स्वामी विवेकानंद ने भारत की सभ्यता संस्कृति एवं विरासत को देश एवं दुनिया के सामने प्रसारित किया –श्री झाला

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स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती के अवसर पर व्याख्यान माला का आयोजन
शामगढ़-भारत विकास परिषद शामगढ़ द्वारा आज शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद जी की जन्म जयंती के पूर्व संध्या पर एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया जिसमें विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री अनुपाल सिंह झाला नीमच एवं सरस्वती शिशु मंदिर की पूर्व प्राचार्य श्रीमती संतोष धनोतिया दीदी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थिति रही।
श्री झाला ने अपना प्रेरणादाई उद्बोधन देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति के वाहक रहे जिन्होंने अपने जीवन काल में भारत की सांस्कृतिक विरासत को देश दुनिया में प्रसारित किया आपने बताया की स्वामी विवेकानंद “नरेंद्र” से स्वामी विवेकानंद कैसे बने
उन्होंने भारत की आध्यात्मिक धार्मिक सांस्कृतिक विरासत को किस प्रकार प्रचारित किया यह बहुत ही महत्वपूर्ण है भारत के युवाओं को उनसे प्रेरणा लेना चाहिए और जब तक अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाए अपने कार्य में निरंतर लगे रहना चाहिए।
सरस्वती शिशु मंदिर की पूर्व प्राचार्य श्रीमती संतोष धनोतिया दीदी ने महिला सशक्तिकरण व बालिकाओं की सुरक्षा एवं उन्हें अपने संस्कृति से जुड़े रहने की प्रेरणा दी बालिकाओं का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें सुरक्षित रहने एवं वीर महापुरुषों की अच्छी बातों को अनुसरण करके वर्तमान चुनौतियों से लड़ते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बालक बालिकाओं एवं भारत विकास परिषद के सदस्यों गणमान्य नागरिक एवं मातृशक्ति ने व्याख्यान माला में उपस्थिति दर्ज करी।
प्रारंभ में मां सरस्वती भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवम दीप प्रज्वलन कर व्याख्यान माला की शुरुवात की, मंच पर भारत विकास परिषद के प्रांत संगठन मंत्री विनोद काला शाखा अध्यक्ष महेश मांदलिया कार्यक्रम संयोजक महेश सेठिया विद्यालय के प्राचार्य बीएल कारपेंटर उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अरुण कासट ने किया आभार दीपक मुजावदिया ने माना।