समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 07 फरवरी 2025 शुक्रवार

भानपुरा प्लास्टिक दाना फैक्ट्री में हुआ ब्लास्ट दो व्यक्ति झूलसे , जानकारी अनुसार एक घंटे तक एम्बुलेंस नहीं पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आई सामने।
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टीबी मुक्त भारत अभियान में डोर टू डोर सर्वे करें स्कैनिंग करें : कलेक्टर श्रीमती गर्ग
टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा बैठक संपन्न
मंदसौर 6 फरवरी 2025/ कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग की अध्यक्षता में सुशासन भवन सभागार में टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने निर्देश दिए की टीबी की जांच का शत- प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करें। कोई भी बिना जांच के ना रहे इस बात का विशेष ध्यान रखें । डोर टू डोर सर्वे करें, जितने भी लोगों की स्कैनिंग की जा रही है। उनकी आईडी भी जरूर बनाएं। बीएमओ से प्रतिदिन रिपोर्ट जरूर ले । कितने लोगों की स्कैनिंग हो रही है। जितने भी मरीजों की ओपीडी होती है उनकी स्कैनिंग जरूर करें । साथ में परिजनों की भी जरूर करें। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ चौहान, सिविल सर्जन एवं बीएमओ मौजूद थे।
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डाइट मंदसौर के छात्राध्यापको ने आयोजित खेलकुद एंव साहित्यिक प्रतियोगिता में 19 इवेंट में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त किया
कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने छात्राध्यापको को प्रमाण-पत्र एवं शिल्ड प्रदान किये
मंदसौर 6 फरवरी 25/ कलेकटर श्रीमती अदिती गर्ग ने खेलकुद एंव साहित्यिक प्रतियोगिता में प्रथम एवं द्वितीय आने वाले छात्राध्यापको डाइट में प्रमाण-पत्र एवं शिल्ड प्रदान की । राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के तत्वाधान में डाइट शाजापुर में सात डाइट के मध्य आयोजित खेलकुद एंव साहित्यिक प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाइट मंदसौर के छात्राध्यापको ने ट्राफी प्राप्त की है। डाइट शाजापुर में 28 जनवरी 2025 से 30 जनवरी 2025 तक तीन दिवसीय विभिन्न प्रकार की साहित्यिक एंव खेलकुद प्रतियोगिता जैसे वाद-विवाद , तात्कालिक भाषण, कहानी वाचन, कविता लेखन ,शंतरज, केरम,कबडडी एंव एथेलेटिक्स आदि प्रतियोगिताऍ आयोजित की गई थी । जिसमें डाइट मंदसौर के 52 छात्राध्यापको द्वारा सहभागिता करते हुए 19 इंवेट में प्रथम एंव द्वितीय स्थान प्राप्त कर जोन स्तरीय प्रतियोगिता मे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया ।
इस दौरान कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने कहा कि हमें हर गतिविधि में आगे बढना है। जीवन के हर पहलु में और हर गतिविधि में ऐसा ही प्रदर्शन करें। स्वयं को बेहतर करें। सभी को बधाई एवं उज्वल भविष्य की कामना की।
जोन स्तरीय प्रतियोगिताओ में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर संस्थान के प्राचार्य डॉ दिलीप सिंह राठौर एंव वरिष्ठ व्याख्याता प्रमोद कुमार सेठिया, व्याख्याताद्वय श्री आर डी जोशी, श्री रामेश्वर डांगी संस्थान की कार्यालय सहायक श्रीमती बंधवार द्वारा समस्त छात्राध्यापको एव संस्थान के समस्त कर्मचारीयो को शुभकामनाऍ प्रेक्षित कर उन्हे बधाई दी।
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राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में जिले की सुश्री वंशिका जाट ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया
मन्दसौर 6 फरवरी 25/ शास. उत्कृष्ट उ.मा.वि. मन्दसौर के प्राचार्य ने बताया कि विकसित मध्यप्रदेश 2047 हेतु राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में सुश्री वंशिका जाट कक्षा 11 वीं शास. उत्कृष्ट उमावि, मंदसौर ने प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विद्यालय का एवं मंदसौर जिले का नाम गौरवान्वित किया है। इस उपलब्धि पर जिला शिक्षा अधिकारी सुश्री टेरेसा मिंज, श्री लोकेन्द्र डाभी एडीपीसी, सहायक संचालक एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मंदसौर श्री आनंद डाबर एवं प्राचार्य शा. उत्कृष्ट विद्यालय मंदसौर डॉ. विनीता प्रधान और मार्गदर्शक शिक्षिका सुश्री खुशबू शर्मा एवं श्रीमती मनीषा मुजावदिया द्वारा बहुत-बहुत बधाई दी गई एवं उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
