मंदसौर मेडिकल कॉलेज के भवन की अनुमति निरस्त, 270 करोड़ की लागत पर उठे सवाल
मंदसौर मेडिकल कॉलेज के भवन की अनुमति निरस्त, 270 करोड़ की लागत पर उठे सवाल
मंदसौर। भारत सरकार और मध्य प्रदेश शासन के संयुक्त अंशदान से बनी 270 करोड़ रुपये की लागत से मंदसौर में स्थापित मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। नगर और ग्राम निवेश विभाग (टी.एन.सी.) ने मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग की स्वीकृति को निरस्त कर दिया है, जो इस परियोजना के लिए एक बड़ा झटका है।
गौरतलब है कि इस मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग का शिलान्यास पहले ही हो चुका था, और इसका उद्घाटन भी संपन्न हो चुका था। मेडिकल कॉलेज का संचालन भी शुरू हो चुका है, लेकिन यह बिल्डिंग कानूनी रूप से अब अवैध हो गई है। टी.एन.सी. विभाग ने इस बिल्डिंग के निर्माण के लिए स्वीकृति नहीं दी थी और अब निर्माण के बाद अनुमति की मांग करने पर उसे निरस्त कर दिया है।
इस घटना से न केवल इस परियोजना की वैधता पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्रों का भविष्य भी संकट में पड़ गया है। कॉलेज के भवन के पास से गुजरने वाली सड़कें भी सुरक्षा के लिहाज से चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं, जिससे छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अस्पताल और अन्य सुविधाओं का निर्माण कैसे होगा, और क्या इस निर्माण के लिए दूसरी स्वीकृतियां ली जाएंगी? 270 करोड़ रुपये की लागत से बना यह मेडिकल कॉलेज फिलहाल संकट में है, और इसकी भविष्यवाणी पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
मंदसौर में मेडिकल कॉलेज की इस घेराबंदी को लेकर स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों पर कार्यवाही की संभावना बनी हुई है, लेकिन इसके लिए कितनी देर लगेगी और क्या प्रभावी कदम उठाए जाएंगे, यह समय ही बताएगा।