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फर्जी पुलिसकर्मी बनकर फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों को लूटा:ड्रग कारोबार के नाम पर धमका कर बंधक बनाया, आधे घंटे बाद छोड़ा
कोटा शहर में दिनदहाड़े फर्जी पुलिसकर्मी बनकर फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी से 36 लाख की लूट का मामला सामने आया है। बेखौफ बदमाश कर्मचारी को बंधक बनाकर ले गए। कुछ किमी दूर ले जाकर छोड़ गए। वारदात से पहले बदमाशों ने तीन दिन पहले रैकी की। मामला गुमानपुरा इलाके का है।पुलिस की वर्दी पहने दोनों बदमाश अंदर गए और विशाल को उठाया।
पुलिस की वर्दी में थे बदमाश
फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी गुमानपुरा टीचर्स कॉलोनी में एक मकान में किराए पर रहते हैं। शाम सवा 4 बजे के करीब पांच लोग आए,जिसमें से दो आरोपी पुलिस की वर्दी में थे। एक की वर्दी पर दो स्टार लगे हुए थे। उन्होंने वहां सो रहे कर्मचारी को ड्रग कारोबार के नाम पर धमकाया और कमरे में एक बैग में रखे 36 लाख रुपए लेकर उस कर्मचारी को अपनी कार में डालकर भाग गए।
कर्मचारी को आधे घंटे बाद 4-5 किमी दूर रावतभाटा रोड पर सीएनजी पेट्रोल पंप के पास उतारकर आगे की ओर भाग गए। कार का नंबर उदयपुर का बताया जा रहा है। पुलिस को मौके से मिले सीसीटीवी में आरोपी साफ नजर आ रहे हैं। उनकी कार के नंबर भी पुलिस के पास आ गए हैं। पीड़ित कर्मचारी ने रात साढ़े 8 बजे करीब पुलिस को सूचना दी।
देर रात पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे
एएसपी दिलीप सैनी ने बताया- करीब 5-6 महीने से इस मकान में फाइनेंस कंपनी के कुछ कर्मचारी रह रहे है। शाम को एक कर्मचारी विशाल अकेला कमरे में था। इस दौरान एक स्लेटी रंग की कार में पांच लोग आए। इसमें से 4 जने उस कमरे तक गए, इसमें दो जने पुलिस की वर्दी में थे। एक एसआई बनकर आया था। अंदर विशाल सो रहा था। पुलिस की वर्दी पहने दोनों बदमाश अंदर गए और विशाल को उठाया। इस दौरान मकान मालिक भी आ गए थे। उन्होंने कहा कि यह ड्रग्स का कारोबार करते हैं। विशाल को उठाया और पैसों से भरा बैग भी उठा लिया। वे उसे धमकाते हुए कार में बैठाकर तुरंत ले भागे। उनका पांचवां व्यक्ति पहले से कार स्टार्ट करके खड़ा था। वे नए कोटा के रास्ते से होते हुए हैंगिंग ब्रिज तक पहुंचे और टोल से पहले कार रोककर कर्मचारी विशाल को नीचे उतार दिया।