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ड्रोन तकनीक से फसलों के उत्पादन में होगी वृद्धि
मंदसौर 6 फरवरी 25/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में मध्यप्रदेश ड्रोन संवर्धन एवं उपयोग नीति-2025 की स्वीकृति प्रदान की गई है। ड्रोन तकनीक से खेतों की सटीक स्थिति का मूल्यांकन हो सकेगा, जिससे फसलों के उत्पादन में वृद्धि होगी। फसलों में बीमारी, कीट और पर्यावरणीय प्रभावों की शीघ्र पहचान की जा सकेगी। इससे जल का कुशल उपयोग, जल संरक्षण में वृद्धि और सिंचाई लागत में कमी आएगी। ड्रोन से कृषि उत्पादकता और फसलों की गुणवत्ता में सुधार होगा। किसानों को ड्रोन प्रौद्योगिकी से नई कृषि पद्धतियों का लाभ मिलेगा।
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कृषकों के भुगतान को आसान बनाने के लिये ई-अनुज्ञा प्रणाली लागू
मंदसौर 6 फरवरी 25/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों के कल्याण एवं समस्याओं के निराकरण के लिये प्रतिबद्ध है। किसानों की उपज का भुगतान आसान बनाने के लिये प्रदेश में ई-अनुज्ञा प्रणाली लागू की गई है। कृषकों को इस प्रणाली से जोड़कर प्रत्येक भुगतान की एंट्री ई-अनुज्ञा पोर्टल पर हो रही है। व्यापारियों द्वारा इस प्रणाली का इस्तेमाल कर क्रय की गई कृषि उपज के परिवहन के लिये गेट पास बनाये जा रहे हैं। रिकॉर्ड संधारण में इस प्रणाली से बहुत लाभ हुआ है।
ई-मंडी योजना, ई-अनुज्ञा प्रणाली का विस्तारित रूप है। मंडियों में इस योजना के लागू होने से मैनुअली संधारित रिकॉर्ड धीर-धीरे समाप्त हो रहा है। ई-मंडी योजना मंडी प्रांगण के अंदर कृषकों को प्रवेश से लेकर नीलामी, तौल और भुगतान की प्रक्रिया को इलेक्ट्रॉनिकली कैप्चर करने की प्रक्रिया है। योजना को स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट वर्ष 2023 प्रदान किया गया है।
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वैश्विक क्षमता केंद्रों के लिए भारत का उभरता शक्ति केंद्र बन रहा है मध्यप्रदेश
मंदसौर 6 फरवरी 25/ केंद्रीय बजट 2025 में निवेश, नवाचार और प्रतिभा विकास को आर्थिक वृद्धि के प्रमुख कारकों के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसी दृष्टिकोण के अनुरूप, मध्यप्रदेश जीसीसी नीति 2025 वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसीएस) के लिए एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र विकसित कर रहा है।
सरकार टियर-2 शहरों में जीसीसीएस को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय ढांचा विकसित करेगी। मध्यप्रदेश पहले से ही इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। जीसीसी नीति 2025 के तहत 50 से अधिक जीसीसीएस को आकर्षित करने, 37,000 से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित करने और राज्य के तेजी से बढ़ते आईटी/ आईटीईएस पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाने की योजना बनाई गई है।
बजट में निवेश, अर्थव्यवस्था और नवाचार को प्रमुख विकास चालक बताया गया है। जीसीसीनीति के तहत राज्य जीसीसी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए पेरोल सब्सिडी, इंटर्नशिप सहायता और अनुसंधान प्रोत्साहन उपलब्ध करा रहा है, जिससे वैश्विक उद्यमों को कुशल कार्यबल और अनुकूल व्यावसायिक माहौल मिल सके।
सरकार वैश्विक भागीदारी के साथ पांच उत्कृष्टता केंद्र (सीओईएस) स्थापित करेगी, जो उन्नत तकनीकों में कौशल विकास को बढ़ावा देंगे। मध्यप्रदेश पहले से ही इस दिशा में पहल कर चुका है और एआई व साइबर सुरक्षा में सीओईएस का समर्थन कर रहा है। 50 प्रतिशत परियोजना लागत सब्सिडी के साथ डीप-टेक अनुसंधान और कौशल विकास को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (ए आई) में शिक्षा और अनुसंधान को नया स्वरूप देने के लिए 500 करोड़ रु. के ए आई उत्कृष्टता केंद्र की घोषणा की गई है। मध्यप्रदेश पहले से ही प्रति इकाई एक करोड रुपए के अनुसंधान एवं विकास (आर एडं डी) समर्थन तथा सीओई विकास के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी की व्यवस्था कर रहा है, जिससे एआई में अत्याधुनिक नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
