मंदसौरमध्यप्रदेश
देश में 21 फर्जी विश्वविद्यालयों को किया चिन्हित, राज्य सरकारें करे कार्रवाई – फर्जी यूर्निवसिटीज को लेकर सांसद गुप्ता ने लोकसभा में उठाया प्रश्न
जागरूकता भी फैलाएं, ताकि बच्चों को भविष्य ना हो खराब
मंदसौर – सोमवार को संसद में सांसद सुधीर गुप्ता के सवाल पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने चौकाने वाला खुलासा किया। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश में 21 ऐसे संस्थान है, जिन्हें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने अपनी फर्जी यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट में डाला है। इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री ने संसद सदस्यों से आग्रह किया कि वे देशभर में चल रहे 21 फर्जी विश्वविद्यालयों के बारे में जागरूकता फैलाने और छात्रों को संस्थानों में प्रवेश लेने के प्रति आगाह करने के मकसद से इनकी सूची सोशल मीडिया मंचों पर प्रकाशित-प्रसारित करें।
सांसद सुधीर गुप्ता ने लोकसभा में गंभीर विषय फर्जी विश्वविद्यालयों को लेकर प्रश्न किया। सांसद गुप्ता ने कहा कि फर्जी विश्व विद्यालयों के चक्कर में देश के लाखों बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। ऐसे में सरकार ने देश में फर्जी विश्वविद्यालयों को लेकर अब तक क्या कार्रवाई की है। सरकार ने राज्य सरकारों को इन विद्यालयों के लिए कोई ठोस कदम उठाने के लिए कहा है और राज्य सरकारों द्वारा इन पर अभी तक क्या प्रतिक्रिया दी गई है।
प्रश्नों का उत्तर देते हुए केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों से इन संस्थानों को बंद करने के लिए कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। मजूमदार ने कहा, मैं संसद सदस्यों से, जो सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं और छात्रों के बीच लोकप्रिय हैं, अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची को प्रचारित करने की अपील करता हूं। इस तरह के प्रयासों से छात्रों को इस तरह के फर्जी दावों का शिकार होने से रोका जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों से खुद को विश्वविद्यालयष् के रूप में गलत तरीके से प्रस्तुत करने, डिग्री प्रदान करने और अपने नाम के साथ विश्वविद्यालय शब्द का उपयोग करके छात्रों को धोखा देने और धोखा देने में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है। मजूमदार ने कहा, अगर हम सीधी कार्रवाई करेंगे तो संघवाद पर सवाल उठेंगे। मंत्री ने कहा कि 2014 से 2024 के बीच 12 फर्जी विश्वविद्यालय बंद किये गये। मंत्री ने कहा, केंद्र सरकार/यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) को सूचित करने का भी अनुरोध किया गया था कि क्या उनके राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अन्य फर्जी विश्वविद्यालय चल रहे हैं जो यूजीसी की फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कई स्वयंभू संस्थानों/विश्वविद्यालयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गईं और अमान्य डिग्री प्रदान करने वाले अनधिकृत संस्थानों को कारण बताओ/चेतावनी नोटिस जारी किए गए।
ये रहे 21 फेक यूनिवर्सिटीज के नाम दिल्ली
1.ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक एंड फिजिकल हेल्थ साइंस
2.कॉमर्शियल यूनिवर्सिटी, दरियागंज
3.यूनाइटेड नेशन यूनिुवर्सिटी
4.वोकेशनल यूनिवर्सिटी
5. एडीआर-सेंट्रिक ज्यूडिशल यूनिवर्सिटी
6.इंडियन इंस्टिट्यूशन ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग
7.विश्वकर्मा ओपेन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ-एंप्लॉयमेंट
8.अध्यात्मिक विश्वविद्यालय (स्प्रिचुअल यूनिवर्सिटी)
उत्तर प्रदेश
9.गांधी हिंदी विद्यापीठ
10.महामाया टेक्निकल यूनिवर्सिटी
11. नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपेन यूनिवर्सिटी)
12. भारतीय शिक्षा परिषद
आंध्र प्रदेश
13. क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी
14. इंस्टिट्यूट ऑफ अल्टर्नेटिव मेडिसीन एंड रिसर्च
केरल
15. इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑप प्रोफेटिक मेडिसिन (प्प्न्च्ड)
16. सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी
कर्नाटक
17. बड़ागांवी सरकार वर्ल्ड ओपेन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी
महाराष्ट्र
18. राजा अरबिक यूनिवर्सिटी
पुडुचेरी
19. श्री बोद्धी एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन
पश्चिम बंगाल
20. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन
21. इंस्टिट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च