समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 23 जनवरी 2025 गुरुवार

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सीतामऊ में 30 जनवरी से होगा तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव का आयोजन
कलेक्टर ने प्रेस वार्ता के माध्यम से पत्रकारों को दी जानकारी
मंदसौर 22 जनवरी 25/ सीतामऊ में 30 जनवरी से तीन दिवसीय सीतामऊ साहित्य महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने जिला पंचायत सभागार में प्रेस वार्ता के माध्यम से पत्रकारों को जानकारी दी। अपनी साहित्यिक विरासत को लेकर प्रसिद्ध छोटी काशी नगरी सीतामऊ अपनी वैभवशाली संस्कृति का गान करेगी। साहित्य, कला एवं दर्शन क्षेत्र से जुड़ी देश की जानी मानी हस्तियों की उपस्थिति में मुख्य आयोजन 30, 31 जनवरी व 1 फरवरी को सीतामऊ में होगा। जिसमें विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत देश की प्रमुख हस्तियां इसमें शामिल होंगी। आयोजन को यादगार बनाने के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम में अलग-अलग दिन कई विधाओं से जुड़े रुचिकर कार्यक्रम भी किए जाएंगे। महोत्सव में शामिल होने के लिए इच्छुक व्यक्ति लिंक www.sitamaulitfest.in जाकर अपना पंजीयन करवा सकते हैं। पंजीयन का शुल्क मात्र 300 रुपए है। यह महोत्सव विद्यार्थी के लिए निशुल्क रहेगा।
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इतिहास, साहित्य, मुद्राशास्त्र, सिक्कों की यात्रा, संगीतमय शाम इत्यादि तरह-तरह के होंगे आयोजन
आगामी 30 जनवरी 31 जनवरी एवं 1 फरवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम
सीतामऊ_साहित्य_महोत्सव का शुभारंभ 30 जनवरी 2025 को प्रात: 10.30 दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती पूजन कर शुभारंभ होगा। केन्द्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा जल संरक्षण के विषय पर व्याख्यान देंगे। शोध साधना (डॉ. विक्रम सिंह भाटी) पत्रिका का विमोचन करेंगे। दोपहर 12.00 बजे से वक्ता श्री अशोक चक्रधर इतिहास और साहित्य के विषय पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 12.45 बजे से राजस्थान के पूर्व राज्यसभा सांसद श्री ओंकार सिंह लखावत भारतीय ज्ञान परम्परा के विषय पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 1.10 बजे से स्कूल के छात्रों द्वारा शिक्षा का महत्व पर नाटक प्रदर्शन किया जायेगा । दोपहर 2.30 बजे से डॉ. उदय कुलकर्णी द्वारा मराठों के इतिहास के विषय पर व्याख्यान देंगे।
दोपहर 3.00 बजे से अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर के संस्थापक प्रो. श्री आरसी ठाकुर द्वारा मुद्राशास्त्र और सिक्कों की यात्रा का प्रदर्शन के विषय पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 3.30 बजे से पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त टीसीए श्री राघवन आईएफएस (सेवानिवृत्त) द्वारा ‘इतिहास पुरुष’ पुस्तक पर चर्चा करेंगे। सायं 4.00 बजे से क्विनोआ और अफ़ीम के खेतों का दौरा, सेवा कुंज, लदुना पैलेस का दौरा, सीतामऊ गढ़ में हेरिटेज वॉक एवं सायं 6.45 बजे से अली ब्रदर्स द्वारा संगीतमय (ग़ज़ल/लोक) प्रस्तुती दी जायेगी।
सीतामऊ साहित्य महोत्सव में 31 जनवरी को होंगे भव्य आयोजन
सीतामऊ इतिहास का प्रदर्शन, यशोधर्मन और हूण संघर्ष का चित्रण, पर्यावरण और सभ्यता पर संवाद, संगीतमय शाम इत्यादि तरह-तरह के होंगे आयोजन
सीतामऊ साहित्य महोत्सव में 31 जनवरी को प्रात: 10.30 बजे वक्ता दर्शक 30 जनवरी को आयोजित होने वाले अनुभव सांझा करेंगे। प्रात: 10.45 बजे डॅा. पीके भट्ट द्वारा मंदसौर और सीतामऊ का इतिहास प्रदर्शन करेंगे। प्रात: 11:15 बजे से यशोधर्मन और हूण संघर्ष की गाथा का चित्रण किया जायेगा। प्रात: 11.30 बजे से श्री रविन्द्र कुमार शर्मा भारतीय संस्कृति में शास्त्र एवं उसका महत्व के विषय पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 12.00 बजे से पर्यावरणविद् पद्म श्री भालू मोंढे ऐतिहासिक झीलों का पुनरुद्धार पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 12.30 बजे से पूर्व पीसीसीएफ डॉ सुहास कुमार (आईएफओएस) और पर्यावरणविद् साजिद लोधी समसामयिक पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर संवादात्मक सत्र पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 2.30 बजे से एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, स्कॉटलैंड लेखिका डॉ.