ठंड पाले से फसलों के बचाव हेतु कृषकों को सलाह
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कृषि दर्शन
ठंड पाले से फसलों के बचाव हेतु कृषकों को सलाह
मंदसौर जिला उप संचालक कृषि द्वारा बताया गया कि तापमान 4 डिग्री से कम होने पर पाला पड़ने की आशंका बढ़ने लगती है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान सब्जियों को हो सकता है। वहीं दलहनी, तिलहनी फसलों व धनिया को भी खतरा रहता है।कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि पाले से बचाव के लिए खेतों की मेड़ों पर पेड़ लगाए जाना चाहिए। यह दीर्घकालिक उपाय है। खासतौर पर उत्तर-पश्चिमी दिशा में पेड़ लगाए जाना चाहिए, जिससे लंबे समय तक बचाव हो सकता है। वहीं तात्कालिक उपायों के तहत खेतों में हल्की सिंचाई करने की सलाह दी जाती है। सिंचाई के लिए स्प्रे पंप का इस्तेमाल किया जाए। पाले की आशंका पर आधी रात के बाद 4 से 5 बजे के लगभग खेतों की मेड़ो पर कूड़ा-कचरा जलाकर धुंआ भी किया जाना चाहिए।इसके साथ ही फसलों में पाला पड़ने की आशंका पर घुलनशील सल्फर 85 प्रतिशत की 3 ग्राम मात्रा या थायोयूरिया की 0.5 ग्राम मात्रा या व्यापारिक गंधक अम्ल की 1 मि.ली. मात्रा प्रति लीटर की दर से पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।