एक शाम गुरुदेव के नाम विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ

जीवन में गुरु नहीं होंगे तो संस्कार कहां से लाओगे- कवि पुलकित नागर
मंदसौर। समीपस्थ ग्राम बोहराखेड़ी में चल रही श्रीमद् भागवत महापुराण के वक्ता पूज्य गुरुदेव मुरलीधर जी शास्त्री धारियाखेड़ी वाले का जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया गया एवं उसमें कवि सम्मेलन का आयोजन् हुआ ।
जिसमें रठाना से आये हास्य कवि दिव्यांश जैन ने अपनी हास्य की पंक्तियों से सबको सराबोर कर दिया एवम गौ माता पर कविता पाठ से सब के अंदर एक जागृति भर दी। उज्जैन से पधारे कवि विवेक शर्मा ने सनातन की चर्चा कही सैनिक की बात कही उन्होंने कहा जितने शास्त्र ज़रूरी हैं उतने ही शस्त्र ज़रूरी है। सीतामऊ से पधारे यशवंत पाटीदार ने हास्य रस में कविता पढ़कर के सभी को हंसने पर मजबूर कर दिया उनके प्रसिद्ध गीत हमारे गांव में अब भी घरों तक छोड़ आते हैं श्रोता मंत्र मुग्ध हुए।
वहीं भावगढ़ से आए कुमार सरल ने किसानों के दर्द का गीत पढ़कर के सभी का मन मोह लिया। ग्राम सुखेड़ा से आए तेजपाल सिंह सिसोदिया ने भगवा की बात कही देश की बात कही और सभी के अंदर एक जोश जगा दिया।
मधुबनी बिहार से आई श्रीमती उषा दास ने भी अपने श्रृंगार की पंक्तियों से सभी को अपनी ओर मोह लिया । देवास नगरी से आए हास्य शिरोमणि कुलदीप रंगीला ने शिखर कलश रखा एवम हास्य की पंक्तियों से सबको पेट पकडकर हंसने पर मजबूर कर दिया । ग्राम कलालिया से आए कवि दिवाकर पांडे ने भी मुक्तक व गज़ल पढ़कर सबको लुभाया अंत में संचालक व सूत्रधार कवि पुलकित नागर ने गुरुदेव पर व बेटियों पर बात करते हुए कहा कि जब पैसे नहीं होंगे तो कार कहां से लाओगे, कलयुग में सुदामा सा यार कहां से लाओगे। ना होगी भागवत ना मिलेगा ज्ञान, गुरु ना बनाओगे तो संस्कार कहां से लाओगे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विनय दुबेला, भानुप्रताप सिंह सिसोदिया ,राजेन्द्र नागर, डॉ लक्ष्मण गुर्जर, सुरेश भावसार, हरीश सालवी उपस्थित रहे । काफी संख्या में श्रोता ने देर रात तक कवि सम्मेलन का आनन्द लिया।