यशस्विनी चंद्रा द्वारा युद्ध में घोड़े विषय पर वर्च्यूअल सेसन किया जायेगा। दोपहर 3.00 बजे से लेखक एवं वक्ता डॉ. ममता खेड़े द्वारा सभ्यता पर एक संवाद विषय पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 3.30 बजे से लेखक एवं वक्ता डॉ. शादाब अहमद सिद्दीकी द्वारा सभ्यता पर एक संवाद विषय पर व्याख्यान देंगे। सांय 4.30 बजे से पद्म श्री भाालू मोंढे के मार्गदर्शन में चंबल नदी में सफारी, पक्षी, मगरमच्छ और ऊदबिलाव देखना और ट्रैकिंग की जायेगी एवं सायं 6.45 बजे से श्री राजविर सिंह एंड ग्रुप द्वारा संगीतमय (ग़ज़ल/सूफी) प्रस्तुती दी जायेगी।
सीतामऊ साहित्य महोत्सव का 1 फरवरी का आयोजन
सीतामऊ साहित्य महोत्सव में 1 फरवरी को प्रात: 10.30 बजे से श्री कल्ला जी वैदिक विश्वविद्यालय, राजस्थान के संस्थापक डॉ वीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा भारतीय सांस्कृतिक परम्परा में शक्ति एवं शक्तिपीठ के विषय पर व्याख्यान देंगे। प्रातः 11.30 बजे से एडीजी-बीएसएफ (आईपीएस) श्री राजा बाबू सिंह द्वारा सार्वजनिक सेवा और आध्यात्मिकता के विषय पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 12.10 बजे से महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं डीन श्री शिव कुमार भनोट द्वारा एमके डॉ. रघुवीर सिंह के ऐतिहासिक योगदान के विषय पर व्याख्यान देंगे। दोपहर 12.40 बजे से लघुकथा लेखन एवं पाठन विषय पर चर्चा करेंगे। इसके दोरान 2.30 बजे से लघुकथा लेखन एवं पाठन पर चर्चा करेंगे। इसके बाद दोपहर 3.15 बजे से बेटी बचाओ विषय पर छात्रों द्वारा प्रहसन होगा। दोपहर 3.30 बजे से लघुकथाओं, बहस और अन्य कार्यक्रम के लिए पुरस्कार वितरण किया जायेगा। मंदसौर की वनस्पतियों और जीवों के प्रकाशन पर पुस्तक विमोचन किया जायेगा।
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किसानों को समर्थन मूल्य पर खरीदे गये गेहूँ पर मिलेगा 125 रूपये प्रति क्विंटल का बोनस
मंदसौर 22 जनवरी 25/ राज्य सरकार किसानों की खुशहाली और समृद्धि के लिये निरंतर कार्य कर रही है। समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन के लिये प्रदेश के पंजीयन कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। पंजीयन की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 तक है। किसान ऐप के माध्यम से घर बैठे पंजीयन कर सकेंगे। पंजीयन के लिये ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्रों पर नि:शुल्क पंजीयन की व्यवस्था की गई है। गेहूँ उपार्जन के लिये समर्थन मूल्य 2425 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो गत वर्ष की तुलना में 150 रूपये प्रति क्विंटल अधिक है।
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म.प्र. मदरसा बोर्ड की कक्षा 10वीं-12वीं उर्दू माध्यम के परीक्षा आवेदन 31 मार्च तक
आवेदन की प्रक्रिया 20 जनवरी से हुई शुरू
मंदसौर 22 जनवरी 25/ म.प्र. मदरसा बोर्ड की सत्र 2025 में आयोजित होने वाली कक्षा 10वीं-12वीं उर्दू माध्यम की परीक्षाओं के आवेदन-पत्र भरने की सुविधा अधिकृत अध्ययन केन्द्रों के माध्यम से 20 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2025 तक एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी। आवेदन-पत्रों में त्रुटि सुधार 10 अप्रैल तक किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन के पश्चात मूल दस्तावेज 15 अप्रैल 2025 तक भेजे जाना अनिवार्य है। इन परीक्षाओं को भारत सरकार एवं राज्य शासन से मान्यता एवं समकक्षता प्राप्त है। अधिकृत अध्ययन केन्द्रों एवं छात्रों को निर्देशित किया जाता है कि आवेदन-पत्र भरने से पूर्व बोर्ड द्वारा जारी दिशा निर्देशों का भलिभांति अवलोकन कर लें, जिससे की आवेदन-पत्रों में किसी प्रकार की त्रुटि न हो। दिशा-निर्देश मदरसा बोर्ड की वेबसाइट https://mpmb.org.in/ पर उपलब्ध हैं।
