घटनागरोठमंदसौर जिला

गरोठ : सरपंच पति ने महिला को गोली मारी, मौत, 6 आरोपी नामजद, 3 आरोपी पुलिस गिरफ्त में…

मृत महिला का ससुर, पति व बेटा भी हुए घायल..

ढाकनी गांव में सुबह 9:00 बजे के करीब एक मामूली विवाद से दो पक्षों में झगड़ा इतना बड़ा की प्राप्त जानकारी के अनुसार एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर गोली चला देने की जानकारी सामने आई, जिससे एक महिला की मौत हो गई और तीन अन्य घायल बताए जा रहे हैं एक घायल का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है इस मामले को लेकर मृतक महिला को परिजनों द्वारा सड़क पर शव को रखकर प्रदर्शन भी किया जा रहा है। पुलिस ने कुछ आरोपी को पकड़ा है,और अन्य आरोपी की तलाश कर रही है ।वहीं पुलिस मृतक के परिजनों को समझने की कोशिश भी लगातार कर रही है। वहीं गोली चलने की घटना की जानकारी मिलने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा एक ट्वीट किया गया।

मप्र क़े मन्दसौर  जिले में गरोठ थाना अंतर्गत ग्राम ढाकनी में एक दलित महिला सुगना बाई पति बालाराम परिहार सूर्यवंशी की कतिपय दबंगो ने सरकारी जमीन पर कब्जे क़े विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी। महिला की मौत से आक्रोशित समाजजनों ने गरोठ में चक्का जाम कर दिया और आरोपी को पकड़ने और मकान तोड़ने की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा। महिला का ससुर, पति बालाराम और बेटा सुखदेव घायल हुए जिनका उपचार जारी है।

सिम्पल समाचार को मिली जानकारी क़े अनुसार मामले में जोड़मा निवासी सरपंच पति नरेन्द्र सिंह सहित 6 आरोपियों को नामजद किया गया है। इसमें से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मृतिका क़े बेटे सुखदेव पिता बालाराम मेघवाल निवासी ढाकनी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि मेरे घर के सामने स्थित शासकीय जमीन पर मैं पिछले 40 साल से मवेशी बांधता आ रहा हूं। इस शासकीय जमीन के पास ग्राम जोड़मा सरपंच पति नरेन्द्र सिंह का खेत है। नरेन्द्र सिंह ने 2 दिन पहले मुझे बोला था यह जमीन मेरी है इस पर मवेशी मत बांधना। मैंने बोला था की तुम्हारी जमीन तो नाले के उस पार है। इधर तुम्हारा कुछ नही है। इसी बात को लेकर सुबह 10 बजे में घर पर था। तभी संरपच पति नरेन्द्र सिंह व उसके साथी जेलरसिंह निवासी जोड़मा, जुगल किशोर धाकड़ निवासी बर्डिया इस्तमुरार, प्रधानसिंह निवासी ग्राम जोड़मा, नारायण सिंह ढाकनी, जेलर सिंह निवासी बर्डिया इस्तमुरार व उनके साथ अन्य लोग ट्रेक्टर व दो कारें लेकर आए। यहां पर जहां मेरे मवेशी बंधते थे। उस झोपड़ी में तोड़ फोड़ कर मेरे पिता बालाराम मेघवाल ने विरोध किया तो मेरे पिता के साथ गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी दी। मैं व मेरी माँ सुगना बाई, दादाजी रामगोपाल मेघवाल भी आ गए। जब हमने नरेंद्रसिंह और उसके साथियों को रोकने की कोशिश की तो नरेंद्र ने बंदूक से मेरी मां सुगना बाई को गोली मार दी। जिससे मेरी मां की मौके पर मौत हो गई। हम मेरी मां को संभालने लगे अपने हाथ में बंदूक से हमारे ऊपर फायर किया। जिससे पिता के आंख से रंगड़ती हुई दादाजी के दाहिने हाथ पर लगी। जिसके बाद हमारे साथ लाठी और डंडों से मारपीट कर हमारी झोपड़ी तोडकर ट्रेक्टर में सामान भर लिए। जब हमारे गांव के लोग आए और बीच बचाव किया तो ये सभी फरार हो गए।

वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतु पटवारी ने घटना को लेकर ट्वीट किया 

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