निजी क्षेत्र के अनुसंधान और नवाचार को गति देने के लिए 20,000 करोड रु. के कोष की घोषणा की गई है। राज्य पेटेंट सहायता, आर एंड डी अनुदान और 30 करोड रु.तक की पूंजीगत (कैपेक्स) सब्सिडी प्रदान कर रहा है, जिससे मध्यप्रदेश वैश्विक अनुसंधान और नवाचार का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है।
सरकार ने 50,000 अटल टिंकरिंग लैब्स के विस्तार का प्रावधान किया है, जिससे छात्रों में रचनात्मकता और तकनीकी कौशल को बढ़ावा मिलेगा। राज्य कौशल विकास केंद्रों को कौशल विकास और नवाचार केंद्र स्थापित करने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिससे युवा प्रतिभाएं भविष्य के लिए तैयार हो सकें।
मध्यप्रदेश पहले से ही भारत की कौशल विकास केंद्र परिवर्तन यात्रा में अग्रणी है। सक्रिय नीतियों, रणनीतिक निवेश और नवाचार-प्रेरित दृष्टिकोण के साथ, राज्य भारत का अगला वैश्विक जी सी सी शक्ति केंद्र बनने के लिए तैयार है।
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उद्योगिनी परियोजना के सिंगोली क्लस्टर का कार्यशाला के माध्यम से भव्य शुभारंभ
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
मन्दसौर। सिंगोली विकास खंड में टाटा सोलर पावर के सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत बाएफ लाइवलीहुड्स द्वारा शुरू की गई उद्योगिनी परियोजना के सिंगोली क्लस्टर का ग्राम थडोद में कार्यशाला के माध्यम से शुभारंभ किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने के लिए अवसर प्रदान करना है।
आत्मनिर्भरता की ओर पहला कदम- कार्यशाला में परियोजना का शुभारंभ फीता काटकर किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि विपिन सर (प्लांट प्रमुख), गौतम (प्लांट प्रमुख), वरुण चतुर्वेदी (सीएसआर मैनेजर), और दीपेश , थडोद ग्राम पंचायत के सरपंच मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर महिलाओं का उत्साहवर्धन करते हुए परियोजना के उद्देश्यों और इसके महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विषय विशेषज्ञों ने तकनीकी सत्रों में महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की।
महिला स्वयं सहायता समूहों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर- कार्यक्रम में 80 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया और स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आर्थिक आत्मनिर्भरता, समूह बचत, लघु उद्योग स्थापना और उद्यमिता विकास से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। महिलाओं को बचत करने, छोटे ऋण लेने, व्यापार शुरू करने और वित्तीय निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे वे अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें।
महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण पहल- टाटा सोलर पावर और बाएफ लाइवलीहुड्स के सहयोग से संचालित यह परियोजना महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में मार्गदर्शन और आवश्यक संसाधन प्रदान करेगी। यह पहल महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है और आने वाले समय में यह एक मील का पत्थर साबित होगी।
महिलाओं का उत्साह और समर्थन- कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थित महिलाओं ने इस पहल की उत्साहपूर्वक सराहना की और इसे अपने भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। वे आत्मनिर्भरता की दिशा में इस कदम को महत्वपूर्ण मानते हुए इसे समाज में परिवर्तन लाने के लिए एक सकारात्मक पहल बताया।
कार्यक्रम का संचालन बाएफ लाइवलीहुड्स के परियोजना अधिकारी आर.के. श्रीवास्तव ने और आभार प्रदर्शन सिंगोली क्लस्टर प्रभारी सुश्री कमला लोधी ने किया। इस अवसर पर अजय सेन, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम पंचायत के सरपंच एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।