पंचकल्याणक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के निमित्त प्रभुजी की रथ यात्रा एवं कलश यात्रा निकली

पंचकल्याणक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के निमित्त प्रभुजी की रथ यात्रा एवं कलश यात्रा निकली
दलोदा- दिगंबर जैन मंदिर पंचकल्याणक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के चौथे दिन 17 फरवरी सोमवार को अपने प्रवचन में आचार्य श्री 108 दिव्य तपस्वी श्री सुंदर सागर जी महाराज ने आज के प्रवचन में कहा कि जैन दर्शन यही दर्शाता है कि वह अनेकावाद है, एकांतवाद नहीं क्योंकि यहां पर एक ही दृष्टि से सभी जीवो को देखा जाता है यहां पर छोटे-बड़े का भेदभाव नहीं होता यहां पर जीव की भक्ति देखी जाती है जो जीव सच्ची भक्ति करता है वह अपना आत्म कल्याण कर लेता है, आज के कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक विपिन जैन ,पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ,भाजपा के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष राजेश दीक्षित ,जिला पंचायत सदस्य विजय मेहता एवं कई नगरों गांव से पधारे हुए समाज जनों ने सहभागिता की ,उपमुख्यमंत्री देवड़ा एवं सांसद सुधीर गुप्ता ने आचार्य श्री के चरणों का प्रक्षालन कर आशीर्वाद लिया एवं सभी जनप्रतिनिधियों ने मंच से अपनी भावना की अभिव्यक्ति दी सांसद गुप्ता ने कहा कि यह सनातन समाज , यह भारत की पवित्र भूमि ,यह जैन धर्म के सिद्धांतों के अनुसार इसको चलाने के लिए उत्सुक रहती है और एक बात बहुत अच्छे से समझते हैं कि जहां सत्ताएं संतों के चरणों से आशीर्वाद लेकर मार्गदर्शन प्राप्त कर चलती है वह सत्ताए हमेशा जनता की प्रिय होती है ,आज हम सौभाग्य से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन व्यवस्था को देख रहे हैं मोदी जी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीतो के एक सम्मेलन में स्पष्ट रूप से रेखांकित करते हुए कहा कि भारत भूमि सहित दुनिया का विकास जैन सिद्धांतों के अनुसार ही होगा और उन्होंने स्वयं ही घोषित किया है कि मैं तो अपने जीवन यात्रा में जैन सिद्धांतों का अनुसरण करते हुए ही इस समाज जीवन के प्रति काम कर रहा हूं सांसद गुप्ता ने यह भी कहा कि जब हम विदेशी दौरे पर जाते हैं और शाकाहारी भोजन मांगते हैं तो शायद उन्हें समझ नहीं आता एवं जैन भोजन मांगा तो शुद्ध शाकाहारी भोजन आया यह प्रतिबद्धता है ,प्रभु जी के जन्मोत्सव के बाद समाज जनों ने श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से प्रभु जी की रथ यात्रा एवं मातृ शक्ति द्वारा कलश यात्रा निकाली गई जो नगर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए पुनः मंदिर स्थल पर पहुंची रथ यात्रा में हाथी घोड़े पांच बगियां सहित पंजाबी ढोल नगाड़े आकर्षण का केंद्र रहे इस दौरान समाज के विभिन्न महिला मंडल अलग-अलग थीमों पर नृत्य करते हुए चल रहे थे इस रथ यात्रा में आगे हाथी पर सोधर्म इंद्र इंद्राणी बैठे थे पीछे समाज जन नृत्य करते हुए चल रहे थे उक्त जानकारी समाज सेवक दिलीप जैन ने दी।