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मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति परिषद के पुरस्कारों के लिये पुस्तकें आमंत्रित करने की अंतिम तिथि 10 फरवरी
मंदसौर 22 जनवरी 25/ मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग द्वारा उर्दू की श्रेष्ठ पुस्तकों पर 6 राष्ट्रीय और 13 प्रादेशिक पुरस्कार दिये जाने हैं। एक जनवरी से 31 दिसम्बर 2024 तक की अवधि में प्रकाशित पुस्तकें 10 फरवरी तक आमंत्रित की गई हैं।
निदेशक, मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी डॉ. नुसरत मेहंदी ने बताया कि उर्दू अकादमी द्वारा अखिल भारतीय पुरस्कार और प्रादेशिक पुरस्कार दिये जायेंगे। उन्होंने अखिल भारतीय पुरस्कार में 51 हजार रूपये और प्रादेशिक पुरस्कार में राशि 31 हजार रूपये दी जायेगी।
अखिल भारतीय पुरस्कार में मीर तकी मीर पुरस्कार (उर्दू शायरी), हकीम कमरूल हसन पुरस्कार (उर्दू पत्रकारिता, शोध एवं आलोचना), हामिद सईद खाँ पुरस्कार (कहानी, लघु कथा), शादाँ इन्दौरी पुरस्कार (निबंध एवं अनुवाद), जौहर कुरैशी पुरस्कार (हास्य व्यंग्य), इब्राहीम यूसुफ पुरस्कार (नाटक, दास्तान) और प्रादेशिक पुरस्कार में सिराज मीर खाँ सहर पुरस्कार (उर्दू शायरी), बासित भोपाली पुरस्कार (कहानी लघु कथा), मोहम्मद अली ताज पुरस्कार (रखाचित्र, रिपोर्ताज़), नवाब सिद्दीक हसन खाँ पुरस्कार (उर्दू पत्रकारिता (उर्दू पत्रिका) शोध व आलोचना), शैरी भोपाली पुरस्कार (बाल साहित्य), कैफ भोपाली पुरस्कार (उर्दू शिक्षक), शम्भू दयाल सुखन पुरस्कार (अ-उर्दू भाषी लेखकों / शायरों की कृति), शिफा ग्वालियरी पुरस्कार (प्रदेश के लेखक / शायर की पहली कृति), जाँ निसार अख़्तर पुरस्कार (रसाई साहित्य; रसाई, नात, उर्दू साहित्य/शायरी की एक विद्या), पन्नालाल श्रीवास्तव नूर पुरस्कार (आत्मकथा, संस्मरण), सूरज कला सहाय पुरस्कार (यात्रा क्रतांत), नवाब शाहजहाँ बेगम ताजवर पुरस्कार (निबंध एवं अनुवाद), निदा फ़ाज़ली पुरस्कार (उर्दू नज़्म, दोहा, रूबाई) शामिल हैं।
लेखक 1 जनवरी से 31 दिसम्बर 2024 तक प्रकाशित पुस्तकों की चार-चार प्रतियाँ निर्धारित फार्म भरकर 10 फरवरी, 2025 तक कार्यालय, म.प्र. उर्दू अकादमी, मुल्ला रमूज़ी संस्कृति भवन, बाणगंगा रोड, भोपाल अनिवार्य रूप से भेंजे। निर्धारित फार्म उर्दू अकादमी की वेबसाईट से प्राप्त किया जा सकता है।
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अपनी नाकामी छुपाने व बौखलाकर झूठे प्रकरण दर्ज करवा रही मेडम पांचाल व होस्टल अधीक्षक

जूनियर छात्र से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि दबाव डालकर हमे प्रकरण दर्ज करवाने के लिए जबरन गाड़ी में बिठाकर रात में ले जाकर प्रकरण दर्ज कराया गया। हमारे साथ रैगिंग जैसी कोई घटना छात्रावास में नही हुई है..। इससे लगता है कि अब अधिकारी अपनी नाकामी छुपाने के लिए छात्रों के ख़िलाफ़ झूठे प्रकरण दर्ज करवाकर उनका भविष्य खराब करने पर आमादा हो गए है। इसकी वजह से निर्दोष छात्र मानसिक तौर से परेशान है अगर किसी छात्र के साथ अनहोनी घटना होती है या दबाव में आकर उनके द्वारा ग़लत कदम उठाया जाता है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी जिला संयोजक मैडम व छात्रावास अधीक्षक की रहेगी। कलेक्टर ऐसे जातिवादी मानसिकता रखकर छात्रो के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले अधिकरियों को तुरंत हटाकर कारवाई करे। एस पी साहब दोनों के खिलाफ मानसिक तौर पर परेशान करने, जातिसूचक शब्दो का बार बार इस्तेमाल करने पर तुरन्त एक्ट्रोसिटी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया जाए।अगर जिम्मेदारों को नही हटाया गया व तो भीम आर्मी को छात्रों के समर्थन में आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा..इसकी समस्त ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।
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बोहरा सबील मोचीवाडा पर शिविर लगेगा