रिप्टेड कहानी है?
अब देखना यह है कि DEO महोदय इस पूरे नाटक में पर्दा डालेंगे या पर्दाफाश करेंगे! क्या CM हेल्पलाइन में झूठी रिपोर्ट देने वाले प्राचार्य पर कार्रवाई होगी, या फिर यह भी एक “फाइल चल रही है” वाले सरकारी खेल का हिस्सा बन जाएगा?`